धनबाद: कोरोना का ओमीक्रोन वेरिएंट पूरे विश्व में पैर पसार रहा है. जिससे भारत भी अछूता नहीं है. इसी को देखते हुए झारखंड में स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने सभी जिले के स्वास्थ्य विभाग को अलर्ट रहने का आदेश दिया है. झारखंड से सटे सभी राज्यों की सीमाओं पर विशेष सतर्कता और जांच अभियान में तेजी लाने का भी निर्देश दिया गया है. लेकिन मंत्री के आदेश के बावजूद स्वास्थ्यकर्मी झारखंड बंगाल बॉर्डर पर अलर्ट नहीं हैं.
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चिरकुंडा में जारी है लापरवाही
स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के आदेशों का झारखंड और बंगाल बार्डर पर स्थित चिरकुंडा में पालन नहीं किया जा रहा है. सीमा पर कोविड-19 जांच की बोर्ड तो लगी हुई है. परंतु एक भी स्वास्थ्य कर्मी शिविर में उपस्थित नहीं हैं. बंगाल से झारखंड लोग बड़े ही आसानी से बिना रोक-टोक के प्रवेश कर रहे हैं. ऐसे में सवाल उठ रहा है कि झारखंड कोविड की तीसरी लहर से कैसे जंग जीतेगा.
अधिकारियों का दावा
इसी मुद्दे पर जब प्रखंड विकास पदाधिकारी विनोद कर्मकार से बात की गई तो उन्होंने सभी बॉर्डर पर कोरोना जांच का दावा किया. परंतु उनके इस दावे और हकीकत में चिरकुंडा बॉर्डर पर काफी अंतर दिख रहा है.
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झारखंड सरकार कितनी तैयार
कोरोना के नए वेरिएंट ओमीक्रोन को लेकर पूरे देश के साथ-साथ झारखंड में भी तैयारियां जोरों से चल रही है. अस्पतालों में बेड और ऑक्सीजन सिलेंडर लगाए जा रहे हैं. ताकि यदि मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी होती है तो उसे तुरंत बेहतर इलाज मुहैया कराई जा सके. राज्य के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स में ओमीक्रोन को लेकर तैयारियां शुरू कर दी गई है.रिम्स के स्थायी कोविड ट्रामा सेंटर में सभी बेडों को ऑक्सीजन से जोड़ दिया गया है. रिम्स के वरिष्ठ डॉक्टर संजय सिंह बताते हैं जिस तरह से विदेशों में ओमीक्रोन वैरिएंट सक्रिय हो रहा है. ऐसे में जरूरी है कि झारखंड के लोग खुद को सुरक्षित रखें. मास्क और सामाजिक दूरी का पालन अवश्य करें.