टुंडी, धनबाद: कानपुर से चलकर मालदा पश्चिम बंगाल जाने वाले सैंकड़ो मजदूर तोपचांची एनएच-2 पहुंचा. अचानक सैकड़ों मजदूरों को देखकर स्थानीय लोग हतप्रभ हो गए. मजदूरों से पूछताछ में मालूम हुआ कि वे कानपुर में एक पावर प्लांट में काम करते हैं. लॉकडॉन कि वजह से पूरा प्लांट बंद हो गया और उन्हें अपने घर जो कि मालदा जिले में है, वहां जाना है.
पैदल बंगाल के लिए निकल पड़े
कानपुर प्रशासन ने सभी मजदूरों को उत्तर प्रदेश बार्डर तक पहुंचाने की व्यवस्था कर उन्हें ट्रकों में भरकर उत्तर प्रदेश से बिहार बॉर्डर और बिहार बार्डर से चलकर झारखंड में तोपचांची बाजार तक छोड़ दिया है. मजदूरों ने कहा कि उन्हें बंगाल बॉर्डर तक छोड़ना था, लेकिन ट्रक ड्राइवर ने सभी मजदूरों को जबरन तोपचांची बाजार में ही उतार दिया. जहां से सभी मजदूर पैदल बंगाल के लिए निकल पड़े हैं.
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मजबूर मजदूर
मजदूरों ने बताया कि कानपुर से तोपचांची तक सभी जिले के संबंधित प्रशासन ने सभी मजदूरों की देख रेख की और खाने पीने की व्यवस्था भी किया. उन्हें कानपुर से झारखंड के तोपचांची तक चेन सिस्टम के तहत पहुंचाया गया. अब आगे का रास्ता वे ऊपरवाले के भरोसे तय करने को मजबूर हैं.