ETV Bharat / city

बस मालिकों ने प्रशासन पर लगाया आरोप, कहा- उनका ख्याल नहीं रखा गया है - धनबाद में लॉकडाउन

अन्य राज्यों से प्रवासी मजदूरों को लाने के लिए बसों का इस्तेमाल किया जा रहा है लेकिन बस के ड्राइवर और खलासी सहित मालिक ने यह आरोप लगाया है कि जिला प्रशासन की ओर से उनका ख्याल नहीं रखा जा रहा है. इसके साथ ही ड्राइवर और खलासी ने मांग की है कि अन्य राज्यों से वापसी के बाद उन्हें क्वॉरेंटाइन नहीं किया जाए.

Bus owners accused administration in dhanbad
बस मालिकों की बैठक
author img

By

Published : May 4, 2020, 10:08 AM IST

धनबाद: जिले के गोल्फ ग्राउंड में सैकड़ों बसों को इकट्ठा कर एक बैठक की गई. बसों के साथ-साथ ड्राइवर और खलासी भी यहां मौजूद रहे. बस के संचालक सहित ड्राइवर और खलासी ने आरोप लगाया कि जिला प्रशासन ने उनका ख्याल नहीं रखा है. प्रशासन की ओर से जो खाना उन्हें मुहैया कराया जा रहा है, उस खाने से इनका पेट नहीं भर पाता है. इसके साथ ही समय से नहीं बल्कि कई घंटे बीत जाने के बाद खाना उपलब्ध कराया जाता है.

देखें पूरी खबर

बस संचालकों का कहना है कि ड्राइवर और खलासी के खाने-पीने की व्यवस्था प्रशासन की ओर से अच्छी तरह से की जानी चाहिए. फिलहाल जो खाना प्रशासन की ओर से दिया जा रहा है. उससे ड्राइवर और खलासी का पेट नहीं भरता है. खाना के नाम पर प्रशासन की ओर से महज खानापूर्ति की जा रही है.

ये भी देखें- SPECIAL: कोरोना के कहर ने बढ़ाई किसानों की परेशानी, औने पौने दाम में अनाज बेचने को मजबूर

बस संचालकों ने कहा कि ड्राइवर और खलासी भी बिहार और यूपी जिले के हैं. इन्हें भी अपना परिवार चलाना पड़ता है. ऐसे में प्रशासन को इनके परिवार का ख्याल रखते हुए कुछ राशि उपलब्ध करानी चाहिए. वहीं बस के ड्राइवर ने मांग की है कि जब हम दूसरे राज्यों से प्रवासी को लेकर वापस लौटे तो हमें 14 दिनों के क्वॉरेंटाइन में नहीं भेजा जाना चाहिए.

धनबाद: जिले के गोल्फ ग्राउंड में सैकड़ों बसों को इकट्ठा कर एक बैठक की गई. बसों के साथ-साथ ड्राइवर और खलासी भी यहां मौजूद रहे. बस के संचालक सहित ड्राइवर और खलासी ने आरोप लगाया कि जिला प्रशासन ने उनका ख्याल नहीं रखा है. प्रशासन की ओर से जो खाना उन्हें मुहैया कराया जा रहा है, उस खाने से इनका पेट नहीं भर पाता है. इसके साथ ही समय से नहीं बल्कि कई घंटे बीत जाने के बाद खाना उपलब्ध कराया जाता है.

देखें पूरी खबर

बस संचालकों का कहना है कि ड्राइवर और खलासी के खाने-पीने की व्यवस्था प्रशासन की ओर से अच्छी तरह से की जानी चाहिए. फिलहाल जो खाना प्रशासन की ओर से दिया जा रहा है. उससे ड्राइवर और खलासी का पेट नहीं भरता है. खाना के नाम पर प्रशासन की ओर से महज खानापूर्ति की जा रही है.

ये भी देखें- SPECIAL: कोरोना के कहर ने बढ़ाई किसानों की परेशानी, औने पौने दाम में अनाज बेचने को मजबूर

बस संचालकों ने कहा कि ड्राइवर और खलासी भी बिहार और यूपी जिले के हैं. इन्हें भी अपना परिवार चलाना पड़ता है. ऐसे में प्रशासन को इनके परिवार का ख्याल रखते हुए कुछ राशि उपलब्ध करानी चाहिए. वहीं बस के ड्राइवर ने मांग की है कि जब हम दूसरे राज्यों से प्रवासी को लेकर वापस लौटे तो हमें 14 दिनों के क्वॉरेंटाइन में नहीं भेजा जाना चाहिए.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.