धनबाद: जिले के गोल्फ ग्राउंड में सैकड़ों बसों को इकट्ठा कर एक बैठक की गई. बसों के साथ-साथ ड्राइवर और खलासी भी यहां मौजूद रहे. बस के संचालक सहित ड्राइवर और खलासी ने आरोप लगाया कि जिला प्रशासन ने उनका ख्याल नहीं रखा है. प्रशासन की ओर से जो खाना उन्हें मुहैया कराया जा रहा है, उस खाने से इनका पेट नहीं भर पाता है. इसके साथ ही समय से नहीं बल्कि कई घंटे बीत जाने के बाद खाना उपलब्ध कराया जाता है.
बस संचालकों का कहना है कि ड्राइवर और खलासी के खाने-पीने की व्यवस्था प्रशासन की ओर से अच्छी तरह से की जानी चाहिए. फिलहाल जो खाना प्रशासन की ओर से दिया जा रहा है. उससे ड्राइवर और खलासी का पेट नहीं भरता है. खाना के नाम पर प्रशासन की ओर से महज खानापूर्ति की जा रही है.
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बस संचालकों ने कहा कि ड्राइवर और खलासी भी बिहार और यूपी जिले के हैं. इन्हें भी अपना परिवार चलाना पड़ता है. ऐसे में प्रशासन को इनके परिवार का ख्याल रखते हुए कुछ राशि उपलब्ध करानी चाहिए. वहीं बस के ड्राइवर ने मांग की है कि जब हम दूसरे राज्यों से प्रवासी को लेकर वापस लौटे तो हमें 14 दिनों के क्वॉरेंटाइन में नहीं भेजा जाना चाहिए.