धनबाद: कांग्रेस नेता सह चेहरे भाई नीरज हत्याकांड के आरोप में जेल में बंद बीजेपी विधायक संजीव सिंह ने कोर्ट से जानमाल की सुरक्षा की गुहार लगाई है. उन्होंने कोर्ट को बताया है कि जेल के अंदर उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है. साथ ही बाहरी लोग आकर उनके साथ अभद्र व्यवहार कर रहे हैं.
जेल प्रशासन के कुछ अधिकारी कर रहे प्रताड़ित
विधायक संजीव सिंह के अधिवक्ता मोहम्मद जावेद ने बताया कि जब से विधायक ने अदालत से चुनाव लड़ने की अनुमति मांगी है, तब से जेल प्रशासन के कुछ अधिकारी उन्हें प्रताड़ित कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि 8 नवंबर की आधी रात को जब विधायक संजीव सिंह अपने सेल में आराम कर रहे थे. इस दौरान कुछ पुलिस पदाधिकारियों के साथ एआईजी जेल रांची तुषार रंजन गुप्ता और हामिद अख्तर उनके सेल में घुसे.
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आधी रात सेल में घुसकर पूछताछ
डीसी और जेलर की अनुपस्थिति में ये लोग नीरज हत्याकांड मामले में पूछताछ भी करने लगे. जबकि पुलिस ने मामले की चार्ज शीट कोर्ट को सौंप दी है. ऐसे में नीरज हत्याकांड में विधायक से पूछताछ करना संवैधानिक अधिकारों का हनन है. पुलिस में शामिल लोगों में कुछ ऐसे लोग भी थे जिन्हें देखकर ऐसा लग रहा था कि यह पुलिस नहीं बल्कि बाहरी लोग हैं.
संजीव सिंह के साथ अभद्र व्यवहार
उन्हें पुलिस की वर्दी पहनाकर जेल के अंदर प्रवेश कराया गया है. वे लोग विधायक संजीव सिंह के साथ अभद्र व्यवहार करने लगे. साथ ही बुरे परिणाम भुगतने की धमकी पुलिस की वर्दी पहने लोगों ने ही दी. इस पूरे मामले में जेल पुलिस को अलग रखा गया.
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जेल अधीक्षक से जवाब तलब
अधिवक्ता ने कहा बताया कि इन्हीं मामलों को लेकर विधायक की ओर से कोर्ट में जानमाल की सुरक्षा की गुहार लगाई गई है. कोर्ट ने मामले को गंभीरता से लेते हुए धनबाद जेल अधीक्षक से तीन दिनों के अंदर जवाब तलब किया है.