धनबाद: कोयलांचल धनबाद में 6 विधानसभा की सीटें हैं. विधानसभा सीट पर 1995 से लेकर अब तक भाजपा का कब्जा रहा है. हालांकि, बीच में एक बार 2009 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के मन्नान मल्लिक को यहां से जीत मिली थी लेकिन, उसके बाद फिर से 2014 के विधानसभा चुनाव में यह सीट भाजपा के खाते में आ गई और यहां से राज सिन्हा वर्तमान में विधायक हैं.
गौरतलब है कि 1995 से लेकर लगातार तीन बार यहां से भाजपा के पशुपतिनाथ सिंह विधायक रहे. उनके सांसद बन जाने के बाद राज सिन्हा को विधायक का टिकट दिया गया, लेकिन वह 2009 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के मन्नान मल्लिक से हार गए. जिसका मुख्य कारण स्वर्गीय नीरज सिंह का निर्दलीय मैदान में उतरना माना जाता है.
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विधायक ने गिनाई अपनी उपलब्धि
अब झारखंड में फिर से चुनाव की रणभेरी बज उठी है और सभी दल अपने-अपने तैयारियों में जुट गए हैं. भाजपा विधायक राज सिन्हा अपनी जीत को लेकर आश्वस्त हैं. उन्होंने कहा आज तक जो भी काम नहीं हुआ था इन 5 सालों में सब काम करके दिखाया है. उन्होंने कहा कि कोयलांचल की सबसे पुरानी मांगों में से एक कोयलांचल विश्वविद्यालय को अपने कार्यकाल में धनबाद में स्थापित करवाया.
जेएमएम का बीजेपी पर वार
वहीं, दूसरी तरफ विपक्षी दल झारखंड मुक्ति मोर्चा के जिला अध्यक्ष रमेश टुडू ने कहा है कि इन 5 सालों में धनबाद का कुछ भी विकास विधायक के द्वारा नहीं किया गया है. मूलभूत सुविधाओं में से एक सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली, पानी आदि समस्याओं पर भी विधायक का ध्यान नहीं गया. लोग धनबाद में सड़क जाम से परेशान हैं. पीने के पानी की घोर समस्या है. पीएमसीएच में ऐसी व्यवस्था है कि वहां स्वस्थ्य आदमी जाए तो बीमार हो जाए. जेएमएम जिलाध्यक्ष ने कहा कि इस बार धनबाद की जनता बदलाव के मूड में है.
जनता की क्या है राय
वहीं, जब ईटीवी भारत के संवाददाता ने धनबाद के विभिन्न वर्गों के लोगों से बात की तो उनकी प्रतिक्रिया भी मिलीजुली मिली. लोगों ने कहा कि सड़कें जरूर चौड़ी हुई हैं पर जाम से मुक्ति नहीं मिल पाई है. कुछ काम हुआ है, लेकिन बहुत कुछ करना बाकी है. कुछ लोगों ने कहा काम धरातल पर नहीं दिख रहा है मोदी फैक्टर फिर से चलेगा. सभी वर्गों के लोगों ने बिजली, पानी, सड़क जाम आदि को मुख्य समस्या बताया.