धनबाद: टोक्यो ओलंपिक 2020 (Tokyo Olympics 2020) में वर्षों बाद भारत को गोल्ड मेडल मिलने के बाद कोयलांचल के लोग भी काफी खुश है. कोयलांचल में इस गौरव के क्षण को लोगों ने एक दूसरे को मिठाई खिलाकर सेलिब्रेट किया, लेकिन धनबाद के लोग 11 वर्षों से बन रहे बिरसा मुंडा स्टेडियम (Birsa Munda Stadium) का निर्माण कार्य अब तक पूरा नहीं होने से नाराज हैं. उन्होंने ईटीवी भारत से अपनी पीड़ा साझा की है.
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टोक्यो ओलंपिक 2020 का समापन हो गया. भारत के खाते में कुल 7 पदक आए, जिसमें 2 सिल्वर और 4 कांस्य पदक शामिल है. वहीं नीरज चोपड़ा ने गोल्ड जीतकर इतिहास रचा है. ओलंपिक में जिन भारतीय खिलाड़ियों ने मेडल नहीं जीता उन्होंने भी अपने बेहतरीन प्रदर्शन से सबका दिल जीत लिया. नीरज चोपड़ा के गोल्ड मिलने की खुशी में लोगों ने एक दूसरे को मिठाई खिलाई साथ ही सभी भारतीय खिलाड़ियों को बधाई दी है.
बिरसा मुंडा स्टेडियम का निर्माण कार्य अब तक नहीं हुआ पूरा
वहीं धनबाद के मेमको मोड़ के पास साल 2010 में बिरसा मुंडा स्टेडियम का निर्माण कार्य शुरू हुआ था, लेकिन 11 साल बीत जाने के बाद भी स्टेडियम बनकर पूरी तरह से तैयार नहीं हो सका है. हालांकि अब मात्र 10% ही कार्य अधूरा रह गया है. धनबाद जिला फुटबाल एसोसिएशन के सदस्यों ने ईटीवी भारत को अपनी पीड़ा सुनाई और सरकार से जल्द से जल्द इस स्टेडियम के निर्माण कार्य पूरा करने की मांग की.
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सरकार से खिलाड़ियों को संसाधन देने की अपील
स्थानीय लोगों ने कहा कि झारखंड में भी नीरज चोपड़ा जैसे कई होनहार खिलाड़ी हैं, लेकिन संसाधनों के अभाव में खिलाड़ी अपना जौहर नहीं दिखा पा रहे हैं. उन्होंने कहा कि सरकार को भी अपनी खेल नीति में बदलाव करना होगा और खेलों को ग्रामीण स्तर तक पहुंचाना होगा, क्योंकि जितने भी बड़े खिलाड़ी हैं, वह ग्रामीण इलाकों के और मध्यम परिवार से ही आते हैं, जो विश्व में अपनी पहचान बना रहे हैं. उन्होंने कहा कि इस विपरीत परिस्थिति में भी नीरज चोपड़ा ने भारत को गोल्ड मेडल दिलाया है.
स्टेडियम का निर्माण कार्य जल्द पूरा करने की मांग
फुटबॉल एसोसिएशन के सदस्यों ने ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा कि 11 सालों में भी स्टेडियम आधा अधूरा पड़ा हुआ है. इससे सरकार की मंशा खेलों के प्रति साफ झलक रही है. हालांकि लोगों ने इसके लिए किसी एक सरकार को जिम्मेदार नहीं ठहराया. उन्होंने बताया कि इस 11 सालों में लगभग सभी पार्टियों की सरकार बनी, लेकिन किसी ने इस ओर ध्यान नहीं दिया. अब मात्र 10% ही कार्य शेष रह चुका है. सरकार जल्द से जल्द इसका निर्माण कार्य पूरा करे और किसी संस्था को स्टेडियम रखरखाव के लिए सौंप दें. अगर ऐसा होता है तो आने वाले दिनों में धनबाद से भी कई ऐसे खिलाड़ी होंगे जो विश्व में अपनी पहचान बना सकेंगे.