धनबाद: गुजरात के सूरत में बहुमंजिली इमारत में आग लगने से 19 छात्रों की हुई मौत के बाद ईटीवी भारत ने धनबाद फायर स्टेशन की व्यवस्था का हाल जाना. इस दौरान वहां तैनात फायर स्टेशन ऑफिसर अमृत लाल भास्कर ने व्यवस्था को लेकर चौंकाने वाली बातें कही. उनके मुताबिक अगर सूरत जैसी आग की घटना धनबाद में होती है तो कई लोगों की जान जा सकती है.
कर्मी की घोर कमी
धनबाद फायर ब्रिगेड के प्रभारी अमृत लाल भास्कर ने बताया कि फायर स्टेशन में कर्मियों की संख्या काफी कम है. यहां 8 फायरमैन हैं और 5 हवलदार हैं. आग बुझाने वाली छोटी बड़ी गाड़ियों की कुल संख्या 8 है. आपातकाल स्थिति में यदि एक साथ सभी गाड़ियों को कहीं जाना पड़े तो फिर भगवान ही मालिक है. आग बुझाने के लिए एक गाड़ी पर छह कर्मियों की आवश्यकता होती है, लेकिन प्रति गाड़ी यहां एक-दो कर्मी ही हैं.
विभाग के पास ब्रांटो गाड़ी नहीं
बहुमंजिली इमारतों में यदि आग लगती है तो वह आग भी भगवान भरोसे ही बुझेगी. क्योंकि विभाग के पास ब्रांटो गाड़ी नहीं है. ब्रांटो गाड़ी से बहुमंजिला इमारत में आग पर आसानी से काबू पाया जा सकता है. विभाग के पास जो सीढ़ी है उससे 40 से 50 फीट की ऊंचाई तक आग बुझाई जा सकती है.
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देखरेख का अभाव
फायर स्टेशन ऑफिसर ने बताया कि बहुमंजिला इमारत सिटी सेंटर जिसमें कई नामी शिक्षण संस्थान, प्रतिष्ठान और शॉपिंग सेंटर हैं. सिटी सेंटर में आग से सुरक्षा के उपाय तो किए गए हैं, लेकिन वह उपाय देखरेख के अभाव में बंद पड़े हैं. इसके अलावे धनबाद की हृदय स्थली कहे जाने वाले बैंक मोड़ में भी कई बहुमंजिली इमारतों में आग से सुरक्षा के मानको का उल्लंघन हो रहा है. बहुमंजिले इमारतों का निर्माण कर फायर सिस्टम लगाकर एनओसी ले लिया जाता है, लेकिन उनका सही संचालन नहीं होता है.