धनबाद: धनबाद के झरिया के डिगवाडीह इलाके के गणेश मैदान में शनिवार को बाबूलाल की सभा होनी थी. जिसके लिए जिला प्रशासन से अनुमति मांगी गई थी. लेकिन, जिला प्रशासन ने हेलीकॉप्टर उतारने की अनुमति नहीं दी. झरिया से झाविमो प्रत्याशी योगेंद्र यादव ने कहा कि चुनाव में जो पहले अनुमति मांगता है, उसे ही अनुमति मिलती है. ऐसे में उन्हें अनुमति न देकर रक्षा मंत्री और राजनाथ सिंह के हेलीकॉप्टर को उतारने की अनुमति देना सही नहीं है. इस मामले को लेकर चुनाव आयोग से शिकायत भी करेंगे.
जेवीएम प्रत्याशी ने कहा कि प्रशासन ने जिन-जिन कागजों को मांगा था. वह सारे कागज जिला प्रशासन को उपलब्ध कराए गए थे. यहां तक कि गणेश मैदान के जमीन के मालिक विनोद मरांडी से अनापत्ति लेकर प्रमाण पत्र भी दिया गया था. वहीं जियलगोरा स्टेडियम में हेलीपैड के लिए ऑनलाइन आवेदन की गई थी, लेकिन बाबूलाल की सभा को अनुमति नहीं देकर केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की हेलीकॉप्टर को उतारने की अनुमति मिली है.
विवादित स्थल है गणेश मैदान
गणेश मैदान में सभा की अनुमति मांगी गई थी. इस पर प्रशासन ने उक्त स्थल को विवादित बताकर सभा की अनुमति नहीं दी. इस पर भी जेवीएम प्रत्याशी का कहना है कि लोकसभा के चुनाव में राजनाथ सिंह की सभा उसी मैदान में हुई थी. कुछ दिन पहले गणेश मेला भी उसी मैदान में लगाया था और दिवाली में भी पटाखे के स्टॉल वहां लगाए गए थे. जब यह सारे काम हो सकते हैं तो सिर्फ बाबूलाल की सभा से ही जिला प्रशासन को क्यों एतराज है.
विपक्ष पर लगाया आरोप
झरिया विधानसभा से झारखंड विकास मोर्चा के प्रत्याशी योगेंद्र यादव ने स्पष्ट तौर पर कहा कि एक साजिश के तहत बाबूलाल की सभा को स्थगित किया गया है क्योंकि, भाजपा और कांग्रेस दोनों ही बाबूलाल की लोकप्रियता से घबरा गए हैं. उन्हें अपनी जमीन खिसकने का डर लग रहा था. जिस कारण साजिश के तहत ही बाबूलाल को झरिया आने से रोका गया है.
वहीं, इस पूरे मामले को लेकर झाविमो प्रत्याशी ने ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए कहा कि वह इस मामले की शिकायत चुनाव आयोग से करेंगे, क्योंकि जिन्होंने पहले अनुमति मांगी है अनुमति उसे ही मिलनी चाहिए.