देवघरः देवीपुर प्रखंड स्थित एम्स के समीप बन रहे प्लास्टिक पार्क के लिए अधिग्रहित जमीन के विरोध में ग्रामीणों ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया. ग्रामीणों का कहना है कि प्लास्टिक पार्क के लिए अधिग्रहित जमीन ग्रामीणों की है जिसका अधिग्रहण 2004 से 2009 तक हुआ है. उनका कहना है कि ग्रामीणों को कागजी प्रक्रिया बताते हुए भूअर्जन कार्यालय लुभावनी बातें कहकर लगातार गुमराह करता रहा है.
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एम्स के लिए अधिग्रहित जमीन की है खुशी
ग्रामीणों की माने तो एम्स में भी जमीन अधिग्रहित है जिसकी गांव वालों को खुशी है, लेकिन प्लास्टिक पार्क के नाम पर ली गई जमीन बिल्कुल गलत है. 2013 में भूमि अधिग्रहण बिल पास हुआ और उस समय सरकार ने निर्धारित किए गए मुआवजा देने के साथ-साथ पांच वर्षों तक इंडस्ट्री नहीं लगने पर जमीन स्वतः रैयतों को वापस हो जाने की बात कही थी. इन्हीं तमाम मुद्दों को लेकर ग्रामीणों ने जमकर नारेबाजी की और कहा कि जान देंगे मगर जमीन नहीं देंगे.
बहरहाल, प्लास्टिक पार्क के विरोध में ग्रामीणों के विरोध प्रदर्शन को लेकर जिला प्रशासन ने भारी संख्या में पुलिस बल को उतारा. ऐसे में ग्रामीणों के किये जा रहे विरोध प्रदर्शन के बाद सरकार और जिला प्रशासन का क्या कदम होगा ये देखना दिलचस्प होगा.