देवघर: शहर की सड़कों पर वाहन और लोगों की भीड़ को यूं तो अपने गंतव्य तक पहुंचने और काम की आपाधापी मची रहती है. इसी भीड़-भाड़ वाली सड़कों पर एक ऐसी महिला है, जो प्रकृति से प्रेम करती है. देवघर की एक महिला जो खुद मानसिक तौर पर बीमार हैं लेकिन वो पर्यावरण संरक्षण सहित दूसरों की सेहत का ख्याल रख रही हैं. लोग इसे बसंती के नाम से जानते हैं. बसंती हर रोज सुबह चापाकल से डब्बे में पानी भरती है और सड़कों के बीच बने डिवाइडर में लगे पौधों की सिंचाई करती हैं. पिछले 2 सालों से बसंती यही काम कर रही है.
वहीं, बसंती कहां से आई और उसे क्या मानसिक बीमारी है ये कोई नहीं जानता है. आस पास के लोग उसे कुछ खाना दे देते हैं जिससे उसका गुजारा हो जाता है. लेकिन हद तो ये है कि आज तक किसी ने उसे अस्पताल तक ले जाने की जहमत नहीं उठाई है. प्रशासन भी आंखें मूंद बैठा है. उम्मीद है कि पर्यावरण की सेहत का ख्याल रखने वाली बसंती की सेहत के लिए कोई आगे आएगा.