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एक साल से पत्थलगड़ी का मास्टरमाइंड युसूफ पूर्ति है गायब, ये है उसका दास्तान-ए-जुर्म - चाईबासा हत्याकांड

चाईबासा के बुरुगुलीकेरा गांव में पत्थलगड़ी का मास्टरमाइंड युसूफ पूर्ति और बिरसा ओडेया गांव में छिपकर बैठा था. ग्रामीणों की माने तो उन्ही के इशारे पर बुरुगुलीकेरा में पत्थलगड़ी के समर्थकों के विरोध करने वालों की निर्मम हत्या कर दी गई थी.

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पत्थलगड़ी का मास्टरमाइंड युसूफ पूर्ति
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Published : Feb 12, 2020, 1:06 PM IST

चाईबासा: पश्चिम सिंहभूम जिले के गुदड़ी प्रखंड के बुरुगुलीकेरा गांव में पिछले एक वर्ष से पत्थलगड़ी का मास्टरमाइंड युसूफ पूर्ति और बिरसा ओडेया गांव में छिपकर बैठा था. युसूफ गांव में अपनी पत्थलगड़ी की पाठशाला चलाया करता था. ग्रामीणों की माने तो उन्हीं के इशारे पर बुरुगुलीकेरा में पत्थलगड़ी के समर्थकों के विरोध करने वालों की निर्मम हत्या कर दी गई थी.

देखें पूरी खबर

एक साल से ठिकाना बना रखा था युसूफ

ग्रामीणों की माने तो, बुरुगुलीकेरा गांव में युसूफ पूर्ति पिछले एक साल से अपना ठिकाना बना रखा था. वह बुरुगुलीकेरा गांव के मुंडा रणसी बुढ़ के घर में रह कर गांव के ग्रामीणों को पत्थलगड़ी के लिए उकसाता था. वह हर दिन रात के समय ग्रामीणों के साथ बैठक कर पत्थलगड़ी करने के लिए बहकाया करता था. ग्रामीणों को पत्थलगड़ी का समर्थन देने वालों को पैसे का भी प्रलोभन दिया करता था.

ये भी पढ़ें- पिकअप वैन की चपेट में आने से चार साल की मासूम बच्ची की मौत, मातम में पूरा गांव

पैसे का लालच

युसूफ पूर्ति समर्थन करने पर ग्रामीणों को 18 लाख रुपए देने का प्रलोभन दिया करता था. इसके साथ ही युसूफ हो, संथाल, मुंडा की परंपरा को छोड़कर पत्थलगड़ी परंपरा अपनाने को ग्रामीणों कहता. उसके अनुसार, वे लोग एसटी नहीं रहेंगे, एंट क्राइस्ट को अपनाएंगे. उनके इस प्रलोभन में आकर गांव के अधिकतर लोग अपने नाम के आगे एसी (एंट क्राइस्ट) लिखना शुरू किया और पत्थलगड़ी का खुल कर समर्थन दिया. जिस कारण उनका मनोबल बढ़ता चला गया.

ग्रामीणों को धमकाया भी करता था

युसूफ पूर्ति और बिरसा ओडेया पत्थलगड़ी के समर्थन करने को लेकर ग्रामीणों को धमकाया भी करता था. उनका कहना था कि पत्थलगड़ी के समर्थन में ही रहना होगा, वरना उनको गांव से खदेड़ दिया जाएगा. जो लोग पत्थलगड़ी का समर्थन नहीं कर रहे हैं और पढ़े लिखें हैं उनको जान से मार दिया जाएगा. वे हमेशा लोगों को धमकाते और कहते कि सरकारी कोई भी योजना गांव में संचालित नहीं होने दिया जाएगा और सरकार से मिलने वाली कोई भी सुविधा वे लोग नहीं लेंगे.

ये भी पढ़ें- पुलिस-पब्लिक में हो बेहतर संबंध, पुलिसकर्मियों को दी जा रही ट्रेनिंग

7 लोगों की निर्मम हत्या

कुछ ग्रामीणों ने अपने आधार कार्ड, वोटर कार्ड आदि उसके पास जमा भी करवा दिए थे. बता दें कि पत्थलगड़ी का मुख्य चेहरा युसूफ पूर्ति के खिलाफ खूंटी जिले के विभिन्न थानों में दर्जनों मामले दर्ज हैं. युसूफ को पुलिस अब तक गिरफ्तार नहीं कर सकी है. ऐसा नहीं है कि पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी का प्रयास नहीं किया. पर हर बार युसूफ पूर्ति पुलिस को चकमा देकर फरार हो जाता है. ग्रामीणों के अनुसार, बुरुगुलीकेरा गांव में भी उसने पत्थलगड़ी करवाने को लेकर ग्रामीणों को बहकाया और उसी क्रम में गांव के ही उप मुखिया समेत 7 लोगों की निर्मम हत्या कर दी गई.

चाईबासा: पश्चिम सिंहभूम जिले के गुदड़ी प्रखंड के बुरुगुलीकेरा गांव में पिछले एक वर्ष से पत्थलगड़ी का मास्टरमाइंड युसूफ पूर्ति और बिरसा ओडेया गांव में छिपकर बैठा था. युसूफ गांव में अपनी पत्थलगड़ी की पाठशाला चलाया करता था. ग्रामीणों की माने तो उन्हीं के इशारे पर बुरुगुलीकेरा में पत्थलगड़ी के समर्थकों के विरोध करने वालों की निर्मम हत्या कर दी गई थी.

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एक साल से ठिकाना बना रखा था युसूफ

ग्रामीणों की माने तो, बुरुगुलीकेरा गांव में युसूफ पूर्ति पिछले एक साल से अपना ठिकाना बना रखा था. वह बुरुगुलीकेरा गांव के मुंडा रणसी बुढ़ के घर में रह कर गांव के ग्रामीणों को पत्थलगड़ी के लिए उकसाता था. वह हर दिन रात के समय ग्रामीणों के साथ बैठक कर पत्थलगड़ी करने के लिए बहकाया करता था. ग्रामीणों को पत्थलगड़ी का समर्थन देने वालों को पैसे का भी प्रलोभन दिया करता था.

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पैसे का लालच

युसूफ पूर्ति समर्थन करने पर ग्रामीणों को 18 लाख रुपए देने का प्रलोभन दिया करता था. इसके साथ ही युसूफ हो, संथाल, मुंडा की परंपरा को छोड़कर पत्थलगड़ी परंपरा अपनाने को ग्रामीणों कहता. उसके अनुसार, वे लोग एसटी नहीं रहेंगे, एंट क्राइस्ट को अपनाएंगे. उनके इस प्रलोभन में आकर गांव के अधिकतर लोग अपने नाम के आगे एसी (एंट क्राइस्ट) लिखना शुरू किया और पत्थलगड़ी का खुल कर समर्थन दिया. जिस कारण उनका मनोबल बढ़ता चला गया.

ग्रामीणों को धमकाया भी करता था

युसूफ पूर्ति और बिरसा ओडेया पत्थलगड़ी के समर्थन करने को लेकर ग्रामीणों को धमकाया भी करता था. उनका कहना था कि पत्थलगड़ी के समर्थन में ही रहना होगा, वरना उनको गांव से खदेड़ दिया जाएगा. जो लोग पत्थलगड़ी का समर्थन नहीं कर रहे हैं और पढ़े लिखें हैं उनको जान से मार दिया जाएगा. वे हमेशा लोगों को धमकाते और कहते कि सरकारी कोई भी योजना गांव में संचालित नहीं होने दिया जाएगा और सरकार से मिलने वाली कोई भी सुविधा वे लोग नहीं लेंगे.

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7 लोगों की निर्मम हत्या

कुछ ग्रामीणों ने अपने आधार कार्ड, वोटर कार्ड आदि उसके पास जमा भी करवा दिए थे. बता दें कि पत्थलगड़ी का मुख्य चेहरा युसूफ पूर्ति के खिलाफ खूंटी जिले के विभिन्न थानों में दर्जनों मामले दर्ज हैं. युसूफ को पुलिस अब तक गिरफ्तार नहीं कर सकी है. ऐसा नहीं है कि पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी का प्रयास नहीं किया. पर हर बार युसूफ पूर्ति पुलिस को चकमा देकर फरार हो जाता है. ग्रामीणों के अनुसार, बुरुगुलीकेरा गांव में भी उसने पत्थलगड़ी करवाने को लेकर ग्रामीणों को बहकाया और उसी क्रम में गांव के ही उप मुखिया समेत 7 लोगों की निर्मम हत्या कर दी गई.

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