चाईबासा: विश्व विख्यात टाटा स्टील माइंस नोवामुंडी के अधीन कार्यरत विभिन्न ठेका कंपनियों ने अपने अधीन कार्यरत मजदूरों का शोषण किये जाने को लेकर मजदूर हड़ताल पर चले गए हैं. मजदूर अपने अधिकार और सम्मान की मांगों को लेकर कार्य ठप्प कर दिया है और ठेका कंपनी के खिलाफ टिस्को कैंप में जोरदार आंदोलन कर अपना विरोध जताया.
हड़ताल पर गए सभी मजदूर टाटा स्टील के अधीन कार्यरत बीएस माइनिंग कंस्ट्रक्शन कंपनी में काम करते हैं. इस ठेका कंपनी के अधीनस्थ कार्यरत स्थानीय युवक वाहन चालक के पद पर कार्यरत हैं. ठेका कंपनी के करीब 35 वाहन चालकों ने ठेका कंपनी के खिलाफ मजदूर अधिनियम के तहत उन्हें मिलने वाले सुविधाओं से वंचित रख कर उनका आर्थिक मानसिक और शारीरिक शोषण करने का गंभीर आरोप लगाया है.
मजदूरों की मांगें
- वाहन चालकों ने ठेका कंपनी के खिलाफ समय पर मजदूरी का भुगतान नहीं करने का आरोप.
- मजदूरों से अधिक पी एफ काटे जाने के बावजूद ठेकेदार के कम राशि जमा कराए जाने का आरोप.
- पीपी के तहत साल में मात्र दो जोड़े शर्ट-पैंट देने के बावजूद एक जोड़े ड्रेस की सिलाई के पैसे मजदूरों के वेतन से काटे जाने का आरोप.
- ओभर टाइम के बकाए राशि के भुगतान को लंबित रखने का आरोप.
- बीटी मेडिकल कराए जाने के नाम पर वाहन चालकों से राशि वसूलने का आरोप.
- बीटी के दौरान 4 दिनों के हाजरी के मजदूरी का भुगतान नहीं करने का आरोप.
- प्रति माह के घोषित 4 दिनों के छुट्टियों के मजदूरी का भी भुगतान नहीं किए जाने का आरोप.
- मजदूर सुरक्षा अधिनियम के तहत मजदूरों को मिलने वाले सुरक्षा उपकरण जूता, टोपी, जैकेट चश्मा और दास्तानों से भी वंचित रखने का आरोप लगाया है.
अपने अधिकार की मांग करने पर काम से हटाने की धमकी
मजदूरों ने अपने अधिकार और सम्मान की मांग करने वाले मजदूरों को ठेकेदार ने काम से हटाने की धमकी देने का भी गंभीर आरोप लगाते हुए स्थानीय मजदूरों ने ठेका कंपनी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.
टाटा स्टील एचआर को मांग पत्र सौंपने पर भी नहीं हुई सुनवाई
आंदोलनरत मजदूरों ने टाटा स्टील के एचआर डिपार्टमेंट के खिलाफ भी मजदूरी की मांगों को अनसुना करते हुए ठेकेदार का बचाव करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि मजदूरों ने ठेका कंपनी के शोषण करने का आरोप लगाते हुए अपने अधिकारों की मांगों को लेकर विगत 14 फरवरी, 7 मार्च और15 अक्टूबर 2019 को एचआर के अधिकारियों को सामूहिक रुप से मांग पत्र सौंप कर न्याय की गुहार लगाई थी.
इसके बावजूद आज तक मजदूरों के मांग पत्रों पर किसी तरह की सार्थक पहल नहीं किए जाने से दिनों दिन ठेकेदारों का हौसला बढ़ता जा रहा है. इस संबंध में हड़ताली मजदूरों ने बताया कि एचआर विभाग के वरीय पदाधिकारी हिमांशु और अवतार सिंह ने उनसे मुलाकात कर मजदूरों के हित में ठोस कदम उठाने और उन्हें मिलने वाली सभी सुविधाएं दिलाने का आश्वासन दिया है.
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हड़ताली मजदूरों में मुख्य रूप से जाम्बिरा जोंको, अमित परिडा, हरिओम पोद्धार, नीरज सिंह, विजय गोडसोरा, नीरज सिंह, मोहन दास, सुकलाल पूर्ति, प्रकाश पान, जाहिरा अवतार, सत्यजीत कुजूर, बुबन कारवा, अमित नायक, शम्भू राम, आर्थो राउत, बिवेक और शंकर पात्रों सहित लगभग 35 ठेका मजदूर शामिल थे.