चाईबासा: जिले में पड़ने वाली बड़ा जामदा के पंडरासाली सड़क को लेकर स्थानीय लोग बेहद परेशान हैं. इस सड़क से राज्य और केंद्र सरकार को तो काफी मुनाफा हो रहा है, लेकिन ग्रामीणों की जिंदगी मौत के मुहाने पर झूलती रहती है.
दरअसल, पंडरासाली सड़क मुख्य सड़क को रेलवे के अंडर ब्रिज से होते हुए लगभग 25 हजार से ज्यादा आबादी वाले कई गांव को जोड़ती है. इस सड़क के सहारे कई लौह अयस्क खदानों का कच्चा माल देश के अलग-अलग हिस्सों में भेजा जा रहा है. जिससे काफी मात्रा में लोहे का उत्पादन हो रहा है. इससे सरकार के साथ ही लौह अयस्क के व्यवसाय से जुड़े उद्योगपति और ट्रांसपोर्टरों को करोड़ों का मुनाफा हो रहा है. लेकिन क्षेत्र में बसने वाले लोगों के लिए यह सड़क किसी नरक से कम नहीं है.
यह सड़क रेलवे अंडर ब्रिज के नीचे से होकर गुजरती है. जिसमें तीन रास्ते हैं, दो रास्तों से भारी वाहनों का परिचालन होता है. जबकि एक अंडर ब्रिज से छोटे वाहन और दोपहिया वाहनों का परिचालन होता है. जान हथेली पर रखकर लोगों को पुलिया को पार करना पड़ता है. रेलवे अंडर ब्रिज के अंदर से ही 11 हजार हाई वोल्टेज वाली बिजली की तारों को बेतरतीब ढंग से पार किया गया है. जिससे प्रवाहित होने वाले करंट से क्षेत्र में संचालित कई स्पॉन्ज प्लांट का संचालन होता है. इससे आम लोगों की जान खतरे में रहती है.
कई दुर्घटनाओं में ग्रामीणों की जान भी जा चुकी है. ग्रामीणों की माने तो नेताओं के साथ ही किसी सरकारी पदाधिकारी को भी क्षेत्र के विकास से कोई सरोकार नहीं है. हालांकि उन्होंने सभी जगह सड़क मरम्मत को लेकर कई बार गुहार लगाई. लेकिन ग्रामीणों की तकलीफों से किसी भी सरकारी बाबुओं को कोई सरोकार नहीं है.