चाईबासा: पश्चिम सिंहभूम जिले के सारंडा के बीहड़ स्थित भनगांव ग्राम के ग्रामीणों ने वन विभाग के कर्मचारियों द्वारा गांव के एक ग्रामीण को पेड़ काटते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार किए जाने पर हमला बोल दिया. ग्रामीणों के द्वारा किए गए इस हमले में वन विभाग के एक फॉरेस्टर और एक वाहन चालक को गंभीर चोट आई है.
बंधक बना ले गए जंगल
वहीं, वन विभाग के 6 कर्मचारियों को बंधक बना लिया है. वन विभाग के पदाधिकारी ग्रामीणों से बातचीत कर देर रात तक अपने कर्मचारियों को छुड़ाने का प्रयास करते रहे, पर ग्रामीण वन विभाग के कर्मचारियों को छोड़ने को तैयार नहीं हुए. ग्रामीण बंधक बनाए गए 6 लोगों को सारंडा के बीहड़ जंगल की ओर लेकर चले गए हैं.
जंगल में हाथी की मौत
दरअसल, वन विभाग को सूचना मिली थी कि सारंडा के भनगांव जंगल में हाथी मारा गया है. इसकी छानबीन करने पहुंचे वन विभाग के पदाधिकारी और कर्मचारियों ने मृत हाथी के बच्चे (मादा) को बरामद कर पोस्टमार्टम कराया और दफनाने की प्रक्रिया कर वापस लौट रहे थे. उसी दौरान वन विभाग के कर्मचारियों को गुप्त सूचना मिली की सारंडा में अवैध लकड़ी तस्करी हो रही है. जिसे लेकर कर्मचारियों ने अपनी कार्रवाई करते हुए सारंडा जंगल में अपनी छानबीन शुरू की.
एकजुट हो गए ग्रामीण
इसी दौरान गांव के ही एक ग्रामीण को रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया. इसकी सूचना गांव के ग्रामीणों को मिली तो ग्रामीणों ने वन विभाग पर हमला कर अपने साथी को छुड़ाने का प्रयास करते हुए एकजुट हो गए.
वन विभाग के कर्मचारियों को बंधक बनाया
ग्रामीणों ने वन विभाग के कर्मचारियों की जमकर पिटाई कर दी. इस दौरान एक फॉरेस्टर मनोज पूर्ति का सिर फट गया. इसके साथ ही वाहन का एक चालक मंगल सामड घायल हो गया. दोनों घायलों का करमपदा सीआरपीएफ कैंप में प्राथमिक उपचार कराया जा रहा है.
लकड़ी तस्करी
वन विभाग कर्मचारियों की माने तो सारंडा में हो रहे अवैध लकड़ी तस्करों के साथ गांव के ग्रामीणों की संयुक्त साजिश के तहत ग्रामीणों ने वन विभाग के कर्मचारियों पर हमला बोला. इस दौरान दो कर्मचारी समेत चार मजदूरों को बंधक बना लिया है. जिसमें वन विभाग के दो कर्मचारी सावन सांडिल और मनोज माझी समेत चार मजदूर शामिल हैं.
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छुड़ाने का प्रयास
बंधक बनाए जाने की सूचना मिलते ही सारंडा डीएफओ रजनीश कुमार सहित अन्य वरीय पदाधिकारी किरीबुरू पहुंच गए हैं. साथ ही ग्रामीणों से बातचीत करके उनको छुड़ाने का प्रयास कर रहे हैं.