ETV Bharat / city

चाईबासा: पोषण पखवाड़ा 2021 लोगों को करेगा जागरूक, प्रचार वाहन को किया गया रवाना

पश्चिमी सिंहभूम जिला समाहरणालय परिसर में पोषण पखवाड़ा 2021 अंतर्गत सामुदायिक स्तर पर आमजनों को जागरूक करने के उद्देश्य से प्रचार वाहन को हरी झंडी दिखाकर उपायुक्त ने रवाना किया. इस अवसर पर उपायुक्त ने कहा कि हर साल पोषण के विषय में जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से पोषण पखवाड़ा मनाया जाता है. इस वर्ष भी निर्धारित समय सीमा में इस कार्यक्रम के तहत आंगनबाड़ी केंद्र, ग्रामीण स्तर पर कई कार्यक्रमों के माध्यम से लोगों को सूचना उपलब्ध करवाना ही मुख्य उद्देश्य है.

Nutrition Fortnight 2021 in West Singhbhum
जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से मनाया जाता है पखवाड़ा
author img

By

Published : Mar 14, 2021, 3:24 PM IST

चाईबासा: पश्चिमी सिंहभूम जिला समाहरणालय परिसर में पोषण पखवाड़ा 2021 अंतर्गत सामुदायिक स्तर पर आमजनों को जागरूक करने के उद्देश्य से प्रचार वाहन को हरी झंडी दिखाकर उपायुक्त ने रवाना किया. उपायुक्त अरवा राजकमल के नेतृत्व में पोषण पखवाड़ा 08 मार्च से 22 मार्च तक समुदाय स्तर पर कुपोषण से बचाव के प्रति आमजनों को जागरूक करने के उद्देश्य से जिला समाज कल्याण कार्यालय ओर से संचालित किया जा रहा है.

जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से मनाया जाता है पखवाड़ा

इस दौरान उप विकास आयुक्त संदीप बख्शी, सहायक समाहर्ता-सह-वरीय पदाधिकारी समाज कल्याण जावेद हुसैन (भा.प्र.से), अपर उपायुक्त एजाज अनवर, मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ ओमप्रकाश गुप्ता, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी अनीषा कुजूर की उपस्थित रहे. इस अवसर पर उपायुक्त ने कहा कि हर साल पोषण के विषय में जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से पोषण पखवाड़ा मनाया जाता है. इस वर्ष भी निर्धारित समय सीमा में इस कार्यक्रम के तहत आंगनबाड़ी केंद्र, ग्रामीण स्तर पर कई कार्यक्रमों के माध्यम से लोगों को सूचना उपलब्ध करवाना ही मुख्य उद्देश्य है.

अधिक क्षमता वाला पोषण केंद्र प्रारंभ करने के लिए प्रयासरत
उपायुक्त ने बताया गया कि जिला प्रशासन इस संचालित पखवाड़ा अंतर्गत 20 मार्च को कुपोषण उपचार केंद्र के तर्ज पर विभागीय मंत्री के मार्गदर्शन में बड़ाचिरू स्थित कल्याण विभाग की ओर से निर्मित स्वास्थ्य केंद्र में संख्या के लिहाज से संभवत: राज्य का सर्वाधिक क्षमता वाला पोषण केंद्र का संचालन भी प्रारंभ करने के लिए प्रयासरत है. पोषण पखवाड़ा अंतर्गत विशेषकर स्थानीय और आदिवासी संस्कृति के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में उपलब्ध खाद्य सामग्री का उपयोग करते हुए, कुपोषण के क्षेत्र में कैसे सुधार लाया जा सकता है. इस संबंध में भी समुदाय स्तर पर जानकारी साझा की जाएगी.

कुपोषण एक जटिल समस्या
उपायुक्त ने बताया कि जिले में कुपोषण एक जटिल समस्या है. इसे दो प्रकार से हल किया जा रहा है. जिसके तहत बाल विकास एवं संरक्षण पदाधिकारी की ओर से आंगनबाड़ी सेविका, सहिया के सहयोग से जितने भी कुपोषित बच्चे ज्ञात में आ रहे हैं. उनको क्षेत्र के कुपोषण उपचार केंद्र में भर्ती करवाया जा रहा है. यह भी ध्यान रखा जा रहा है कि जिले में कुपोषित बच्चे जन्म ना लें. इसके तहत गर्भवती महिला का लगातार ए.एन.सी और एनीमिया जांच करवाते हुए, पोषण युक्त आहार लेने की सलाह दिया जा रहा है.

उन्होंने बताया कि कुपोषण उपचार केंद्र पर प्रतिनियुक्त चिकित्सक कीओर से लगातार बेहतर सेवाभाव के साथ उत्कृष्ट काम किया जा रहा है. जिसका नतीजा है कि कुपोषण उपचार केंद्र को रैंकिंग में देखा जाए, तो राज्य भर में प्रथम 05 स्थान में है.

चाईबासा: पश्चिमी सिंहभूम जिला समाहरणालय परिसर में पोषण पखवाड़ा 2021 अंतर्गत सामुदायिक स्तर पर आमजनों को जागरूक करने के उद्देश्य से प्रचार वाहन को हरी झंडी दिखाकर उपायुक्त ने रवाना किया. उपायुक्त अरवा राजकमल के नेतृत्व में पोषण पखवाड़ा 08 मार्च से 22 मार्च तक समुदाय स्तर पर कुपोषण से बचाव के प्रति आमजनों को जागरूक करने के उद्देश्य से जिला समाज कल्याण कार्यालय ओर से संचालित किया जा रहा है.

जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से मनाया जाता है पखवाड़ा

इस दौरान उप विकास आयुक्त संदीप बख्शी, सहायक समाहर्ता-सह-वरीय पदाधिकारी समाज कल्याण जावेद हुसैन (भा.प्र.से), अपर उपायुक्त एजाज अनवर, मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ ओमप्रकाश गुप्ता, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी अनीषा कुजूर की उपस्थित रहे. इस अवसर पर उपायुक्त ने कहा कि हर साल पोषण के विषय में जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से पोषण पखवाड़ा मनाया जाता है. इस वर्ष भी निर्धारित समय सीमा में इस कार्यक्रम के तहत आंगनबाड़ी केंद्र, ग्रामीण स्तर पर कई कार्यक्रमों के माध्यम से लोगों को सूचना उपलब्ध करवाना ही मुख्य उद्देश्य है.

अधिक क्षमता वाला पोषण केंद्र प्रारंभ करने के लिए प्रयासरत
उपायुक्त ने बताया गया कि जिला प्रशासन इस संचालित पखवाड़ा अंतर्गत 20 मार्च को कुपोषण उपचार केंद्र के तर्ज पर विभागीय मंत्री के मार्गदर्शन में बड़ाचिरू स्थित कल्याण विभाग की ओर से निर्मित स्वास्थ्य केंद्र में संख्या के लिहाज से संभवत: राज्य का सर्वाधिक क्षमता वाला पोषण केंद्र का संचालन भी प्रारंभ करने के लिए प्रयासरत है. पोषण पखवाड़ा अंतर्गत विशेषकर स्थानीय और आदिवासी संस्कृति के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में उपलब्ध खाद्य सामग्री का उपयोग करते हुए, कुपोषण के क्षेत्र में कैसे सुधार लाया जा सकता है. इस संबंध में भी समुदाय स्तर पर जानकारी साझा की जाएगी.

कुपोषण एक जटिल समस्या
उपायुक्त ने बताया कि जिले में कुपोषण एक जटिल समस्या है. इसे दो प्रकार से हल किया जा रहा है. जिसके तहत बाल विकास एवं संरक्षण पदाधिकारी की ओर से आंगनबाड़ी सेविका, सहिया के सहयोग से जितने भी कुपोषित बच्चे ज्ञात में आ रहे हैं. उनको क्षेत्र के कुपोषण उपचार केंद्र में भर्ती करवाया जा रहा है. यह भी ध्यान रखा जा रहा है कि जिले में कुपोषित बच्चे जन्म ना लें. इसके तहत गर्भवती महिला का लगातार ए.एन.सी और एनीमिया जांच करवाते हुए, पोषण युक्त आहार लेने की सलाह दिया जा रहा है.

उन्होंने बताया कि कुपोषण उपचार केंद्र पर प्रतिनियुक्त चिकित्सक कीओर से लगातार बेहतर सेवाभाव के साथ उत्कृष्ट काम किया जा रहा है. जिसका नतीजा है कि कुपोषण उपचार केंद्र को रैंकिंग में देखा जाए, तो राज्य भर में प्रथम 05 स्थान में है.

For All Latest Updates

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.