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नक्सलियों से सांठगांठ के आरोप पर बोले गिलुवा- चुनावी समर में यह राजनीति स्टंट है

झारखंड हाई कोर्ट में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष के खिलाफ नक्सलियों से सांठगांठ के आरोप को गिलुवा ने खारिज करते हुए कहा कि यह माहागठबंधन की सोची समझी चाल है. चुनाव के समय प्रतियाशी पर आरोप लगाए जा रहे है.

चुनावी समर में यह राजनीति स्टंट है-गिलुवा
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Published : Apr 6, 2019, 5:17 PM IST

चाईबासा: झारखंड बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष के खिलाफ झारखंड हाईकोर्ट में दायर याचिका के बाद प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुवा ने कहा कि ये विपक्ष की चाल है. उन्होंने अपने ऊपर लगे आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि इस आरोप के पीछे महागठबंधन का हाथ है .

चुनावी समर में यह राजनीति स्टंट है-गिलुवा

प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुवा ने कहा कि विपक्ष को अपने हार का आभास हो चुका है. इसलिए चुनाव के समय में एक सोची-समझी रणनीति के तहत कई तरह के आरोप लगाए जा रहे है. जेल में बंद रमाकांत पांडे से संबंध जोड़ते हुए मुझपर नक्सलियों से सांठगांठ करने का आरोप लगाकर झारखंड उच्च न्यायालय में जनहित याचिका दायर करने की कवायद की जा रही है.

इस दौरान उन्होंने सवाल जवाब में कहा कि 2014 में हुए लोकसभा चुनाव में रमाकांत पांडे ने गीता कोड़ा के पक्ष में खुलकर काम किया था तो क्या हम यह मान ले कि गीता कोड़ा का भी संबंध नक्सलियों के साथ है.

उन्होंने दावा करते हुए कहा कि अपने 25 साल की राजनीतिक जीवन में कभी भी इस तरह के गंभीर आरोप नहीं लगे हैं. अगर कहीं भी किसी तरह से मैं गलत किया होता तो, जिला प्रशासन एवं पुलिस की रिपोर्ट में यह बात सामने आ जाती. लेकिन किसी भी प्रकार से घटना की जांच के क्रम में उनका नाम सामने नहीं आया. बावजूद इसके चुनाव के समय में ही इस तरह के मामले उठाए जाने से पूरी तरह से यह मामला राजनीति स्टंट के रूप में देखा जाना चाहिए. जिसके पीछे महागठबंधन की चाल है.

चाईबासा: झारखंड बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष के खिलाफ झारखंड हाईकोर्ट में दायर याचिका के बाद प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुवा ने कहा कि ये विपक्ष की चाल है. उन्होंने अपने ऊपर लगे आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि इस आरोप के पीछे महागठबंधन का हाथ है .

चुनावी समर में यह राजनीति स्टंट है-गिलुवा

प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुवा ने कहा कि विपक्ष को अपने हार का आभास हो चुका है. इसलिए चुनाव के समय में एक सोची-समझी रणनीति के तहत कई तरह के आरोप लगाए जा रहे है. जेल में बंद रमाकांत पांडे से संबंध जोड़ते हुए मुझपर नक्सलियों से सांठगांठ करने का आरोप लगाकर झारखंड उच्च न्यायालय में जनहित याचिका दायर करने की कवायद की जा रही है.

इस दौरान उन्होंने सवाल जवाब में कहा कि 2014 में हुए लोकसभा चुनाव में रमाकांत पांडे ने गीता कोड़ा के पक्ष में खुलकर काम किया था तो क्या हम यह मान ले कि गीता कोड़ा का भी संबंध नक्सलियों के साथ है.

उन्होंने दावा करते हुए कहा कि अपने 25 साल की राजनीतिक जीवन में कभी भी इस तरह के गंभीर आरोप नहीं लगे हैं. अगर कहीं भी किसी तरह से मैं गलत किया होता तो, जिला प्रशासन एवं पुलिस की रिपोर्ट में यह बात सामने आ जाती. लेकिन किसी भी प्रकार से घटना की जांच के क्रम में उनका नाम सामने नहीं आया. बावजूद इसके चुनाव के समय में ही इस तरह के मामले उठाए जाने से पूरी तरह से यह मामला राजनीति स्टंट के रूप में देखा जाना चाहिए. जिसके पीछे महागठबंधन की चाल है.

Intro:चाईबासा। माओवादियों के साथ सांठगांठ के आरोप और पीआईएल करने की कवायद को लेकर लक्ष्मण गिलुवा ने विपक्ष की चाल बताया है। उन्होंने अपने ऊपर लगे आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि इस आरोप के पीछे महागठबंधन का हाथ है क्योंकि उससे अपने हार का आभास हो चुका है और चुनाव के समय में एक सोची-समझी रणनीति के तहत जेल में बंद रमाकांत पांडे से संबंध जोड़ते हुए नक्सलियों से सांठगांठ करने का आरोप लगाकर माननीय झारखंड उच्च न्यायालय में जनहित याचिका दायर करने की कवायद की जा रही है।


Body:उन्होंने सवाल जवाब में यही कहा कि 2014 में हुए लोकसभा चुनाव में रमाकांत पांडे ने गीता कोड़ा के पक्ष में खुलकर काम किया था तो क्या यह भी मान लिया जाए कि गीता कोड़ा का भी संबंध नक्सलियों के साथ है। उन्होंने दावा करते हुए कहा कि अपने 25 साल की राजनीतिक जीवन में कभी भी इस तरह के गंभीर आरोप नहीं लगे हैं। अगर कहीं भी किसी तरह से मैं गलत किया होता तो जिला प्रशासन एवं पुलिस की रिपोर्ट में यह बात सामने आ जाती । लेकिन किसी भी प्रकार से घटना की जांच के क्रम में उनका नाम सामने नहीं आया। बावजूद इसके चुनाव के समय में ही इस तरह के मामले उठाए जाने से पूरी तरह से यह मामला राजनीति स्टंट के रूप में देखा जाना चाहिए। जिसके पीछे महागठबंधन की चाल है।


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