चाईबासा: जिले के बंदगांव प्रखंड स्थित मेरोमगुट्टू गांव के संत मिखाईल मध्य विद्यालय के मैदान में लोगों के समस्याओं के निवारण के उद्देश्य से जन चौपाल कार्यक्रम आयोजित की गई. इस कार्यक्रम में जिला उपायुक्त ने कहा कि जनचौपाल कार्यक्रम में राज्य के मुख्यमंत्री रघुवर दास का आगमन था लेकिन खराब मौसम के कारण वह नहीं आ पाए. वहीं, जिला उपायुक्त अरवा राजकमल ने लोगों से संवाद करते हुए उनकी समस्याओं को सुना और कार्यक्रम स्थल पर ही संबंधित पदाधिकारी को इसके निष्पादन के लिए निर्देशित किया गया. इसके साथ ही कार्यक्रम में उपायुक्त ने आवास योजना का स्वीकृति पत्र और शौचालय निर्माण हेतु अग्रिम राशि का चेक भी दिया गया.
नहीं पहुंचे मुख्यमंत्री रघुवर दास
इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अरवा राजकमल ने कहा कि जन चौपाल कार्यक्रम में राज्य के मुख्यमंत्री रघुवर दास का आगमन प्रस्तावित था लेकिन खराब मौसम के कारण वह नहीं आ पाए. मेरे यहां आने से पहले वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मुख्यमंत्री ने यह संदेश दिया कि कार्यक्रम में प्राप्त आवेदनों या ग्रामीण भाइयों की समस्याओं का त्वरित निदान जिला स्तर पर किया जाए और अगर किसी शिकायत के निष्पादन में राज्य सरकार की भूमिका है तो इसे अविलंब उनके कार्यालय में भेजा जाए. जहां वह स्वयं इस मामले को देखेंगे.
क्या है जन चौपाल
जन चौपाल एक ऐसा माध्यम है जहां सरकार, पदाधिकारी परिवार के सदस्य के रूप में लोगों से संवाद करते हैं और उनकी समस्याओं का निदान करते हैं. उपायुक्त ने कहा कि जिले में मुख्यमंत्री आदर्श ग्राम योजना की शुरुआत उप विकास आयुक्त की देखरेख में की गई है. इस योजना के तहत मेरोमगुट्टू गांव को भी आदर्श ग्राम के रूप में विकसित करने हेतु जिला प्रशासन ने इसे सूचीबद्ध किया गया है. गांव का विकास तभी संभव है जब वहां की जनता जागरूक होगी, सरकारी योजना का लाभ आप सबों का हक है और वह आप सब को उपलब्ध करवाया जा रहा है. इसके बाद आधारभूत संरचना सड़क, पानी बिजली आदि की व्यवस्था सरकार कर रही है.
आवास योजना का शुभारंभ
उन्होंने कहा कि सरकार की सोच है कि 2022 तक सभी लोगों के पास अपना मकान हो, इसके लिए सरकार ने भीमराव अंबेडकर आवास योजना का शुभारंभ किया है. मुख्यमंत्री आकांक्षी जिला योजना के तहत इस जिले को 2500 आवास देने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. इस योजना के तहत वैसे लाभुक शामिल होंगे जिनका नाम डाटा सूची में नहीं है. इसके लिए सरकार के निर्देशानुसार जिला प्रशासन ने गांव में भौतिक निरीक्षण का काम करवाया जा रहा है. इस कार्यक्रम में पश्चिमी सिंहभूम पुलिस अधीक्षक इंद्रजीत माहथा, उप विकास आयुक्त आदित्य रंजन सहित जिले के वरीय पदाधिकारी और प्रखंड स्तरीय पदाधिकारियों ने हिस्सा लिया.