चाईबासा/जमशेदपुर/रांचीः झारखंड भाजपा के अध्यक्ष, सिंहभूम सीट से सांसद और चक्रधरपुर सीट से विधायक रह चुके लक्ष्मण गिलुआ का निधन हो गया है. लक्ष्मण गिलुआ बीते दिन कोरोना वायरस से संक्रमित हो गए थे, जिसके बाद उन्हें टाटा मोटर्स हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था. गुरुवार की रात उनकी अचानक तबीयत बिगड़ी और उन्हें बचाया नहीं जा सका.
लक्ष्मण गिलुआ का सफरनामा
लक्ष्मण गिलुआ का जन्म 20 दिसंबर 1964 को पश्चिमी सिंहभूम के जांता में हुआ था. वे रांची यूनिवर्सिटी से कॉमर्स ग्रेजुएट थे. साल 1991 में वे एर्नाकुलम जिला परिषद के सदस्य बने. 1995 में वे चक्रधरपुर से विधायक बने. 1999 में सिंहभूम लोकसभा सीट से चुनाव लड़े और पहली बार सांसद बने. 2009 में वे फिर से विधानसभा चुनाव लड़े और जीते. 2014 में वो सिंहभूम सीट से दोबारा सांसद चुने गए. लोकसभा चुनाव 2019 में गिलुआ सिंहभूम सीट से हार गए. विधानसभा चुनाव 2019 में चक्रधरपुर सीट से उन्हें हार का सामना करना पड़ा. विधानसभा चुनावों में हार के बाद दिसंबर 2019 में उन्होंने बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रहते हुए उन्होंने पार्टी को राज्य के आदिवासी इलाकों में खास मजबूती दी.
किसने क्या कहा
लक्ष्मण गिलुआ के निधन पर देश-प्रदेश के नेताओं ने शोक जताया है. भाजपा सहित विपक्षी दलों के नेताओं ने भी उनके निधन को अपूरणीय क्षति बताया है.
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने ट्वीट किया है कि " @BJP4Jharkhand के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष श्री लक्ष्मण गिलुआ जी ने झारखंड में भाजपा को सशक्त करने में अहम योगदान दिया. उनका निधन संगठन के लिए अपूरणीय क्षति है. उन्हें समाज व संगठन कार्यों के लिए सैदव याद किया जाएगा. मैं उनके परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूँ. ॐ शांति शांति."
केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने लिखा कि "झारखंड प्रदेश भाजपा के पूर्व अध्यक्ष एवं पूर्व सांसद लक्ष्मण गिलुआ जी के निधन का दुःखद समाचार मिला. उनके निधन से पार्टी को अपूरणीय क्षति हुई है. भगवान उन्हें अपने श्रीचरणों में स्थान प्रदान करें और उनके परिवार को यह दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करें. ॐ शांति."
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी शोक जताते हुए ट्वीट किया है कि "पूर्व सांसद और पूर्व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष आदरणीय लक्ष्मण गिलुआ जी के निधन की सूचना से अत्यंत मर्माहत हूं. वह एक सरल स्वाभाव के व्यक्ति थे. झारखंड की राजनीति में उनकी कमी हमेशा खलेगी. परमात्मा दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान कर परिवार को दुख की घड़ी सहन करने की शक्ति दे."
स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने ट्वीट किया कि "पूर्व सांसद व भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुवा जी के निधन की सूचना से मन दुखी हैं, वे मेरे अभिभावक तुल्य थे, जनहित के मामलों में उनकी सक्रियता अतुलनीय थी, आज झारखंड ने एक कुशल राजनीतिक खोया हैं जिसकी कमी सदैव खलेगी।विनम्र श्रद्धांजलि लक्ष्मण दा."
पेयजल आपूर्ति मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने लिखा है कि "भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुआ जी के निधन की सूचना पाकर स्तब्ध हूं. उनका जाना कोल्हान की राजनीति में एक बड़ा शून्य पैदा कर गया. वे बड़े भाई सदृश थे. अत्यंत मृदुभाषी और मिलनसार. आप बहुत याद आएंगे गिलुआ जी. विनम्र श्रद्धांजलि."
आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो ने ट्वीट किया कि लक्ष्मण गिलुआ के असामयिक निधन की खबर से वे स्तब्ध और मर्माहत हैं. उन्होंने ईश्वर से दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करने की कामना की है. साथ ही परिवार और प्रियजनों के प्रति गहरी संवेदनाएं जताई हैं.
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने लिखा है कि " भाजपा झारखंड के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष,पूर्व सांसद,सरल व्यक्तित्व आदरणीय लक्ष्मण गिलुआ जी के निधन से मर्माहत हूं. यह पार्टी के लिए अपूर्णीय क्षति है. मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि दिवंगत आत्मा को शान्ति व शोकाकुल परिजनो और समर्थकों को यह दुख सहन करने की शक्ति प्रदान करें."
भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने ट्वीट किया है कि पूर्व सांसद पूर्व अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुआ का निधन उनके लिए व्यक्तिगत क्षति है. उनका यूं चले जाना पूरे राज्य के लिए एक अपूरणीय क्षति है. ईश्वर उन्हें अपने श्रीचरणों में स्थान दें व परिजनों को साहस प्रदान करें.
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने भी गहर दुख जताया है. उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा है कि "लक्ष्मण गिलुआ जी के निधन की खबर से मन बहुत व्यथित है. उनका निधन मेरे लिए व्यक्तिगत क्षति है. गिलुआ जी का संपूर्ण जीवन प्रदेश, समाज और संगठन की सेवा के लिए समर्पित रहा. ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति की प्रार्थना और उनके परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं. ॐ शांति."
निर्दलीय विधायक सरयू राय ने अपनी यादें साझा की हैं. उन्होंने लिखा है कि "पूर्व सांसद/विधायक लक्ष्मण गिलुआ का निधन व्यक्तिगत क्षति है.1995 में चक्रधरपुर से उन्हें भाजपा टिकट मिलने की जद्दोजहद याद आ गई. विनोद श्रीवास्तव जी का इसमें बड़ा हाथ था. वे रो पड़े थे. तब मैं झारखंड भाजपा का प्रभारी था. विनोद जी का मान रहा,गिलुआ जीते. गिलुआ की सरलता याद आयेगी. ऊंशांति:"
राज्यसभा सांसद महेश पोद्दार ने लक्ष्मण गिलुआ के असामयिक निधन पर स्तब्धता व्यक्त की है. उन्होंने लिखा है कि प्रभु पुण्यात्मा को श्रीचरणों में स्थान दें और शोक संतप्त परिजनों को आघात सहने की शक्ति.
सांसद निशिकांत दुबे ने अपनी संवेदनाएं प्रकट करते हुए लिखा है कि "संसद में हमारे सहयोगी रहे पूर्व सांसद, झारखंड भाजपा के पूर्व अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुआ जी का निधन मेरे लिए व्यक्तिगत क्षति है. बेहद अनुशासित, सौम्य, सादगी इनके जीवन का मजबूत अंग था. इनका यूं चले जाना पूरे राज्य के लिए एक अपूरणीय क्षति है. ईश्वर उन्हें अपने श्रीचरणों में स्थान दें."
रांची से सांसद संजय सेठ, विधायक सीपी सिंह सहित कई बड़े नेताओं ने भी लक्ष्मण गिलुआ के असामयिक निधन पर दुख जताया है.