चाईबासा: ईचा डैम का निर्माण कार्य बंद कराने को लेकर पश्चिम सिंहभूम जिले के सदर प्रखड अंतर्गत कुर्सी गांव में विस्थापित ग्रामीणों ने आमसभा का आयोजन किया. ग्रामीणों की इस आम सभा में विस्थापित होने वाले गांव के हजारों ग्रामीणों के बीच चाईबासा विधायक दीपक बिरूआ भी उपस्थित रहे.
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विस्थापित ग्रामीणों का कहना कि हम सभी ने इस बार के चुनाव में वोट देकर झारखंड मुक्ति मोर्चा की सरकार बनाई है और काफी उम्मीदें हैं कि इस बार हम लोगों को विस्थापित होने से झारखंड मुक्ति मोर्चा की हेमंत सरकार ईचा डैम का कार्य रद्द कर, विस्तापित होने से हजारों परिवारों को बचाएगी.
आमसभा को संबोधित करते हुए विधायक दीपक बिरुआ ने ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि ईचा डैम बांध निर्माण कार्य रद्द करने को लेकर सरकार से वे आग्रह करेंगे. दीपक बिरुआ ने कहा कि राज्यपाल अधिवेशन में स्पष्ट कहा गया था कि राज्य की जो भी योजना परियोजना संचालित है. उसका सरकार पुनर्समीक्षा करेगी. यदि वह जनउपयोगी होगी तो चलेगी, अगर वो जन विरोधी होगा तो उस पर पुनर्विचार किया जाएगा और उसे रद्द भी किया जा सकता है. ईचा डैम परियोजना काफी बड़ी परियोजना है. जिसमें 84 गांव ही नहीं 300 गांव भी डूब सकते हैं. चांडिल डैम निर्माण के वक्त 40 गांव डूबने की बात कही गई थी. परंतु 119 गांव डूब गए हैं. उसी तरह इस डैम निर्माण से 84 गांव डूबने की बात कही जा रही है, लेकिन वास्तविक रूप से 300 गांव डूब सकते हैं. इसलिए इचा डैम निर्माण को लेकर सरकार को पुनर्विचार करना चाहिए.