चाईबासा: पश्चिम सिंहभूम के बंदगांव प्रखंड के हुडुंगदा गांव में पोड़ाहाट विकास मेला में मुख्यमंत्री रघुवर दास ने विकास के कई सौगात दिए. इस अवसर पर उन्होंने मानकी मुंडा के साथ विकास योजनाओं के लाभ भी बताए. मुख्यमंत्री रघुवर दास ने आधारभूत संरचना को मजबूत करने वाली अनेक विकास योजनाओं का ऑनलाईन शिलान्यास और लोकार्पण भी किया.
चरण पादुका योजना का शुभारंभ
पोड़ाहाट विकास मेला में मुख्यमंत्री रघुवर दास ने इस दौरान लाभुकों के बीच परिसंपत्ति का वितरण किया. उन्होंने एसीसी सीमेंट फैक्ट्री द्वारा निर्मित चरण पादुका योजना का शुभारंभ किया, जिसमें 2 महिलाओं को सांकेतिक रूप से चप्पल पहनाकर मुख्यमंत्री रघुवर दास ने चरण पादुका स्कीम का शुभारंभ किया. मंत्रिमंडल के साथ-साथ गांव वालों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि अत्यंत गरीबी में गुजर-बसर कर रहे परिवारों के जीवन स्तर को सुधारने के लिए पीएचपी अर्थात टारगेटिंग हार्डकोर पुअर परियोजना का सूत्रपात किया गया.
'मैंने करीब से देखी है गरीबी'
मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा 'मैंने गरीबी को अपने जीवन में बहुत थी करीब से देखा है गरीब की वेदना क्या होती है, इसका अनुभव है मुझे और इसलिए मेरे भी जीवन का संकल्प है कि समृद्ध राज्य की गोद में जो गरीबी चलती है उस गरीबी को नेस्तेनाबूत कर दिया जाए'. उन्होंने कहा कि मुश्किल वक्त में जब कोई साथ देने के लिए तैयार नहीं था ऐसे में रघुवर सरकार ने अनुसूचित जनजाति की सैकड़ों महिलाओं की जिंदगी में खुशियों का द्वार खोल दिया है.
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'स्वरोजगार के साधन उपलब्ध कराए'
मुख्यमंत्री रघुवर दास कहा कि थोड़ी सी मेहनत और सही दिशा गरीबी के चक्रव्यूह को तोड़ सकती है. इसी सोच के साथ रघुवर सरकार ने चाईबासा जिले की 2000 बहनों को गरीबी के चुंगल से बाहर निकालने का बीड़ा उठाया है. टार्गेटिंग हार्डकोर पुअर परियोजना के तहत रघुवर सरकार ने इन महिलाओं के घर जाकर उनसे पूछकर महिलाओं को स्वरोजगार के अवसर उपलब्ध कराए. उनकी इच्छा और क्षमता के हिसाब से स्वरोजगार के साधन उपलब्ध कराए गए.
खुशहाली के रास्ते पर महिलाएं
रोजमर्रा के सामानों की छोटी दुकान, मुर्गी पालन, सुअर पालन और टेलरिंग आदि क्षेत्रों में स्वालंबन के अवसर उपलब्ध कराए. इन बहनों को सरकार की विभिन्न योजनाओं का लाभ भी दिया गया.मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि सरकार ने अपनी जिम्मेदारी सिर्फ यही तक नहीं निभाई बल्कि गरीबी को नेस्तनाबूत करने के लिए हर रोज हर पल कंधे से कंधा मिलाकर उनके साथ दिया. नतीजा यह हुआ कि गरीबी की दलदल में फंसे 2000 परिवार ना सिर्फ गरीबी से बाहर आए बल्कि समृद्ध झारखंड के निर्माण में अपना योगदान दे रहे हैं. 2 साल में नतीजा सबके सामने है गरीबी को पीछे छोड़ते हुए महिलाएं खुशहाली और समृद्धि के रास्ते पर चल रही है.
मुख्यमंत्री ने इन योजनाओं का किया शिलान्यास
- गोपीनाथ से चैनपुर तक 16 किलोमीटर की सड़क का शिलान्यास- मुख्यमंत्री के आगमन पर किए गए वादा के अनुरूप झारखंड सरकार द्वारा उक्त सड़क का निर्माण किया जा रहा है.
- आरओबी में लाइट अधिष्ठापन का शिलान्यास-डीएमएफटी मदद से चक्रधरपुर के आरोपी के ऊपर लाइट का अधिष्ठापन किया.
- अनुमंडल अस्पताल में एमसीएच एवं प्रशासनिक भवन का शिलान्यास-डिस्ट्रिक्ट मिनरल फंड मद से किया जा रहा है.
- गुदड़ी कस्तूरबा विद्यालय के भवन निर्माण का शिलान्यास.
- गोइलकेरा कस्तूरबा विद्यालय के छात्रावास निर्माण का शिलान्यास.
- आनंदपुर कस्तूरबा विद्यालय का उद्घाटन.
- चक्रधरपुर बाटा रोड पर पीसीसी पथ का निर्माण.
- चक्रधरपुर प्रखंड के कुईतुका से सेंगेलदीपी तक पथ निर्माण के भाग 1 और 2 का शिलान्यास.
- चरण पादुका कार्यक्रम का शुभारंभ- जिसमें आदमी जनजाति के लोगों को स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा निर्मित चरण पादुका पूरे राज्य भर में निशुल्क दी जाएगी.