चाईबासा: विधानसभा चुनाव से पहले ही बीजेपी में गुटबाजी शुरू हो गई है. पश्चिम सिंहभूम के बीजेपी जिला अध्यक्ष मनीष राम की कार्यशैली से नाराज होकर मुख्यमंत्री रघुवर दास के दौरे से एक दिन पहले चाईबासा नगर अध्यक्ष सहित 3 प्रखंड अध्यक्षों ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है.
जिलाध्यक्ष पर मनमानी का आरोप
बीजेपी के चाईबासा नगर अध्यक्ष और 3 प्रखंडों के अध्यक्षों ने जिला अध्यक्ष मनीष राम पर कई गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने जिलाध्यक्ष पर उनके साथ अभद्र व्यवहार, बेइज्जत करने, धमकी देने के साथ-साथ जिला अध्यक्ष के व्यापार को बढ़ाने के लिए ट्रैक्टरों की बिक्री कराने के लिए भी दबाव बनाया जाता है. जिसे लेकर जिला अध्यक्ष के रवैए से क्षुब्ध होकर अपने-अपने पद से इस्तीफा दे दिया. जबकि ये लोग पार्टी में सामान्य कार्यकर्ता के रूप में सक्रिय भूमिका निभाएंगे. प्रखंड अध्यक्षों ने जिला अध्यक्ष मनीष राम पर प्रखंड स्तर में गुटबाजी करवाने का आरोप लगाया. इसके साथ-साथ अपनी मनमानी करने और पुराने और निष्ठावान कार्यकर्ताओं को निशाना बनाकर पार्टी में गुटबाजी करने का भी आरोप लगाया है.
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इन्होंने दिया इस्तीफा
इस्तीफा देने वालों में चाईबासा नगर अध्यक्ष विकास शर्मा, सदर प्रखंड अध्यक्ष ब्राजील सुंडी, टोंटो प्रखंड अध्यक्ष बाबूराम लागुरी, झींकपानी प्रखंड अध्यक्ष कमल नायक शामिल हैं.
यह पार्टी का अंदरूनी मामला- मनीष राम
इधर, जिला अध्यक्ष मनीष राम ने कहा कि यह पार्टी का अंदरूनी मामला है, जिसे हम बैठकर सुलझा लेंगे. उन्होंने कहा कि पिछले लोकसभा चुनाव में समीक्षा के अनुसार जिस मंडल में हम कमजोर हैं वहां संयोजक की नियुक्ति की गई है. जिससे संगठन और भी मजबूत होगा पार्टी में रहकर कुछ लोग नहीं चाहते कि चाईबासा विधानसभा में हम लोग मजबूत स्थिति में रहे और पश्चिम सिंहभूम में बीजेपी मजबूत बने वैसे लोग अलग-अलग तरीके से आरोप लगाने का प्रयास कर रहे हैं.