चाईबासाः Sea Island of Andhra Pradesh पर झारखंड पश्चिम सिंहभूम जिला के 16 मजदूर फंसे हैं. उन्होंने अपनी ओर से वीडियो जारी कर CM Hemant Soren से घर वापस लाने की गुहार लगायी है.
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धन, धान्य और खनिज से संपन्न झारखंड यह सुनकर गौरव महसूस होता है. लेकिन बार-बार ऐसे परिदृश्य सामने आते हैं जिससे कि झारखंड राज्य की सच्चाई अलग ही कहानी कहती नजर आने लगती है. साथ ही सरकार की नीतियों पर प्रश्न चिन्ह खड़ा करती है. अपने ही राज्य में रोजगार के लिए तरस रहे लोग परदेश में जाकर दलालों के चंगुल में फंस जाते हैं. एक बार फिर पश्चिमी सिंहभूम जिला में यह समस्या उजागर हुई है. यहां के मजदूर दलाल के चंगुल में फंस चुके हैं और मजबूरी में अपने दिन काट रहे हैं.
आंध्र प्रदेश में कुरनूल जिला के मल्लेश्वरम में पश्चिमी सिंहभूम जिला के टोंटो प्रखंड अंतर्गत नीमडीह गांव के 16 मजदूर फंस गए हैं. मजदूर दलाल के माध्यम से रोजगार के लालच में आंध्र प्रदेश में कुरनूल के Malleswaram Island में फंस चुके हैं. डरे-सहमे मजदूरों ने झारखंड जेनरल कामगार यूनियन केंद्रीय अध्यक्ष जॉन मिरन मुंडा को एक वीडियो भेज कर मल्लेश्वरम की वस्तुस्थिति से अवगत कराया है. Etv Bharat इस वीडियो की पुष्टि नहीं करता है.
मजदूर बैद्यनाथ बलमुचू ने वीडियो जारी कर झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से अपनी सुरक्षा की गुहार लगाई है. साथ ही उसने बताया है कि पश्चिम सिंहभूम जिला के 16 मजदूर यहां अच्छा काम दिलाने के नाम पर लाए गए थे. लेकिन यहां उन्हें बंधुआ मजदूर बनाकर रख दिया गया है. इसके साथ ही 8 घंटे के बजाए 16 से 18 घंटे उनसे काम लिया जाता है. खाने के लिए भी सही से नहीं दिया जाता है. मजदूर ने बताया कि ठेकेदार का नाम रमेश है और वो विजयवाड़ा में रहता है.