बोकारोः चंदनकियारी के कलाकार अजय शंकर महतो ने सैंड आर्ट के जरिये धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की 144 वीं जयंती पर रेत पर उनकी आकृति बना कर श्रद्धांजलि दी है. बता दें कि शीलफोर गांव स्थित दामोदर नदी किनारे पर अजय शंकर ने रेत पर भगवान बिरसा की भव्य आकृति बनाकर श्रद्धांजलि दी. अजय की बनायी इस सुंदर रंगीन आकृति को देखने के लिए नदी किनारे लोगों की भीड़ उमड़ रही है.
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कलाकार अजय शंकर महतो ने बताया कि आज ही के दिन 15 नवंबर 1875 को धरती आबा भगवान बिरसा का जन्म हुआ था. अजय बताते हैं कि भगवान बिरसा की इच्छाशक्ति और साहस का अंदाजा आप इस बात से लगा सकते हैं कि मात्र 19 वर्ष की आयु में उन्होंने मुंडा आदिवासियों को एकजुट कर अंग्रेज़ों से 'लगान माफी' के लिए उलगुलान शुरू कर दिया था.
कलाकार अजय शंकर महतो का कहना है कि वो इस तरह रेत में आकृति हर पूजा, त्यौहार, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय दिवस पर बनाते हैं, जिसे देखने के लिए बोकारो जिला और धनबाद जिला के लोग दूर-दूर से पहुंचते हैं. उन्होंने बताया कि नदी में रेत कम मात्रा में रहने के कारण वो कई तरह की भव्य आकृतियां नहीं बना पा रहे हैं.