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चर्चित पूनम हत्याकांड का खुलासा, आरोपी चढ़ा पुलिस के हत्थे - बोकारो में अपराधी गिरफ्तार

बोकारो के गोमिया प्रखंड के चतरोचट्टी थाना क्षेत्र में हुए चर्चित पूनम हत्याकांड के आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. फिलहाल आरोपी को जेल भेज दिया गया है.

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पुलिस गिरफ्त में आरोपी
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Published : Sep 25, 2020, 3:13 AM IST

बोकारो: जिला के बेरमो अनुमंडल अंतर्गत गोमिया प्रखंड के चतरोचट्टी थाना क्षेत्र में हुए बहुचर्चित पूनम देवी हत्याकांड के मुख्य आरोपी बालेश्वर अगरिया को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. तत्कालीन थाना प्रभारी मुकेश कुमार ने हत्या की इस घटना को यूडी केस दर्ज कर मामले को रफा-दफा कर दिया था. जबकि पूनम देवी ने मौत से ठीक एक दिन पहले ही उनके साथ अनहोनी की आशंका जाहिर कर चार लोगों के खिलाफ थाने में लिखित आवेदन दिया था.

आरोपी भेजा गया जेल

इस संबंध में थाना प्रभारी अनिल उरांव ने बताया कि पूनम देवी के दिए गए आवेदन और पोस्टमार्टम रिर्पोट के आधार पर बालेश्वर अगरिया को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है. इस संबंध में आरोपी को मेडिकल और कोरोना जांच कराने के बाद न्यायालय के आदेश पर जेल भेज दिया गया है.

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पुलिस ने नहीं दिखाई गंभीरता
चार महीने पूर्व 17 मई की रात को चतरोचट्टी थाना क्षेत्र के चिपरी निवासी सुकराम अगरिया की पत्नी पूनम देवी की हत्या हो गई थी. हत्या के इस मामले में यूडी दर्ज कर रफा-दफा कर दिया था. जबकि मृतक महिला ने हत्या के 24 घंटे पहले 16 मई को थाना पहुंचकर लिखित आवेदन देते हुए अपनी जान बचाने की गुहार पुलिस से लगाई थी. जिस पर बालेश्वर अगरिया सहित अन्य तीन लोगों के खिलाफ गाली-गलौच और मारपीट करने का आरोप लगाया था. पूनम देवी को यह आशंका थी कि उसके साथ कुछ अनहोनी हो सकती है. लेकिन पुलिस उस पर एहतियात नहीं बरती, लिहाजा अगले ही दिन उसकी जान चली गई. ग्रामीणों का कहना है कि पुलिस मामले में थोड़ी भी सतर्कता दिखाई होती तो महिला की जान बच सकती थी.

ये भी पढ़ें- सीआईडी को तेज तर्रार युवा पुलिस अफसरों की जरूरत, जिलों से मांगे गए अफसरों के मनोनयन


क्या हुआ घटना के बाद
चतरोचट्टी पुलिस को जब 18 मई की सुबह पूनम देवी की मौत की जानकारी मिली तो वो घटनास्थल पर जाकर प्राथमिक जांच पड़ताल कर लौट आए. इसके बाद शव अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. इस संबंध में तत्कालीन थाना प्रभारी मुकेश कुमार ने पूनम देवी के एक दिन पहले दिए गए आवेदन पर कोई जांच नहीं की और उसकी मौत को सल्फास के सेवन का मामला बनाकर रफा-दफा कर दिया. जबकि पोस्टमार्टम रिर्पोट आया तो उसके गर्दन और गाल पर गहरे जख्म और चोट के निशान औैर अधिक ब्लीडिंग के कारण मौत की बात सामने आई.

बोकारो: जिला के बेरमो अनुमंडल अंतर्गत गोमिया प्रखंड के चतरोचट्टी थाना क्षेत्र में हुए बहुचर्चित पूनम देवी हत्याकांड के मुख्य आरोपी बालेश्वर अगरिया को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. तत्कालीन थाना प्रभारी मुकेश कुमार ने हत्या की इस घटना को यूडी केस दर्ज कर मामले को रफा-दफा कर दिया था. जबकि पूनम देवी ने मौत से ठीक एक दिन पहले ही उनके साथ अनहोनी की आशंका जाहिर कर चार लोगों के खिलाफ थाने में लिखित आवेदन दिया था.

आरोपी भेजा गया जेल

इस संबंध में थाना प्रभारी अनिल उरांव ने बताया कि पूनम देवी के दिए गए आवेदन और पोस्टमार्टम रिर्पोट के आधार पर बालेश्वर अगरिया को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है. इस संबंध में आरोपी को मेडिकल और कोरोना जांच कराने के बाद न्यायालय के आदेश पर जेल भेज दिया गया है.

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चार महीने पूर्व 17 मई की रात को चतरोचट्टी थाना क्षेत्र के चिपरी निवासी सुकराम अगरिया की पत्नी पूनम देवी की हत्या हो गई थी. हत्या के इस मामले में यूडी दर्ज कर रफा-दफा कर दिया था. जबकि मृतक महिला ने हत्या के 24 घंटे पहले 16 मई को थाना पहुंचकर लिखित आवेदन देते हुए अपनी जान बचाने की गुहार पुलिस से लगाई थी. जिस पर बालेश्वर अगरिया सहित अन्य तीन लोगों के खिलाफ गाली-गलौच और मारपीट करने का आरोप लगाया था. पूनम देवी को यह आशंका थी कि उसके साथ कुछ अनहोनी हो सकती है. लेकिन पुलिस उस पर एहतियात नहीं बरती, लिहाजा अगले ही दिन उसकी जान चली गई. ग्रामीणों का कहना है कि पुलिस मामले में थोड़ी भी सतर्कता दिखाई होती तो महिला की जान बच सकती थी.

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चतरोचट्टी पुलिस को जब 18 मई की सुबह पूनम देवी की मौत की जानकारी मिली तो वो घटनास्थल पर जाकर प्राथमिक जांच पड़ताल कर लौट आए. इसके बाद शव अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. इस संबंध में तत्कालीन थाना प्रभारी मुकेश कुमार ने पूनम देवी के एक दिन पहले दिए गए आवेदन पर कोई जांच नहीं की और उसकी मौत को सल्फास के सेवन का मामला बनाकर रफा-दफा कर दिया. जबकि पोस्टमार्टम रिर्पोट आया तो उसके गर्दन और गाल पर गहरे जख्म और चोट के निशान औैर अधिक ब्लीडिंग के कारण मौत की बात सामने आई.

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