बोकारो: अपर सत्र न्यायाधीश प्रथम विशेष न्यायाधीश पोक्सो रंजीत कुमार की अदालत ने सात वर्षीय मासूम बच्ची से दुष्कर्म के बाद गला घोंटकर हत्या के मामले में सजा सुनाई है. सियालजोरी थाना क्षेत्र के निवासी छोटू कर्मकार को इस मामले में आजीवन कारावास के साथ ही 60 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया है.
2018 का मामला
मामले में अभियोजन पक्ष से विशेष लोक अभियोजक संजय कुमार झा ने बहस की. घटना बीते वर्ष 24 नवंबर की है. जब सियालजोरी थाना इलाके में छोटू कर्मकार ने एक महिला से उसके अर्ध निर्मित आवास की चाबी आराम करने के लिए मांग कर ले गया.
जेल भेजा गया
वहीं, घर के बाहर खेलने गई मकान मालकिन की सात वर्षीय बच्ची जब देर शाम घर नहीं लौटी तो मां खोजबीन शुरू की तो उसे बच्ची की लाश मिली. इस मामले में मृतका की मां ने मुकदमा दर्ज कराया था. जिसके बाद पुलिस ने छोटू कर्मकार को इस आरोप में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया.
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आजीवन कारावास
मामले में अनुसंधान कर आरोप पत्र को समर्पित किया. जिसके बाद अदालत ने दुष्कर्म और हत्या में दोषी करार देते हुए अभियुक्त छोटू कर्मकार को आजीवन कारावास की सजा सुनाई. जुर्माने की राशि पीड़िता की मां को देने का आदेश कोर्ट ने दिया है.