बोकारो: जिले के खुदीबेड़ा गांव में बीच सड़क पर हैंडपंप लगा है, वो भी गले तक गड़ा हुआ. यहां के ग्रामीण पानी की समस्या से परेशान हैं और इसकी बर्बादी का गवाह है इसके पास लगा शिलापट्ट, देखें पूरी रिपोर्ट.
बर्बादी का गवाह शिलापट्ट
बोकारो के खुदीबेड़ा गांव का यह हैंडपंप कुछ दिनों पहले तक कई लोगों की प्यास बुझाता था. लेकिन सिस्टम ने इस प्यास बुझाने वाले पंप को ही गले तक गाड़ दिया. कभी इसके आसपास लोगों का जमावड़ा होता था, लेकिन अब यह बीच सड़क पर अकेला खड़ा है, वह भी गले तक सड़क में धंसा हुआ. इसकी बर्बादी का गवाह है इसके पास लगा शिलापट्ट .
सड़क के बीचों-बीच हैंडपंप
अब सवाल है कि सड़क के बीचों-बीच हैंडपंप कैसे, तो बता दें कि एमसीएम मद से कसमार आरईओ से खुदीबेड़ा प्राथमिक विद्यालय तक पीसीसी पथ का निर्माण कराया गया. इसी निर्माण की जद में यह हैंडपंप आया, लेकिन ठेकेदार ने इस हैंडपंप को बीच सड़क से हटाने की या कहीं शिफ्ट करने के बजाए इसे रोड पर ही छोड़ दिया.
ग्रामीण, ग्रामीण
बीच सड़क पर नहीं दिखा हैंडपंप
फिर क्या था प्यास बुझाने वाले इस हैंडपंप को गले तक सड़क में गाड़ दिया गया. मजेदार बात यह भी है कि जब इस सड़क का निर्माण कार्य पूरा हुआ तो इसका लोकार्पण करने विधायक बबीता देवी और सांसद रविंद्र पांडेय दोनों पहुंचे. दोनों ने बड़े ही धूमधाम के साथ इसका लोकार्पण किया. शिलापट्टा भी लगे, लेकिन किसी ने यह नहीं देखा कि बीच सड़क पर एक हैंडपंप कैसे.
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होगी जांच
बहरहाल, गांव के लोग परेशान हैं. बीच सड़क पर हैंडपंप होने की वजह से दुर्घटना की संभावना बनी रहती है. मामले में बोकारो के उपायुक्त कृपानंद झा का कहना है कि यह मामला उनके सामने आया है. अब वह इसकी जांच कराएंगे.