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अब मैं किसी की प्यास नहीं बुझाता, मुझे गले तक गाड़ दिया गया है!

बोकारो के खुदीबेड़ा गांव का यह हैंडपंप कुछ दिनों पहले तक कई लोगों की प्यास बुझाता था. लेकिन अब वो लापरवाही की मार झेल रहा है. सड़क निर्माण के दौरान उसे जमीन में आधा से ज्यादा गाड़ दिया गया. वहीं लोग इस चिलचिलाती धूप में इस गर्मी में पानी की समस्या से परेशान है.

सड़क पर धंसा हैंडपंप
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Published : May 20, 2019, 2:13 PM IST

Updated : May 20, 2019, 3:02 PM IST

बोकारो: जिले के खुदीबेड़ा गांव में बीच सड़क पर हैंडपंप लगा है, वो भी गले तक गड़ा हुआ. यहां के ग्रामीण पानी की समस्या से परेशान हैं और इसकी बर्बादी का गवाह है इसके पास लगा शिलापट्ट, देखें पूरी रिपोर्ट.

देखें वीडियो

बर्बादी का गवाह शिलापट्ट

बोकारो के खुदीबेड़ा गांव का यह हैंडपंप कुछ दिनों पहले तक कई लोगों की प्यास बुझाता था. लेकिन सिस्टम ने इस प्यास बुझाने वाले पंप को ही गले तक गाड़ दिया. कभी इसके आसपास लोगों का जमावड़ा होता था, लेकिन अब यह बीच सड़क पर अकेला खड़ा है, वह भी गले तक सड़क में धंसा हुआ. इसकी बर्बादी का गवाह है इसके पास लगा शिलापट्ट .

सड़क के बीचों-बीच हैंडपंप
अब सवाल है कि सड़क के बीचों-बीच हैंडपंप कैसे, तो बता दें कि एमसीएम मद से कसमार आरईओ से खुदीबेड़ा प्राथमिक विद्यालय तक पीसीसी पथ का निर्माण कराया गया. इसी निर्माण की जद में यह हैंडपंप आया, लेकिन ठेकेदार ने इस हैंडपंप को बीच सड़क से हटाने की या कहीं शिफ्ट करने के बजाए इसे रोड पर ही छोड़ दिया.
ग्रामीण, ग्रामीण

बीच सड़क पर नहीं दिखा हैंडपंप
फिर क्या था प्यास बुझाने वाले इस हैंडपंप को गले तक सड़क में गाड़ दिया गया. मजेदार बात यह भी है कि जब इस सड़क का निर्माण कार्य पूरा हुआ तो इसका लोकार्पण करने विधायक बबीता देवी और सांसद रविंद्र पांडेय दोनों पहुंचे. दोनों ने बड़े ही धूमधाम के साथ इसका लोकार्पण किया. शिलापट्टा भी लगे, लेकिन किसी ने यह नहीं देखा कि बीच सड़क पर एक हैंडपंप कैसे.

ये भी पढ़ें- रांची के बुंडू में तीन सड़क हादसा, 1 की मौत, 12 से ज्यादा लोग घायल

होगी जांच

बहरहाल, गांव के लोग परेशान हैं. बीच सड़क पर हैंडपंप होने की वजह से दुर्घटना की संभावना बनी रहती है. मामले में बोकारो के उपायुक्त कृपानंद झा का कहना है कि यह मामला उनके सामने आया है. अब वह इसकी जांच कराएंगे.

बोकारो: जिले के खुदीबेड़ा गांव में बीच सड़क पर हैंडपंप लगा है, वो भी गले तक गड़ा हुआ. यहां के ग्रामीण पानी की समस्या से परेशान हैं और इसकी बर्बादी का गवाह है इसके पास लगा शिलापट्ट, देखें पूरी रिपोर्ट.

देखें वीडियो

बर्बादी का गवाह शिलापट्ट

बोकारो के खुदीबेड़ा गांव का यह हैंडपंप कुछ दिनों पहले तक कई लोगों की प्यास बुझाता था. लेकिन सिस्टम ने इस प्यास बुझाने वाले पंप को ही गले तक गाड़ दिया. कभी इसके आसपास लोगों का जमावड़ा होता था, लेकिन अब यह बीच सड़क पर अकेला खड़ा है, वह भी गले तक सड़क में धंसा हुआ. इसकी बर्बादी का गवाह है इसके पास लगा शिलापट्ट .

सड़क के बीचों-बीच हैंडपंप
अब सवाल है कि सड़क के बीचों-बीच हैंडपंप कैसे, तो बता दें कि एमसीएम मद से कसमार आरईओ से खुदीबेड़ा प्राथमिक विद्यालय तक पीसीसी पथ का निर्माण कराया गया. इसी निर्माण की जद में यह हैंडपंप आया, लेकिन ठेकेदार ने इस हैंडपंप को बीच सड़क से हटाने की या कहीं शिफ्ट करने के बजाए इसे रोड पर ही छोड़ दिया.
ग्रामीण, ग्रामीण

बीच सड़क पर नहीं दिखा हैंडपंप
फिर क्या था प्यास बुझाने वाले इस हैंडपंप को गले तक सड़क में गाड़ दिया गया. मजेदार बात यह भी है कि जब इस सड़क का निर्माण कार्य पूरा हुआ तो इसका लोकार्पण करने विधायक बबीता देवी और सांसद रविंद्र पांडेय दोनों पहुंचे. दोनों ने बड़े ही धूमधाम के साथ इसका लोकार्पण किया. शिलापट्टा भी लगे, लेकिन किसी ने यह नहीं देखा कि बीच सड़क पर एक हैंडपंप कैसे.

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होगी जांच

बहरहाल, गांव के लोग परेशान हैं. बीच सड़क पर हैंडपंप होने की वजह से दुर्घटना की संभावना बनी रहती है. मामले में बोकारो के उपायुक्त कृपानंद झा का कहना है कि यह मामला उनके सामने आया है. अब वह इसकी जांच कराएंगे.

Intro:खुदी बेड़ा गांव का यह हैंड पंप अब से कुछ दिनों पहले तक 50 से ज्यादा लोगो की गला तड़ करता था। लेकिन सिस्टम ने इस प्यास बुझाने वाले पंप को ही गले तक गाड़ दिया। कभी इस पंप के आसपास गुलजार हुआ करता था। लोगों का जमावड़ा इसके आसपास होता था। लेकिन अब यह बीच सड़क पर अकेला खड़ा है। वह भी गले तक सड़क मैं धंसा हुआ। और इसकी बर्बादी का गवाह इसके पास लगा सिलापट है। जो बताता है की कभी बड़ी ही धूम से निकला था जनाजा इस हैंडपंप के बाहर का। जी हां बोकारो जिले के कसमार प्रखंड के खुदीबेड़ा गांव में सड़क के बीचो-बीच यह हैंड पंप खड़ा है। अब संभाल है की सड़क के बीचो-बीच हैंड पंप कैसे। तो आपको बता दें की एमसीएम मद से कसमार आरईओ से खुदीबेड़ा प्राथमिक विद्यालय तक पीसीसी पथ का निर्माण कराया गया। इसी निर्माण की जद में यह हैंड पंप आया। लेकिन ठेकेदार ने इस हैंडपंप को बीच सड़क से हटाने की या कहीं शिफ्ट करने की वजाए इसे रोड पर ही छोड़ दिया। जिसके बाद 50 लोगों की प्यास बुझाने वाला यह हैंड पंप गले तक सड़क में धंस गया। मजेदार बात किया है कि जब इस सड़क निर्माण कार्य पूरा हुआ तो इसका लोकार्पण करने विधायक बबीता देवी और सांसद रविंद्र पांडे दोनों पहुंचे। और दोनों ने बड़े ही धूमधाम के साथ इसका लोकार्पण किया। सिलापट भी लगे। लेकिन किसी ने ययह नहीं देखा कि बीच सड़क पर एक हैंडपंप कैसे आ गया। जिसके बाद गांव के लोग परेशान हैं। तो बीच सड़क पर हैंडपंप होने की वजह से दुर्घटना की संभावना बनी रहती है। मामले में बोकारो के उपायुक्त कृपानंद झा का कहना है की मामला उनके सामने आया है। अब वह इसकी जांच कराएंगे बीच सड़क पर हैंडपंप कैसे आ गया। बोकारो से आलोक रंजन सिंह की रिपोर्ट।


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Last Updated : May 20, 2019, 3:02 PM IST
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