बोकारो: जिले के गोमिया प्रखंड का झिरकी गांव कभी भी जमींदोज हो सकता है. 40 हजार की आबादी वाले इस गांव में जमीन के अंदर लगातार आग जल रहा है. लेकिन ना ही किसी जनप्रतिनिधि और ना ही जिला प्रशासन ने इसकी सुध ली.
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झिरकी गांव के लोगों ने चुनाव बहिष्कार करने का मन बना लिया है. गांव के लोगों का कहना है कि इस बार वो वोट नहीं करेंगे, क्योंकि उनकी समस्याओं का समाधान नहीं हो रहा है. उनसे सिर्फ और सिर्फ वादे किए जा रहे हैं. इसलिए इस बार जब तक आग नहीं बुझेगी, वो वोट नहीं करेंगे.
ये आग बढ़कर धीरे-धीरे गांव के बिल्कुल करीब आ गई है. अब ये गांव से महज 50 मीटर दूर है. ऐसे में झिरकी और आस-पास के गांव के लोग दहशत के साए में जी रहे है. लोग अब यहां से पलायन भी करने लगे हैं. गांव वालों का कहना है कि सीसीएल ने आग जानबूझकर लगवाई है. ताकि गांव खाली हो जाए और सीसीएल वहां से कोयला निकाल सके.