बोकारोः विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है. अलग-अलग दलों से संबंध रखने वाले जिला परिषद सदस्यों ने राजनीतिक गतिविधि तेज कर दी है. यही वजह है कि जिला परिषद सदस्य उपेक्षा के नाम पर खुलकर सामने आ गए हैं और सरकार को घेरने की कोशिश कर रहे हैं.
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव से निर्वाचित बोकारो जिले के सभी जिला परिषद सदस्यों ने सदन में सामूहिक इस्तीफा जिप अध्यक्ष को सौंप दिया है. दरअसल जिला परिषद के सदस्यों का कहना है कि उन्हें केवल रिक्त स्थानों पर रख लिया गया है, लेकिन वो अपने क्षेत्र में कोई कार्य नहीं कर पाते हैं. जिला परिषद सदस्य संजय कुमार ने बताया कि जबसे चुनाव हुआ है तबसे सभी सदस्य उपेक्षित हैं. जिससे न तो विकास कार्य में हाथ बंटा रहे हैं और न ही सदस्यों की अनुशंसा पर कोई कार्य हुआ है.
ये भी पढ़ें- संजय करोल हो सकते हैं झारखंड हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस, SC कॉलेजियम ने की अनुशंसा
अधिकारी नहीं सुनते बात
उन्होंने कहा कि अधिकारी उनकी कोई बात नहीं सुनते हैं. न ही वे जनता से किए वायदे को पूरा कर पाए हैं. ऐसे में सदस्य बने रहने का कोई मतलब नहीं है. इस बाबत जिप अध्यक्ष सुषमा कुमारी ने बताया कि माननीय सदस्यों ने इस्तीफा सौंपा हैं, मनाने का प्रयास किया जा रहा है. उप विकास आयुक्त ने बताया कि सदस्यों द्वारा अधिकारियों पर लगाए गए आरोप बेबुनियाद हैं. उनके रहते ऐसी शिकायतों का मौका नहीं दिया गया है.