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सफेद हाथी साबित हो रहे करोड़ों के बने शौचालय, डिप्टी मेयर ने कहा- जमकर हुआ बंदरबांट

बोकारो के चास में करोड़ो रूपये की लागत से बने कौशल विकास केंद्र सह सामुदायिक शौचालय सफेद हाथी साबित हो रहे हैं. लोगों का कहना है कि इसके निर्माण में धांधली हुई है.

बनाया गया सामुदायिक भवन
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Published : Jul 2, 2019, 10:44 PM IST

बोकारोः चास नगर निगम स्वच्छता पैमाने पर झारखंड का नंबर वन नगर निगम है. चास नगर निगम जहां के मेयर भोलू पासवान दावा करते हैं कि वो जल्द ही इसे देश का नंबर वन नगर निगम बना देंगे. चास नगर निगम जहां कि मेयर स्थानीय विधायक और सांसद पर आरोप लगाते हैं कि यह दोनों उन्हें चास नगर निगम को नंबर वन बनाने से में रोड़े अटका रहे हैं.

देखें स्पेशल स्टोरी

चास नगर निगम में करोड़ों रुपए की लागत से बनाए गए शौचालयों का बुरा हाल है. यहां 25 से ज्यादा शौचालय करोड़ों रुपए खर्च करके बनाए गए हैं. जिनमें से अधिकांश शौचालय का इस्तेमाल नहीं हो रहा है. यह सभी शौचालय उद्घाटन के बाद से ही बंद पड़े हुए हैं. यह सभी शौचालय जो आधुनिक तरीके से बनाए गए हैं, जिनमें सारी सुविधाएं हैं. वो बंद पड़े हुए हैं, चास में एसडीओ ऑफिस और जेल गेट के पास बना शौचालय भी बंद पड़ा हुआ है. दो-दो बड़े सरकारी ऑफिस होने की वजह से यहां बड़ी संख्या में लोग आते हैं, इसके बावजूद यहां शौचालय बंद पड़ा हुआ है.

शौचालय के संचालक का कहना है कि महीनों पहले यहां की बोरिंग खराब हो गई है. जिसकी शिकायत उन्होंने नगर निगम में की है बावजूद इसके उसे ठीक नहीं कराया गया है. यही वजह है कि यहां आने वाले लोग झाड़ियों के पीछे जाने को मजबूर हैं, बात अगर आईटीआई मोड़ के पास 60 लाख की लागत से बने कौशल विकास केंद्र सह सामुदायिक शौचालय की करें तो 2 साल पहले इसका उद्घाटन महापौर भोलू पासवान ने किया है. लेकिन आज तक यहां के शौचालय का इस्तेमाल नहीं हो रहा है.

ये भी पढ़ें- श्रावणी मेला के लिए बिजली विभाग खर्च करेगा 60 लाख,10 जुलाई तक सभी तैयारियां होंगी पूरी

वहीं, कौशल विकास केंद्र में भी आज तक एक भी छात्र नहीं आए हैं, मामले में जब हमने चास नगर निगम के डिप्टी मेयर अविनाश कुमार से पूछा तो उनका कहना है कि स्वच्छ भारत अभियान और शौचालय में यहां जमकर बंदरबांट हुआ है. उन्होंने कहा कि अगर सबसे ज्यादा भ्रष्टाचार कहीं है तो वह शौचालय निर्माण में है. अब बड़ा सवाल यह उठता है कि बंद पड़े शौचालय से चास नगर निगम देश का नंबर वन नगर निगम बनेगा.

बोकारोः चास नगर निगम स्वच्छता पैमाने पर झारखंड का नंबर वन नगर निगम है. चास नगर निगम जहां के मेयर भोलू पासवान दावा करते हैं कि वो जल्द ही इसे देश का नंबर वन नगर निगम बना देंगे. चास नगर निगम जहां कि मेयर स्थानीय विधायक और सांसद पर आरोप लगाते हैं कि यह दोनों उन्हें चास नगर निगम को नंबर वन बनाने से में रोड़े अटका रहे हैं.

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चास नगर निगम में करोड़ों रुपए की लागत से बनाए गए शौचालयों का बुरा हाल है. यहां 25 से ज्यादा शौचालय करोड़ों रुपए खर्च करके बनाए गए हैं. जिनमें से अधिकांश शौचालय का इस्तेमाल नहीं हो रहा है. यह सभी शौचालय उद्घाटन के बाद से ही बंद पड़े हुए हैं. यह सभी शौचालय जो आधुनिक तरीके से बनाए गए हैं, जिनमें सारी सुविधाएं हैं. वो बंद पड़े हुए हैं, चास में एसडीओ ऑफिस और जेल गेट के पास बना शौचालय भी बंद पड़ा हुआ है. दो-दो बड़े सरकारी ऑफिस होने की वजह से यहां बड़ी संख्या में लोग आते हैं, इसके बावजूद यहां शौचालय बंद पड़ा हुआ है.

शौचालय के संचालक का कहना है कि महीनों पहले यहां की बोरिंग खराब हो गई है. जिसकी शिकायत उन्होंने नगर निगम में की है बावजूद इसके उसे ठीक नहीं कराया गया है. यही वजह है कि यहां आने वाले लोग झाड़ियों के पीछे जाने को मजबूर हैं, बात अगर आईटीआई मोड़ के पास 60 लाख की लागत से बने कौशल विकास केंद्र सह सामुदायिक शौचालय की करें तो 2 साल पहले इसका उद्घाटन महापौर भोलू पासवान ने किया है. लेकिन आज तक यहां के शौचालय का इस्तेमाल नहीं हो रहा है.

ये भी पढ़ें- श्रावणी मेला के लिए बिजली विभाग खर्च करेगा 60 लाख,10 जुलाई तक सभी तैयारियां होंगी पूरी

वहीं, कौशल विकास केंद्र में भी आज तक एक भी छात्र नहीं आए हैं, मामले में जब हमने चास नगर निगम के डिप्टी मेयर अविनाश कुमार से पूछा तो उनका कहना है कि स्वच्छ भारत अभियान और शौचालय में यहां जमकर बंदरबांट हुआ है. उन्होंने कहा कि अगर सबसे ज्यादा भ्रष्टाचार कहीं है तो वह शौचालय निर्माण में है. अब बड़ा सवाल यह उठता है कि बंद पड़े शौचालय से चास नगर निगम देश का नंबर वन नगर निगम बनेगा.

Intro:चास नगर निगम स्वच्छता पैमाने पर मैं झारखंड का नंबर वन नगर निगम है। चास नगर निगम जहां के मेयर भोलू पासवान दावा करते हैं कि वो जल्द ही इसे देश का नंबर वन नगर निगम बना देंगे। चास नगर निगम जहां कि मेयर स्थानीय विधायक और सांसद पर आरोप लगाते हैं कि यह दोनों उन्हें चास नगर निगम को नंबर वन बनाने से में रोड़े अटका रहे हैं। उसी चास नगर निगम में करोड़ों रुपए की लागत से बनाए गए शौचालय का बुरा हाल है। यहां यहां 25 से ज्यादा शौचालय करोड़ों रुपए खर्च करके बनाए गए हैं। जिनमें से अधिकांश शौचालय का इस्तेमाल नहीं हो रहा है। यह सभी शौचालय उद्घाटन के बाद से ही बंद पड़े हुए हैं। यह सभी शौचालय जो आधुनिक तरीके से बनाए गए हैं। जिनमें सारी सुविधाएं हैं। वो बंद पड़े हुए हैं। चास में एसडीओ ऑफिस और जेल गेट के पास बना शौचालय भी बंद पड़ा हुआ है। दो दो बड़े सरकारी ऑफिस होने की वजह से यहां बड़ी संख्या में लोग आते हैं। इसके बावजूद यहां शौचालय बंद पड़ा हुआ है। शौचालय के संचालक का कहना है कि महीनों पहले यहां का बोरिंग खराब हो गया है। जिसकी शिकायत उन्होंने नगर निगम में की है बावजूद इसके उसे ठीक नहीं कराया गया है। यही वजह है कि यहां आने वाले लोग झाड़ियों के पीछे जाने को मजबूर है। बात अगर आईटीआई मोड़ के पास 60 लाख की लागत से बने कौशल विकास केंद्र सह सामुदायिक शौचालय की करें तो 2 साल पहले इसका उद्घाटन महापौर भोलू पासवान ने किया है। लेकिन आज तक यहां के शौचालय का इस्तेमाल नहीं हो रहा है। तो वही कौशल विकास केंद्र में भी आज तक एक भी छात्र नहीं आए हैं। मामले में जब हमने चास नगर निगम के डिप्टी मेयर अविनाश कुमार से पूछा तो उनका कहना है कि स्वच्छ भारत अभियान और शौचालय में यहां जमकर बंदरबांट हुआ है। उन्होंने कहा कि अगर सबसे ज्यादा भ्रष्टाचार कहीं है तो वह शौचालय निर्माण में है। अब बड़ा सवाल यह उठता है कि बंद पड़े शौचालय से चास नगर निगम देश का नंबर वन नगर निगम बनेगा।


Body:कार्यालय आने वाले लोग
शौचालय संचालक
अविनाश कुमार,डिप्टी मेयर चास नगर निगम


Conclusion:बंद पड़े हैं शौचालय
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