बोकारोः झारखंड बीजेपी के आह्वान पर मंगलवार को पलामू के पांडू प्रखंड की घटना ( (Incident of Pandu Block of Palamu)) के खिलाफ बीजेपी अनुसूचित जाति मोर्चा की ओर से उपायुक्त कार्यालय के समक्ष धरना का आयोजन किया गया. धरना का नेतृत्व करते हुए बोकारो जिलाध्यक्ष भरत यादव ने कहा कि मुरूमातु गांव में महादलित परिवारों को एक विशेष समुदाय द्वारा उजाड़ कर जंगल में छोड़ दिया गया. इस घटना से लगता है कि झारखंड भारत में नहीं पाकिस्तान में है.
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भरत यादव ने कहा कि झारखंड पाकिस्तान बन चुका है और अल्पसंख्यक समुदाय के लोग लगातार बहुसंख्यक पर हमला कर रहे हैं. बहुसंख्यक के जल, जंगल और जमीन पर जबरन अधिकार जमा रहे हैं. इसका ताजा उदाहरण पलामू के पांडू प्रखंड की घटना है. उन्होंने कहा कि मारूमातु गांव में महादलित परिवारों को एक विशेष समुदाय लोगों ने जबरन हटाकर जमीन कब्जा किया. भाजपा जिलाध्यक्ष भरत यादव ने कहा कि जिस प्रकार से यह घटना हुई है. यह देश की पहली घटना है. जब किसी विशेष समुदाय द्वारा दलित परिवार को जबरन जमीन से हटाकर गाड़ियों पर लादकर जंगल में छोड़ दिया गया हो.
भरत यादव ने कहा कि इस घटना से जाहिर हो गया है कि झारखंड पाकिस्तान में है. उन्होंने कहा कि झारखंड पूरी तरह से पाकिस्तान बन चुका है. उन्होंने कहा कि दुमका के साथ साथ कई जिलों में एक समाज द्वारा बहुसंख्यक पर हमला किया जा रहा है. यह दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्होंने कहा कि दुमका जिले और बॉर्डर इलाकों में बांग्लादेशियों का घुसपैठ हो चुका है और आदिवासियों से संबंध बनाकर उनके अधिकारों को खत्म करने का प्रयास किया जा रहा है.
29 अगस्त को पलामू के पांडू थाना क्षेत्र में विशेष समुदाय के लोगों ने महादलित समुदाय के घरों को ध्वस्त कर उन्हें उजाड़ (Dalits houses destroyed) दिया था. महादलित परिवार के लोग मुरुमातु में 30 वर्षों से भी अधिक समय से रह रहे थे. इस मामले में पीड़ित परिवार के सदस्यों ने पांडू थाने पहुंचकर मदद की गुहार लगाई थी. बताया जा रहा है कि विशेष समुदाय के लोग भीड़ की शक्ल में पांडू थाना क्षेत्र के मुरुमातु के महादलित टोले में पहुंचे. यहां भीड़ ने पीड़ित परिवार के करीब 14 घरों को ध्वस्त कर दिया. इसके साथ ही पीड़ित परिवार के लोगों के सामान को गाड़ियों में लोड कर छतरपुर के लोटो के इलाके में भेज दिया. घटना के बाद से दलित परिवार आशियाने के लिए भटक रहे हैं.