बोकारो: चास के राम रूद्र प्लस टू उच्च विद्यालय में बने जिला पुस्तकालय अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहा है. देखरेख के अभाव में भवन बेकार हो गया है. इस लाइब्रेरी को लेकर जिले की शिक्षा पदाधिकारी ने शिक्षा विभाग को पत्र लिखकर इसके नवीकरण करने की बात कही है. इस विद्यालय परिसर में 2008-09 में करीब 25 लाख की लागत से विद्यार्थियों की सुविधा के लिए इस पुस्तकालय भवन का निर्माण कराया गया था.
पुस्तकालय की स्थिति जर्जर
फिलहाल शिक्षा विभाग के उदासीन रवैया और सही देखरेख के अभाव में पुस्तकालय अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहा है. पुस्तकालय की स्थिति को देखकर आप इससे बदहाली का अंदाजा लगा सकते हैं. ऐसे तो पुस्तकालय में ताला लटका हुआ रहता है. पुस्तकालय के सभी खिड़कियां का शीशा पूरी तरह टूट चुका है. भवन में पूरी तरह से दरारे भी आ चुकी है. पुस्तकालय के अंदर किताबों की जगह सिर्फ कुर्सी टेबल ही नजर आते हैं. पुस्तकालय के अंदर दो अलमारी जरूर दिखाई पड़ते हैं लेकिन वह भी जर्जर पुस्तकालय भवन में शोभा बढ़ाने का ही काम कर रही है.
पुस्तकालय के जीर्णोद्धार के लिए शिक्षा विभाग से आग्रह
विद्यालय के प्राचार्य ने स्कूल परिसर में बने जिला पुस्तकालय की आवश्यकता पर बल दिया और कहा कि इस पुस्तकालय के जीर्णोद्धार के लिए शिक्षा विभाग से आग्रह किया है. इस जर्जर भवन में कुछ पुस्तकें जरूर थी. जिससे विद्यालय के पुस्तकालय में शिफ्ट कर दिया गया, ताकि किताबें बची रहें. उन्होंने कहा कि अगर जनप्रतिनिधि इस पुस्तकालय पर अपनी ध्यान आकर्षित कर दे तो इसका उधार जरूर हो जाएगा.
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वहीं, जिला शिक्षा पदाधिकारी नीलम आईलीन टोप्पो ने कहा कि विद्यालय में बने जिला पुस्तकालय की स्थिति काफी खराब है. इसके रखरखाव के लिए विद्यालय के ही एक कर्मचारी अजीत कुमार दास को प्रभारी बनाया गया है. इसके साथ ही शिक्षा विभाग से यहां पुस्तके सहित अन्य सुविधा उपलब्ध कराने के लिए पत्राचार भी किया गया है. उन्होंने कहा कि विद्यालय में जिला पुस्तकालय का होना एक अच्छी बात है. इसमें विद्यार्थियों को भी अधिक से अधिक ज्ञान मिल पाएगा.
मरम्मत के लिए पदाधिकारी को लिखा पत्र
नीलम ने बताया कि जर्जर भवन के मरम्मत के लिए जिला योजना पदाधिकारी को भी पत्र लिखा है. उन्होंने कहा कि जिले के विधायक और सांसद मद से अगर पुस्तकालय में पुस्तकें उपलब्ध करा दी जाए तो यह जिले के लिए एक गौरव की बात होगी और पुस्तकालय भी अपने मूल स्वरूप में आ जाएगा.