रांची: एकीकृत पारा शिक्षक संघर्ष मोर्चा की तरफ से मुख्यमंत्री से मानदेय भुगतान करने की अपील की गई है. पिछले 3 माह से इनका मानदेय का भुगतान एक बार फिर लटक गया है. शिक्षा मंत्री और जिला शिक्षा परियोजना परिषद के अधिकारियों की तरफ से आश्वासन दिए जाने के बाद भी मानदेय भुगतान नहीं किया गया है.
पारा शिक्षक संघर्ष मोर्चा ने राज्य सरकार से एक बार फिर जल्द से जल्द मानदेय भुगतान करने की अपील की है. लगभग 65 हजार पारा शिक्षकों को अप्रैल से मानदेय का भुगतान नहीं किया गया है. इसके चलते इनकी आर्थिक स्थिति भी धीरे-धीरे खराब हो रही है.
पारा शिक्षकों पर नहीं है सरकार का ध्यान
पारा शिक्षक संघर्ष मोर्चा का कहना है कि कोविड-19 के तहत जिस प्रकार सरकारी कर्मचारी ने सरकार के तमाम कामों को निष्पादित किया है, उस तरीके से सरकार उनकी ओर ध्यान नहीं दे रही है. इसके उलट अन्य शिक्षकों का वेतन भुगतान कर दिया गया है, लेकिन पारा शिक्षकों की ओर राज्य सरकार का ध्यान नहीं है.
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कोरोना महामारी काल में पारा शिक्षकों ने लगातार घर-घर तक बच्चों को मिड-डे मील पहुंचाने का काम भी किया है, जिसमें सुदूर ग्रामीण क्षेत्र भी शामिल हैं. शिक्षकों ने साइकिल और अपने वाहन के माध्यम से बच्चों तक हरसंभव मिड-डे मील पहुंचाने का काम किया है, लेकिन पिछले 3 महीनों से इन पारा शिक्षकों को मानदेय भुगतान नहीं किया जा रहा है. बार-बार आश्वासन दिया जा रहा है कि एक सप्ताह के अंदर भुगतान हो जाएगा, लेकिन इसके बावजूद मानदेय राशि का भुगतान नहीं किया जा रहा है.
एक बार फिर पारा शिक्षकों ने मुख्यमंत्री से अपील की है कि जल्द से जल्द उनकी आर्थिक स्थिति की ओर ध्यान देते हुए उनका 3 महीने का मानदेय का एकमुश्त भुगतान किया जाए, नहीं तो धीरे-धीरे वे भूखमरी के कगार पर चले जाएंगे.