रांचीः जिले के मोहनिया थाना क्षेत्र अंतर्गत डंडवास पंचायत के मुखिया राजेश प्रजापति को झारखंड पुलिस ने गिरफ्तार किया है. दरअसल राजेश पर अपना नाम बदलकर रांची के एक दवा व्यवसाई से कारोबार में भारी डिस्काउंट दिलाने के नाम पर 48 लाख रुपये की हेराफेरी करने का आरोप लगा है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार 20 जून को व्यवसाई रमेश अग्रवाल ने रांची के सदर थाना में मुखिया के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी, जिसके बाद झारखंड पुलिस ने मुखिया राजेश प्रजापति को उसके घर से गिरफ्तार कर लिया. साथ ही पुलिस ने आरोपी के पास से 6 लाख कैश और एक कार बरामद की है. फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है.
आरोपी बिहार राज्य का रहने वाला
आरोपी बिहार राज्य के कैमूर जिले का रहने वाला बताया जा रहा है, जो अपना नाम सोनू सिंह बताते हुए एक टाइल्स कारोबारी की दुकान पर गया और उसने खुद को वाराणसी का रहने वाला दवा व्यवसाई बताया था. धीरे-धीरे उसने टाइल्स व्यवसाई से संपर्क बढ़ाया और कोलकाता से दवा पर भारी छूट दिलाने की बात करने लगा. इस तरह दोनों के बीच दोस्ती हो गई और टाइल्स कारोबारी रमेश अग्रवाल ने अपने दवा व्यवसायी दोस्त से ज्यादा मुनाफा की बात कहकर दवा की खरीदारी करने के लिए पैसे जुटाने के लिए कहा.
मुखिया के साथ एक और व्यक्ति
टाइल्स व्यवसाई के दोस्त ने दवा खरीदने के नाम पर 43 लाख रुपया इकट्ठा किया और टाइल्स व्यवसायी रमेश अग्रवाल ने 5 लाख रुपये इकट्ठा किया. कुल 48 लाख रुपया इकट्ठा होने पर रमेश अग्रवाल ने डंडवास मुखिया राजेश प्रजापति उर्फ सोनू को फोन कर बुलाया. जब डंडवास मुखिया रांची पहुंचा तो व्यवसाई रमेश अग्रवाल को अपने पास बुलाया. व्यवसाई ने पैसे से भरा बैग गाड़ी में रखकर अपनी कार से चला गया, जहां मुखिया के साथ एक और व्यक्ति था.
सोनू और उसके साथी पर प्राथमिकी दर्ज
व्यवसायी ने दोनों को अपनी कार में बैठा लिया. कुछ दूर जाने के बाद जब मुखिया को उतारकर व्यवसायी वापस घर जाने लगा तो गाड़ी में रुपयों से भरा बैग व्यवसायी को बिना जानकारी दिए मुखिया और उसका दोस्त लेकर चला गया. जब व्यवसायी को बीच रास्ते पहुंचकर बैग की याद आई तो पीछे देखा तो बैग गायब था, जिसके बाद उसने मुखिया से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन बात नहीं हो पाई.
रांची में सदर थाना में डंडवास मुखिया राजेश प्रजापति उर्फ सोनू और उसके साथी पर प्राथमिकी दर्ज करा दी गई. सूचना पर पहुंची झारखंड पुलिस ने कैमूर पुलिस के सहयोग से मुखिया को उनके घर से धर दबोचा.
इस संबंध में कैमूर एसपी दिलनवाज अहमद ने बताया मुखिया को पुलिस थाने लाई है. पूछताछ की जा रही है. पूछताछ में मुखिया ने 48 लाख की जगह 15 लाख लेने की बात कही है और पैसे के लेनदेन का मामला बता रहा हैं. फिलहाल पुलिस जांच कर रही है.