रांची: सत्तारूढ़ बीजेपी वैसे विधायकों के ऊपर नजर टेढ़ी कर सकती है, जिनके विधानसभा इलाके में लोकसभा चुनावों में पार्टी उम्मीदवारों को बढ़त नहीं मिली है. इस बारे में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुवा ने शुक्रवार को इशारा करते हुए कहा कि समीक्षा के बाद वैसे जनप्रतिनिधियों पर कार्यवाही की जा सकती है.
गिलुवा खुद लोकसभा चुनाव में परास्त हुए हैं. सिंहभूम में उन्हें कांग्रेस की गीता कोड़ा ने हराया. गिलुवा ने कहा कि विभिन्न लोकसभा इलाकों के हिसाब से समीक्षा का काम होगा. उसके बाद जिन्होंने भी ईमानदारी से अपना दायित्व नहीं निभाया उनके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी. दरअसल, आंकड़ों पर गौर करें तो राज्य में कुछ ऐसे विधानसभा इलाके हैं, जहां बीजेपी को लोकसभा चुनाव में बढ़त नहीं मिली. उनमें प्रमुख रूप से खूंटी, सिसई, गुमला, सिमडेगा और बोरियो विधानसभा इलाके हैं. यहां से बीजेपी के विधायक हैं. हैरत की बात यह है कि इनमें खूंटी से राज्य में ग्रामीण विकास मंत्री नीलकंठ सिंह मुंडा विधायक हैं. वहीं सिसई से विधानसभा अध्यक्ष दिनेश उरांव आते हैं, जबकि बोरियो पूर्व बीजेपी अध्यक्ष ताला मरांडी का इलाका है.
लोकसभा चुनाव प्रबंधन समिति की हुई बैठक
दरअसल, शुक्रवार को बीजेपी प्रदेश कार्यालय में लोकसभा चुनाव प्रबंधन समिति की बैठक हुई. बैठक में मुख्यमंत्री रघुवर दास पार्टी के प्रदेश संगठन मंत्री धर्मपाल सिंह समेत पार्टी के प्रदेश स्तर पदाधिकारी शामिल हुए. गिलुवा ने कहा कि बेहतर चुनाव प्रबंधन के कारण ही पार्टी 14 में से 12 लोकसभा सीट पर जीत पाई. उन्होंने कहा कि इसी के मद्देनजर शुक्रवार को समिति की बैठक हुई.