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हिंडाल्को मूरी में बड़ा हादसा, जमीन धंसने से मची अफरातफरी - एनडीआरएफ की टीम

मूरी हिंडाल्को के पास जमीन धंसने से कई मजदूर और वाहन जमींदोज हो गए, जिसमें कुछ लोगों के दबे होने की आशंका जताई जा रही है. अभी तक राहत और बचाव कार्य शुरू नहीं किए गए हैं.

मूरी में बड़ा हादसा
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Published : Apr 9, 2019, 3:28 PM IST

Updated : Apr 9, 2019, 7:49 PM IST

रांची: हिंडाल्को इंडस्ट्रीज लिमिटेड की मूरी वर्क्स में बड़ा हादसा हो गया है. यहां जमीन धंसने से कई गाड़ियां जमींदोज हो गई. इसके साथ ही कुछ लोगों के दबे होने की आशंका जताई गई है. राहत बचाव में देरी से ग्रामीणों में नाराजगी जताई जा रही है.

घटनास्थल का जायजा लेते वरिष्ठ सहोयगी राजेश सिंह

ग्रामीणों के अनुसार बाक्‍साईड से अल्‍यूमिनियम बनाने के बाद जो डस्‍ट बच जाता है, उसे एक जगह जमा किया जा रहा था. इसी दौरान जमीन धंस गई और गिला डस्‍ट तेजी से बहने लगा. दोपहर करीब डेढ़ बजे हुई इस घटना के बाद शाम तक कोई अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा, इससे ग्रामीण नाराज हो गए. मौके पर न तो हिंडाल्को की रेस्क्यू टीम पहुंची और न ही प्रशासनिक अधिकारी पहुंचे.

स्थानीय लोगों के बातचीत करते वरिष्ठ सहयोगी

मूरी रेलवे ट्रैक पर मलबा गिरने की वजह से इस रूट पर मालगाड़ी के आवागमन को रोक दिया गया है. ट्रैक क्लियर करने के लिए 800 टन के बाहुबली क्रेन ट्रेन को रवाना किया गया है. मूरी में हादसे के बाद यहां का मौसम बदल गया है. यहां तेज हवाएं चल रही हैं जिससे राहत के काम में परेशानी आ सकती है.

क्या है हिंडाल्को
हिंडाल्को इंडस्ट्रीज लिमिटेड की मूरी वर्क्स भारत की पहली एल्यूमिना रिफाइनरी है. इसे 1948 में भारतीय एल्युमीनियम कंपनी ने शुरू किया था. साल 2005 में हिंडाल्को ने इसका अधिग्रहण कर लिया. यह एल्यूमिना रिफाइनरी संयंत्र राजधानी रांची से 65 किमी दूर छोटा मुरी में स्वर्णरेखा नदी के तट पर है. यह रिफाइनरी एल्युमिना और एल्यूमिना हाइड्रेट के मानक और विशेष ग्रेड का उत्पादन करती है, जो एल्यूमीनियम, धातु, आग रोक, कांच और फिटकिरी निर्माण उद्योगों में उपयोग होती है.

कहां है मूरी
रांची से करीब 65 किमी मूरी एक सेंसस सिटी है. यहां एक रेलवे जंक्शन है और ये स्टेट हाईवे नंबर 1 से रांची शहर के साथ जुड़ा हुआ है. मुरी-सिल्ली एस्ट्रोटर्फ स्टेडियम के लिए जाना जाता है.

रांची: हिंडाल्को इंडस्ट्रीज लिमिटेड की मूरी वर्क्स में बड़ा हादसा हो गया है. यहां जमीन धंसने से कई गाड़ियां जमींदोज हो गई. इसके साथ ही कुछ लोगों के दबे होने की आशंका जताई गई है. राहत बचाव में देरी से ग्रामीणों में नाराजगी जताई जा रही है.

घटनास्थल का जायजा लेते वरिष्ठ सहोयगी राजेश सिंह

ग्रामीणों के अनुसार बाक्‍साईड से अल्‍यूमिनियम बनाने के बाद जो डस्‍ट बच जाता है, उसे एक जगह जमा किया जा रहा था. इसी दौरान जमीन धंस गई और गिला डस्‍ट तेजी से बहने लगा. दोपहर करीब डेढ़ बजे हुई इस घटना के बाद शाम तक कोई अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा, इससे ग्रामीण नाराज हो गए. मौके पर न तो हिंडाल्को की रेस्क्यू टीम पहुंची और न ही प्रशासनिक अधिकारी पहुंचे.

स्थानीय लोगों के बातचीत करते वरिष्ठ सहयोगी

मूरी रेलवे ट्रैक पर मलबा गिरने की वजह से इस रूट पर मालगाड़ी के आवागमन को रोक दिया गया है. ट्रैक क्लियर करने के लिए 800 टन के बाहुबली क्रेन ट्रेन को रवाना किया गया है. मूरी में हादसे के बाद यहां का मौसम बदल गया है. यहां तेज हवाएं चल रही हैं जिससे राहत के काम में परेशानी आ सकती है.

क्या है हिंडाल्को
हिंडाल्को इंडस्ट्रीज लिमिटेड की मूरी वर्क्स भारत की पहली एल्यूमिना रिफाइनरी है. इसे 1948 में भारतीय एल्युमीनियम कंपनी ने शुरू किया था. साल 2005 में हिंडाल्को ने इसका अधिग्रहण कर लिया. यह एल्यूमिना रिफाइनरी संयंत्र राजधानी रांची से 65 किमी दूर छोटा मुरी में स्वर्णरेखा नदी के तट पर है. यह रिफाइनरी एल्युमिना और एल्यूमिना हाइड्रेट के मानक और विशेष ग्रेड का उत्पादन करती है, जो एल्यूमीनियम, धातु, आग रोक, कांच और फिटकिरी निर्माण उद्योगों में उपयोग होती है.

कहां है मूरी
रांची से करीब 65 किमी मूरी एक सेंसस सिटी है. यहां एक रेलवे जंक्शन है और ये स्टेट हाईवे नंबर 1 से रांची शहर के साथ जुड़ा हुआ है. मुरी-सिल्ली एस्ट्रोटर्फ स्टेडियम के लिए जाना जाता है.

Intro:रांची के मुरी में एक खौफनाक हादसा सामने आया है ।हिंडालको कंपनी के केमिकल वेस्ट डंपिंग यार्ड की जमीन धंसने की वजह से लगभग पांच हाइवा एक दर्जन मजदूरों सहित जमीन दोज हो गए हैं।

घटना के बाद इलाके में अफरा-तफरी मची हुई है रांची से एनडीआरएफ की टीम मौके पर भेजी गई है। जिस जगह यह घटना हुई है वहां हिंडालको से निकलने वाले खतरनाक केमिकल को डंप किया जाता है हाईवा और मजदूर उसी में जमीन डोज हो गए हैं। ऐसे में कितने मजदूर वहां फंसे हुए हैं इसकी जानकारी नहीं मिल पाई है। राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया गया।


Body:गग


Conclusion:ग
Last Updated : Apr 9, 2019, 7:49 PM IST
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