रांची: राज्य के सबसे बड़े अस्पताल राजेंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस में आए दिन मरीज के परिजनों और डॉक्टरों के बीच में मारपीट का मामला देखने को मिलता है, लेकिन बुधवार की देर शाम महिला पुलिस और डॉक्टरों के बीच झड़प का मामला सामने आया है.
इस मामले की जानकारी देते हुए सदर डीएसपी दीपक कुमार पांडेय ने बताया कि नामकुम से एक गर्भवती महिला कैदी को पिछले महीने भर्ती कराया गया था. इसकी निगरानी में दो महिला कॉन्स्टेबल को तैनात किया गया है, जिसमें एक महिला कांस्टेबल की ड्यूटी दिन में लगाई गई है तो वहीं दूसरी महिला कॉन्स्टेबल की तैनाती रात में की गई है. उसी को लेकर बुधवार की रात में आने वाली महिला कॉन्स्टेबल को देरी हुई जिस पर दिन से ड्यूटी कर रही महिला कॉन्स्टेबल ने नाराजगी जाहिर कि और दोनों के बीच में बहस हुई.
इस मामले को देखकर वहीं प्रसूति विभाग में तैनात डॉक्टर संध्या तिवारी ने दोनों कॉन्स्टेबल को वार्ड में बहस करने से मना किया. जिसको लेकर कॉन्स्टेबल लीला करमाली और डॉक्टर संध्या तिवारी के बीच में विवाद शुरू हो गया और विवाद बढ़ते-बढ़ते झड़प में बदल गई. मामले की गंभीरता को देखते हुए जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. अजीत भी प्रसूति विभाग पहुंचे और मामले की पूरी जानकारी लेने के बाद मीडिया को बताया कि महिला कॉन्स्टेबल के द्वारा डॉक्टर संध्या तिवारी पर हमला किया गया है जिसकी हम घोर निंदा करते हैं.
वहीं मौके से यह भी जानकारी मिल रही है कि महिला डॉक्टर संध्या तिवारी के द्वारा कॉन्स्टेबल लीला करमाली को 'बाप का हॉस्पिटल है' कह कर संबोधित किया गया था, जिस पर कॉन्स्टेबल लीला करमाली ने डॉक्टर पर हमला कर दिया जिसमें डॉक्टर घायल बताई जा रही है. पूरे मामले पर जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन ने कांस्टेबल के द्वारा किए गए हमले की निंदा कर रहे हैं तो वहीं पुलिस मेंस एसोसिएशन ने भी डॉक्टरों के रवैये को गलत बताया है. फिलहाल, महिला कॉन्स्टेबल लीला करमाली को ड्यूटी से हटा दिया गया है वहीं जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन और पुलिस मेंस एसोसिएशन की ओर से एक-दूसरे के खिलाफ लिखित शिकायत भी थाने में दर्ज की गई है.