हजारीबाग: चौपारण प्रखंड के स्वास्थ्य उपकेंद्र चयकला के एएनएम अरुणा कुमारी सिन्हा पर चौपारण थाना कांड संख्या 364/20 में धारा 304 (ए) के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है. इस संबंध में थाना प्रभारी नितिन कुमार सिंह ने बताया कि ग्राम कसियाडीह के अजीत कुमार सिंह के आवेदन पर यह मामला दर्ज किया गया है.
क्या है आरोप
आवेदन में अजीत कुमार सिंह ने लिखा है कि 6 अक्टूबर की रात 8 बजे उसने अपनी पत्नी अंतिमा देवी को प्रसव कराने के लिए स्वास्थ्य उपकेंद्र चयकला में भर्ती किया था. वहां, कार्यरत एएनएम अरुणा कुमारी सिन्हा ने उसे देखकर बोला कि 12 बजे रात तक आसानी से प्रसव हो जाएगा. इस पर अजीत ने कोई सुविधा नहीं होने पर बाहर ले जाने की बात कही. वहीं, एएनएम अरुणा कुमारी सिन्हा ने जबरन रोक लिया. इस बीच रात के लगभग 10 बजे प्रसव के दौरान जबरन खिंचकर बच्चा को बाहर निकाल दिया, जिसे रक्तस्राव (ब्लीडिंग) काफी होने लगा. उसके कारण वह काफी जोर-जोर से चिल्लाने लगी, चिल्लाते-चिल्लाते बेहोश हो गई.
एएनएम से पूछने पर उसने बताया कि महिला को नींद की दवा दे दी गयी है. प्रसव कराने के नाम पर एएनएम ने 7 हजार रुपये भी ले लिए और अपने घर चली गई. जब परिजनों ने हल्ला किया तो बहुत देर के बाद आकर बोली कि इसे हजारीबाग ले जाओ, उसके बाद जब मैं अपनी पत्नी के पास गया तो देखा कि वह मृत पड़ी हुई है. मेरा दावा है कि एएनएम की घोर लापरवाही और पैसे की लालच में मेरी पत्नी की जान ले ली. उसे मृत देखकर एएनएम घर से भाग गई. इस तरह की घटना आये दिन होती रहती है. इसके पूर्व 30 अगस्त 2020 को ग्राम पोडो के अश्वनी कुमार सिंह की पत्नी की भी मौत हो चुकी है. एएनएम पर घोर लापरवाही और पैसे की लालच में महिलाओं की जान लेने का आरोप लगाया गया है.
राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित हैं ANM
स्वास्थ्य उपकेंद्र चयकला में कार्यरत एएनएम अरुणा कुमारी सिन्हा को 2012 में तत्कालीन राष्ट्रपति प्रतिभा सिंह पाटिल की ओर से प्रशस्ति पत्र देकर राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है. जानकारी हो कि सुविधा विहीन स्वास्थ्य उपकेंद्र में दक्षता पूर्वक प्रसव कराने और सफलता पूर्वक लक्ष्य से ज्यादा प्रसव कराने के लिए राष्ट्रपति पुरस्कार मिला है.
मौत के बाद होता है समझौता
स्वास्थ्य उपकेंद्र चयकला के बारे में आस-पास के लोगों ने बताया कि प्रसव के दौरान या प्रसव के बाद जच्चा-बच्चा का मौत होना यहां कोई नई बात नहीं है. जानकारी के अनुसार अंतिमा देवी की मौत के पहले भी 30 अगस्त 2020 को पंचायत बेलाही के ग्राम पोडो निवासी अश्वनी कुमार सिंह की पत्नी स्तुति कुमारी सिंह की मौत हो चुकी है. उस मामला को पंचायत चयकला मुखिया मो सफाउद्दीन, पंसस फैजान अजमेरी, पंचायत बेलाही मुखिया पुत्र मन्टू सिंह, पंसस प्रतिनिधि डब्लू अंसारी, ग्राम दैहर के कैलाश पाण्डेय, बबन सिंह, अरविंद सिंह, मौलाना हेलाल अखतर सहित ग्राम दैहर और पोडो के कई गणमान्य लोगों की उपस्थिति में नवजात शिशु के पालन पोषण के नाम पर डेड़ लाख रुपये देने के लिए एएनएम अरुणा कुमारी के साथ समझौता कराकर मामला को रफादफा कर दिया था.