रांची: झारखंड की राजधानी रांची लोकसभा सीट के लिए नॉमिनेशन फाइल करने वाले 35 कैंडिडेट में से एक दर्जन कैंडीडेट्स के नामांकन को स्क्रूटनी के दौरान कलेक्ट्रेट में रद्द कर दिया गया है. वहीं स्क्रूटनी के कार्य में बाधा पहुंचाने पर एक कैंडिडेट पर एफआईआर भी दर्ज किया गया है, जबकि एक कैंडिडेट अंजनी कुमार पांडे के खिलाफ भगोड़े होने की शिकायत सामने आई है. इस मामले की जांच की जा रही है.
जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह उपायुक्त राय महिमापत रे ने जानकारी देते हुए कहा कि नॉमिनेशन फाइल करने वाले 35 कैंडिडेट में से 12 कैंडिडेट्स के नॉमिनेशन को अलग-अलग वजहों से स्क्रूटनी के दौरान रद्द किया गया है. उन्होंने कहा स्क्रूटनी जुडिशल प्रक्रिया होती है. इसलिए रद्द होने से संबंधित दस्तावेज भी कैंडीडेट्स को सौंप दिए गए हैं. वहीं, उन्होंने बताया कि एक प्रत्याशी एनुल अंसारी द्वारा स्क्रूटनी प्रक्रिया में बाधा उत्पन्न करने के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया गया है.
उन्होंने बताया कि एक कैंडिडेट अंजनी पांडे के खिलाफ भगोड़े होने की शिकायत मिली है. जिस के सत्यापन के लिए रांची एसएसपी और औरंगाबाद एसपी को पत्र लिखे गए हैं. ताकि जांच की जा सके. उन्होंने कहा कि अंजनी पांडे पर 8 से 9 मामले दर्ज हैं. अगर जांच में शिकायत सही पाई जाएगी तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
नॉमिनेशन रद्द होने वालों में धनेश्वर टोप्पो, अनूप कुमार सिन्हा, कामेश्वर प्रसाद साह, जूही परवीन, करमचंद भगत, हरेंद्रनाथ सिंह, अमरेंद्र कुमार, एनुल अंसारी, अमित साहू, योगेश्वर मरारदिन चौरसिया, चाइना मींज और संजय कुमार पांडे शामिल है, जबकि अंजनी पांडे के मामले में जांच के बाद ही यह साफ हो पाएगा कि उनका नॉमिनेशन रद्द होता है या फिर अप्रूव होता है.