एयरपोर्ट पर आ रहे बाहर में फंसे लोगों ने बताया कि पिछले 2 महीने से हम लोग मुंबई में काफी परेशान थे और हमारे लिए ना तो खाने-पीने का इंतजाम हो रहा था और ना ही कोई सुविधा मुहैया हो पा रही थी, जिसको लेकर हम लोगों ने अपने राज्य आने का हर संभव प्रयास किया लेकिन साधन नहीं मिलने के कारण नहीं आ सके. वहीं अपने परिवार के साथ आ रहे लोगों ने बताया कि साथ में छोटे-छोटे बच्चे होने की वजह से हम लोग पैदल भी नहीं चल पा रहे थे और मजबूरन वहां पर किसी तरह अपनी जिंदगी बसर करने को मजबूर थे.
झारखंड में विमान से लाए गए 174 प्रवासी मजदूर, सरकार को दिया धन्यवाद
11:09 May 28
गुरुवार को सुबह में मुंबई में फंसे सैकड़ों मजदूरों और राज्य के विभिन्न लोगों को एयर एशिया के विमान से रांची लाया गया. लॉक डाउन के दौरान लगभग 2 महीने से अधिक समय से फंसे यात्रियों ने रांची एयरपोर्ट पहुंचने के बाद लॉ कॉलेज के पूर्ववर्ती छात्र और राज्य सरकार को धन्यवाद अदा किया.
09:06 May 28
बाहर में फंसे प्रवासी मजदूरों को लाने के लिए राज्य सरकार हर संभव प्रयास कर रही है, वहीं गुरुवार को विमान से लाए गए मजदूरों में लॉ कॉलेज के छात्राओं का अहम योगदान माना जा रहा है. क्योंकि लॉ कॉलेज के छात्राओं के प्रयास से ही एयर एशिया के विमान से 174 यात्रियों को रांची लाया गया. एयरपोर्ट पर यात्रियों के आने से पहले एयरपोर्ट प्रशासन और राज्य सरकार के द्वारा हर तरह के सुरक्षा के मानकों का ध्यान रखा गया था क्योंकि मुंबई को सबसे अधिक संक्रमित राज्य माना जा रहा है. इस कारण भी जिला प्रशासन और एयरपोर्ट पर तैनात सीआईएसएफ के जवान एहतियात के साथ लोगों को एयरपोर्ट पर मार्गदर्शन करते दिखे. एयरपोर्ट पर बाहर से आ रहे लोगों को अपने अपने जिले पहुंचाने के लिए राज्य सरकार की तरफ से बसों का भी इंतजाम किया गया था. 174 यात्रियों के लिए एयरपोर्ट पर 10 बसों की व्यवस्था की गई थी.
कोरोना के कारण आये संकट में बाहर के राज्यों में फंसे हजारों मजदूरों को राज्य सरकार उन्हें अपना घर पहुंचाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है. इसी को लेकर मजदूरों को जल्द से जल्द घर पहुंचाने के लिए राज सरकार विमान के माध्यम से मजदूरों को लाने का काम कर रही है. लॉ कॉलेज के छात्रों के द्वारा की गई फंडिंग और राज्य सरकार की मदद से सैकड़ों लोगों को विमान सेवा के माध्यम से रांची लाया गया. एयर एशिया के विमान से 174 यात्री रांची पहुंचे.
आपको बता दें कि एयरपोर्ट पर पहुंचने वाले सबसे अधिक हजारीबाग के यात्री थे, जिसकी संख्या 41 बताई गई. वहीं, गिरिडीह से 29 यात्री, बोकारो से 5, धनबाद से 9, देवघर से 10, जामताड़ा से 2, गोड्डा से एक, पलामू से 9, गढ़वा से दो, चतरा से 5 सहित राज्य के विभिन्न जिलों से प्रवासी मजदूर और अन्य लोग रांची एयरपोर्ट लाया गया जो किसी न किसी कारण से लॉक डाउन के दौरान मुंबई में फंसे हुए थे.
11:09 May 28
गुरुवार को सुबह में मुंबई में फंसे सैकड़ों मजदूरों और राज्य के विभिन्न लोगों को एयर एशिया के विमान से रांची लाया गया. लॉक डाउन के दौरान लगभग 2 महीने से अधिक समय से फंसे यात्रियों ने रांची एयरपोर्ट पहुंचने के बाद लॉ कॉलेज के पूर्ववर्ती छात्र और राज्य सरकार को धन्यवाद अदा किया.
एयरपोर्ट पर आ रहे बाहर में फंसे लोगों ने बताया कि पिछले 2 महीने से हम लोग मुंबई में काफी परेशान थे और हमारे लिए ना तो खाने-पीने का इंतजाम हो रहा था और ना ही कोई सुविधा मुहैया हो पा रही थी, जिसको लेकर हम लोगों ने अपने राज्य आने का हर संभव प्रयास किया लेकिन साधन नहीं मिलने के कारण नहीं आ सके. वहीं अपने परिवार के साथ आ रहे लोगों ने बताया कि साथ में छोटे-छोटे बच्चे होने की वजह से हम लोग पैदल भी नहीं चल पा रहे थे और मजबूरन वहां पर किसी तरह अपनी जिंदगी बसर करने को मजबूर थे.
09:06 May 28
बाहर में फंसे प्रवासी मजदूरों को लाने के लिए राज्य सरकार हर संभव प्रयास कर रही है, वहीं गुरुवार को विमान से लाए गए मजदूरों में लॉ कॉलेज के छात्राओं का अहम योगदान माना जा रहा है. क्योंकि लॉ कॉलेज के छात्राओं के प्रयास से ही एयर एशिया के विमान से 174 यात्रियों को रांची लाया गया. एयरपोर्ट पर यात्रियों के आने से पहले एयरपोर्ट प्रशासन और राज्य सरकार के द्वारा हर तरह के सुरक्षा के मानकों का ध्यान रखा गया था क्योंकि मुंबई को सबसे अधिक संक्रमित राज्य माना जा रहा है. इस कारण भी जिला प्रशासन और एयरपोर्ट पर तैनात सीआईएसएफ के जवान एहतियात के साथ लोगों को एयरपोर्ट पर मार्गदर्शन करते दिखे. एयरपोर्ट पर बाहर से आ रहे लोगों को अपने अपने जिले पहुंचाने के लिए राज्य सरकार की तरफ से बसों का भी इंतजाम किया गया था. 174 यात्रियों के लिए एयरपोर्ट पर 10 बसों की व्यवस्था की गई थी.
कोरोना के कारण आये संकट में बाहर के राज्यों में फंसे हजारों मजदूरों को राज्य सरकार उन्हें अपना घर पहुंचाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है. इसी को लेकर मजदूरों को जल्द से जल्द घर पहुंचाने के लिए राज सरकार विमान के माध्यम से मजदूरों को लाने का काम कर रही है. लॉ कॉलेज के छात्रों के द्वारा की गई फंडिंग और राज्य सरकार की मदद से सैकड़ों लोगों को विमान सेवा के माध्यम से रांची लाया गया. एयर एशिया के विमान से 174 यात्री रांची पहुंचे.
आपको बता दें कि एयरपोर्ट पर पहुंचने वाले सबसे अधिक हजारीबाग के यात्री थे, जिसकी संख्या 41 बताई गई. वहीं, गिरिडीह से 29 यात्री, बोकारो से 5, धनबाद से 9, देवघर से 10, जामताड़ा से 2, गोड्डा से एक, पलामू से 9, गढ़वा से दो, चतरा से 5 सहित राज्य के विभिन्न जिलों से प्रवासी मजदूर और अन्य लोग रांची एयरपोर्ट लाया गया जो किसी न किसी कारण से लॉक डाउन के दौरान मुंबई में फंसे हुए थे.