विरुधुनगर: तमिलनाडु राज्य के विरुधुनगर जिले में दलित महिला के गैंग रेप का मामला सामने आया है. गैंग रेप के आरोपी सत्ताधारी दल के नेता समेत आठ लोग है. जिसमें चार आरोपी नाबालिग है. मंगलवार अर्थात 29 मार्च को श्रीविल्लीपुत्तूर स्पेशल कोर्ट ने गैंग रेप के चार आरोपियों को 6 दिन की पुलिस हिरासत में दे दिया है. इस शर्मनाक घटना का खुलासा होने के दूसरे दिन अर्थात 23 मार्च को ही सीएम एम के स्टालिन ने इस मामले की जांच सीबीसीआइडी (CBCID) को सौंप दी है. CBCID ने सोमवार को श्रीविल्लीपुथुर स्थित एक विशेष अदालत के समक्ष चार आरोपियों पेश किया और अदालत से सात दिन की हिरासत की मांग की. याचिका पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने चार आरोपी अर्थात हरिहरन, जुनैद अहमद, प्रवीण, मदासामी को 6 दिन की सीबी-सीआईडी की हिरासत में देने का आदेश दिया.
क्या है पूरा मामला: विरुधुनगर में एक 22 वर्षीय दलित महिला का स्कूली छात्रों समेत आठ लोगों ने बलात्कार किया. आरोपियों नें उसका वीडियो भी बना लिया और उसको वायरल करने की धमकी दे देकर आरोपियों नें लगभग छह महीने तक उसका यौन शोषण किया. इसका खुलासा 22 मार्च को हुआ था. सीएम ने 23 मार्च को विधानसभा में बताया कि महिला से यौन शोषण के मामले में 24 घंटे के भीतर चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है. शेष चार आरोपियों, जो कि नाबालिग है, को बाल गृह भेजा गया है. गैंग रेप के केस को CBCID द्वारा जांच कराने के बारे में बताते हुए सीएम ने कहा, "इसकी जांच के लिए सीबीसीआईडी अधीक्षक मुथरासी को विशेष अधिकारी नियुक्त किया गया है. 60 दिनों के भीतर चार्जशीट दायर की जाएगी और अधिकतम सजा सुनिश्चित करने के लिए मामले को स्पेशल कोर्ट में ले जाया जाएगा.
तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन ने राज्य में कहा, "विरुधुनगर यौन उत्पीड़न मामले की जांच महिलाओं के खिलाफ ऐसे मामलों में त्वरित कार्रवाई के लिए एक नजीर बनेगा और इस तरह के अपराध करने वालों के लिए यह एक सबक होगा. छह महीने तक गैंगरेप की शिकारपीड़िता से एक आरोपी हरिहरन ने संपर्क किया, जिसने उससे प्यार करने का नाटक किया. वह उसे एक गोदाम में ले गया, उसका यौन शोषण किया और घटना को अपने मोबाइल में रिकॉर्ड कर लिया. हरिहरन ने प्रवीण, जुनैद अहमद और 15 से 16 साल की उम्र के चार स्कूली छात्रों के साथ वीडियो साझा किया था.
हरिहरन और जुनैद डीएमके यूथ विंग के कार्यकर्ता थे क्योंकि उनकी गिरफ्तारी के तुरंत बाद ही पार्टी नें उसे निलंबित कर दिया है. सभी आरोपियों ने पीड़िता को सोशल मीडिया पर वीडियो अपलोड़ करने की कई बार धमकी दी थी. इस ब्लैकमेल की धमकी के बीच उन्होंने बीते छह माह में कई बार उसका यौन शोषण किया. पीड़िता ने सात लोगों के खिलाफ मदद की गुहार लगाते हुए अपने दोस्त मदासामी से संपर्क किया था. परंतु घटना का वीडियो हासिल करने के बाद मदासामी ने भी उसका यौन शोषण भी किया. उसने धमकी दी कि अगर उसने ऐसा नहीं किया तो वह उसकी मां को यह वीडियो दिखा देगा. प्रताड़ना को सहन करने में असमर्थ पीड़िता ने विरुधुनगर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, जिसने जांच के बाद सभी आठ आरोपियों को हिरासत में ले लिया. चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया, जबकि चार नाबालिगों को मदुरै स्थित बाल सुधार गृह भेज दिया गया है.
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