वाशिंगटन : आतंकवाद (Terrorism) के मुद्दे पर भारत और अमेरिका ने सहमति जताई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के दौरान आतंकवाद से जुड़े मसले पर अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने पाकिस्तान को कड़ा संदेश दिया है. उपराष्ट्रपति हैरिस ने बातचीत के दौरान आतंकवाद पर पाकिस्तान की भूमिका का उल्लेख किया. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में आतंकी समूह काम कर रहे थे. हैरिस ने पाकिस्तान से कार्रवाई करने की बात कही, ताकि आतंकी समूह अमेरिकी सुरक्षा और भारत को प्रभावित न करें.
बैठक के दौरान दोनों नेताओं ने दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने पर जोर दिया और पारस्परिक एवं वैश्विक हित वाले मुद्दों पर चर्चा की.
विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने बताया कि दोनों नेताओं ने अमेरिका-भारत सुरक्षा पर बातचीत करते हुए आतंकवाद को लेकर पाकिस्तान को कड़ा संदेश दिया है.
विदेश सचिव ने बताया कि पीएम मोदी ने हैरिस से भारत में सीमा पार से बढ़ रहे आतंकवाद पर चर्चा की. हैरिस ने इस बात पर सहमति जताई की भारत कई दशकों से आतंकवाद का शिकार रहा है और ऐसे आतंकी समूहों के लिए पाकिस्तान के समर्थन की बारीकी से निगरानी करने की आवश्यकता है.
बातचीत को दौरान अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने आतंक के मुद्दे पर कहा कि पाकिस्तान को आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए.
मुलाकात के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने विश्वास जताया कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और उपराष्ट्रपति कमला हैरिस के नेतृत्व में द्विपक्षीय संबंध नयी ऊचांइयों पर पहुंचेंगे.
दोनों नेताओं के बीच यह पहली मुलाकात है. इससे पहले हैरिस ने भारत में कोविड-19 संकट के दौरान मोदी से फोन पर बात की थी.
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हैरिस ने भारत को अमेरिका का 'बेहद अहम भागीदार' करार दिया। साथ ही नयी दिल्ली की उस घोषणा का स्वागत किया जिसमें भारत ने जल्द ही कोविड-19 टीके का निर्यात फिर से शुरू करने की बात कही है.
बता दें कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिका की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस की यह व्हाइट हाउस में पहली व्यक्तिगत बैठक थी.
प्रधानमंत्री की विदेश यात्राओं में बड़ी संख्या में भारतीय प्रवासियों की सभाएं तथा बैठकें उनके कार्यक्रम का अहम हिस्सा रही हैं, लेकिन कोविड-19 संबंधी मौजूदा हालात के कारण प्रधानमंत्री इस बार कोई बड़ी सभा संभवत: नहीं करेंगे. भारतीय-अमेरिकियों के बीच मोदी खासे लोकप्रिय हैं. अमेरिका की जनसंख्या में 1.2 प्रतिशत से अधिक लोग भारतीय-अमेरिकी हैं. यह समुदाय अमेरिकी राजनीति समेत कई क्षेत्रों में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है.
मोदी 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद से सातवीं बार अमेरिका दौरे पर हैं.