नई दिल्ली: केंद्रीय कैबिनेट सचिव राजीव गौबा (Cabinet Secretary Rajiv Gauba) ने भारतीय छात्रों को निकालने के बारे में राज्यों को जानकारी दी है. साथ ही जिला कलेक्टरों से छात्रों के परिवारिक सदस्यों से संपर्क करने और उन्हें की जा रही व्यवस्थाओं से अवगत कराने का भी अनुरोध किया है.
प्रधानमंत्री ने यूक्रेन में चल रहे रूसी सैन्य अभियानों के बीच फंसे भारतीयों को निकालने के समन्वय के लिए यूक्रेन के पड़ोसी देशों में चार केंद्रीय मंत्रियों को प्रतिनियुक्त किया है. इनमें नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया रोमानिया और मोल्दोवा में फंसे भारतीयों के निकासी कार्यों की देखरेख करेंगे. जबकि कानून मंत्री किरेन रिजिजू स्लोवाकिया का दौरा करेंगे. वहीं पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी हंगरी में संचालन की निगरानी करेंगे और सड़क परिवहन मंत्रालय में राज्य मंत्री जनरल (सेवानिवृत्त) वीके सिंह पोलैंड में निकासी का प्रबंधन करेंगे.
यूक्रेन में मौजूदा स्थिति पर पिछले 24 घंटों में दूसरी उच्च स्तरीय बैठक, विशेष रूप से भारतीय नागरिकों की निकासी के संबंध में मोदी की अध्यक्षता में हुई. रविवार शाम को उत्तर प्रदेश से लौटने के बाद प्रधानमंत्री ने यूक्रेन में मौजूदा स्थिति पर विदेश मंत्री एस जयशंकर, विदेश सचिव हर्ष श्रृंगला, कैबिनेट सचिव राजीव गौबा और कई वरिष्ठ नौकरशाहों के साथ दो घंटे की लंबी बैठक की. बैठक में पीएम मोदी ने एक बार फिर दोहराया कि भारतीय छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करना और उन्हें निकालना देश की सर्वोच्च प्राथमिकता है.
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इसमें फंसे भारतीयों को निकालने में तेजी लाने के लिए यूक्रेन के पड़ोसी देशों के साथ सहयोग बढ़ाने पर भी चर्चा हुई. केंद्र सरकार के तहत प्रधानमंत्री के नेतृत्व ने संघर्षग्रस्त यूक्रेन से फंसे छात्रों और भारतीय नागरिकों को वापस लाने के लिए ऑपरेशन गंगा शुरू किया है. एयर इंडिया द्वारा ऑपरेशन गंगा के तहत विशेष उड़ानें संचालित की जा रही हैं. यूक्रेन से अब तक 1156 भारतीय, भारत पहुंच चुके हैं.