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संवेदनशील आबादी में जारी है डेल्टा का ट्रांस्मिशन : विशषज्ञ - director of Institute of Genomics and Integrative Biology

देश में कोरोना का कोई नया वेरिएंट नहीं मिला है, लेकिन डेल्टा भारत के लिए चिंता का मुख्य कारण बना हुआ है. इस संबंध में पढ़िए ईटीवी भारत के वरिष्ठ संवाददाता गौतम देबरॉय की रिपोर्ट.

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Published : Oct 6, 2021, 4:54 PM IST

नई दिल्ली : भारत के प्रसिद्ध पल्मोनोलॉजिस्ट (renowned pulmonologist) और इंस्टीट्यूट ऑफ जीनोमिक्स एंड इंटीग्रेटिव बायोलॉजी (director of Institute of Genomics and Integrative Biology) के निदेशक डॉ अनुराग अग्रवाल (Dr Anurag Agrawal) ने बुधवार को कहा कि डेल्टा का ट्रांस्मिशन जिसके कारण दूसरी लहर हुई समाप्त नहीं हुआ है.

अग्रवाल ने कहा, 'यह (डेल्टा) सक्रिय रूप से जारी है, विशेष रूप से केरल, मिजोरम आदि में मौजूद है. यहां तक ​​कि अन्य जगहों पर भी इसका ट्रांस्मिशन देखा जा रहा है.

अग्रवाल द्वारा दिया गया बयान ऐसे समय में आया है, जब भारत में कोविड-19 के मामलों में भारी कमी देखी जा रही है और स्वास्थ्य मंत्रालय ने लोगों को आने वाले फेस्टिव सीजन (coming festive season) में कोविड के उचित व्यवहार का पालन करने के लिए आगाह किया है. अग्रवाल ने कहा, 'हमें त्योहारों के मौसम में सावधानी बरतनी चाहिए, खासकर जब कहीं एक बड़ी सभा हो.'

भारतीय SARS-CoV-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम (INSACOG) के नवीनतम साप्ताहिक बुलेटिन में यह भी कहा गया है कि डेल्टा भारत में चिंता का मुख्य विषय बना हुआ है. भारत में कोई नया वायरस नहीं पाया गया है.

INSACOG ने कहा कि वैश्विक परिदृश्य में भी कोई बदलाव नहीं हुआ है. B.1.617.2 (AY) और AY.x सबलाइनेज सहित डेल्टा, विश्व स्तर पर मुख्य चिंता बना हुआ है.

INSACOG ने कहा कि PANGO वर्गीकरण के आधार पर, AY.4 वंश विश्व स्तर पर सबसे अधिक बार देखा जा रहा है.

बता दें कि INSACOG, एक जीनोमिक अनुक्रमण संघ, सेंटिनल साइटों से नमूनों की अनुक्रमण के माध्यम से देश भर में SARS-CoV-2 की जीनोमिक निगरानी की रिपोर्ट करता है और कुछ राज्यों के विस्तृत राज्यवार जिला विश्लेषण भी करता है. अपनी 35 जीनोम अनुक्रमण प्रयोगशाला के साथ, INSACOG ने अब तक 96,654 SARS-CoV-2 जीनोम अनुक्रमित किए हैं.

मौजूदा स्थिति पर बात करते हुए, एशियन सोसाइटी ऑफ इमरजेंसी मेडिसिन (president of Asian Society of Emergency Medicine ) के अध्यक्ष डॉ तमोरिश कोले (Dr Tamorish Kol) ने ईटीवी भारत संवाददाता को बताया कि देश के अधिकांश हिस्सों में बहुत कम मामले देखे जा रहे हैं.

पढ़ें - कर्नाटक: दूषित जल पीकर मरने वालों की संख्या हुई 6, सीएम ने की मुआवजे की घोषणा

पांच राज्यों, केरल, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और पश्चिम बंगाल में सभी नए संक्रमणों में से कम से कम 86 प्रतिशत की सूचना मिली है. भारत में फेस्टिव सीजन अभी शुरू हो रहा है, हम महत्वपूर्ण विकल्प के चरण में प्रवेश कर रहे हैं.

डॉ कोले ने कहा कि आज हम क्या करते हैं और कोविड के उचित व्यवहार का पालन कैसे करते हैं, यह तीसरी लहर के आने पर मामलों की वृद्धि को निर्धारित करेंगा.

नई दिल्ली : भारत के प्रसिद्ध पल्मोनोलॉजिस्ट (renowned pulmonologist) और इंस्टीट्यूट ऑफ जीनोमिक्स एंड इंटीग्रेटिव बायोलॉजी (director of Institute of Genomics and Integrative Biology) के निदेशक डॉ अनुराग अग्रवाल (Dr Anurag Agrawal) ने बुधवार को कहा कि डेल्टा का ट्रांस्मिशन जिसके कारण दूसरी लहर हुई समाप्त नहीं हुआ है.

अग्रवाल ने कहा, 'यह (डेल्टा) सक्रिय रूप से जारी है, विशेष रूप से केरल, मिजोरम आदि में मौजूद है. यहां तक ​​कि अन्य जगहों पर भी इसका ट्रांस्मिशन देखा जा रहा है.

अग्रवाल द्वारा दिया गया बयान ऐसे समय में आया है, जब भारत में कोविड-19 के मामलों में भारी कमी देखी जा रही है और स्वास्थ्य मंत्रालय ने लोगों को आने वाले फेस्टिव सीजन (coming festive season) में कोविड के उचित व्यवहार का पालन करने के लिए आगाह किया है. अग्रवाल ने कहा, 'हमें त्योहारों के मौसम में सावधानी बरतनी चाहिए, खासकर जब कहीं एक बड़ी सभा हो.'

भारतीय SARS-CoV-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम (INSACOG) के नवीनतम साप्ताहिक बुलेटिन में यह भी कहा गया है कि डेल्टा भारत में चिंता का मुख्य विषय बना हुआ है. भारत में कोई नया वायरस नहीं पाया गया है.

INSACOG ने कहा कि वैश्विक परिदृश्य में भी कोई बदलाव नहीं हुआ है. B.1.617.2 (AY) और AY.x सबलाइनेज सहित डेल्टा, विश्व स्तर पर मुख्य चिंता बना हुआ है.

INSACOG ने कहा कि PANGO वर्गीकरण के आधार पर, AY.4 वंश विश्व स्तर पर सबसे अधिक बार देखा जा रहा है.

बता दें कि INSACOG, एक जीनोमिक अनुक्रमण संघ, सेंटिनल साइटों से नमूनों की अनुक्रमण के माध्यम से देश भर में SARS-CoV-2 की जीनोमिक निगरानी की रिपोर्ट करता है और कुछ राज्यों के विस्तृत राज्यवार जिला विश्लेषण भी करता है. अपनी 35 जीनोम अनुक्रमण प्रयोगशाला के साथ, INSACOG ने अब तक 96,654 SARS-CoV-2 जीनोम अनुक्रमित किए हैं.

मौजूदा स्थिति पर बात करते हुए, एशियन सोसाइटी ऑफ इमरजेंसी मेडिसिन (president of Asian Society of Emergency Medicine ) के अध्यक्ष डॉ तमोरिश कोले (Dr Tamorish Kol) ने ईटीवी भारत संवाददाता को बताया कि देश के अधिकांश हिस्सों में बहुत कम मामले देखे जा रहे हैं.

पढ़ें - कर्नाटक: दूषित जल पीकर मरने वालों की संख्या हुई 6, सीएम ने की मुआवजे की घोषणा

पांच राज्यों, केरल, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और पश्चिम बंगाल में सभी नए संक्रमणों में से कम से कम 86 प्रतिशत की सूचना मिली है. भारत में फेस्टिव सीजन अभी शुरू हो रहा है, हम महत्वपूर्ण विकल्प के चरण में प्रवेश कर रहे हैं.

डॉ कोले ने कहा कि आज हम क्या करते हैं और कोविड के उचित व्यवहार का पालन कैसे करते हैं, यह तीसरी लहर के आने पर मामलों की वृद्धि को निर्धारित करेंगा.

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