नई दिल्ली: कांग्रेस नेता और वायनाड के पूर्व सांसद राहुल गांधी का 31 मई को 10 दिनों के लिए अमेरिका जाने का कार्यक्रम है. मंगलवार को सूत्रों ने यह जानकारी दी. सूत्रों ने कहा कि 4 जून को राहुल गांधी न्यूयॉर्क के मैडिसन स्क्वायर गार्डन में लगभग 5,000 एनआरआई की एक रैली में हिस्सा लेंगे. साथ ही राजनेताओं और उद्यमियों से भी मिलेंगे.
इस बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 जून को अमेरिका की आधिकारिक राजकीय यात्रा पर जाएंगे. अपनी यात्रा के दौरान, पीएम मोदी की मेजबानी अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और प्रथम महिला जिल बाइडेन द्वारा व्हाइट हाउस में एक राजकीय रात्रिभोज में की जाएगी. मार्च में राहुल गांधी के ब्रिटेन में दिए गए भाषण के बाद बीजेपी ने उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया था. लंदन में कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय में भाषण के दौरान सरकार की आलोचना करने के बाद भारत लौटने पर वह सुर्खियों में छा गए थे.
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राहुल गांधी ने ब्रिटेन में कैंब्रिज विश्वविद्यालय में कहा, 'हर कोई जानता है और यह काफी खबरों में है कि भारतीय लोकतंत्र दबाव में है. मैं भारत में एक विपक्षी नेता हूं. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा था कि भारत में प्रेस की स्वतंत्रता पर रोक लगाया जा रहा है. जरूरी संस्थागत ढांचे पर हमला किया जा रहा है. उनके बयानों के बाद बीजेपी ने इसका जमकर विरोध किया.
राहुल गांधी से माफी की मांग की. ब्रिटेन में उनके भाषणों के बाद यहां राजनीतिक हलचल पैदा हो गई थी. बीजेपी ने राहुल गांधी पर पार्टी प्रमुख जेपी नड्डा के साथ अपना हमला तेज कर दिया और आरोप लगाया कि वह भारत विरोधी टूलकिट का स्थायी हिस्सा हैं. संसद के बजट सत्र के दूसरे चरण में गतिरोध देखा गया. कांग्रेस ने अडाणी समूह की कंपनियों के खिलाफ संदिग्ध वित्तीय लेनदेन और बेईमान व्यापार प्रथाओं के आरोपों की जांच के लिए एक संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) के गठन पर जोर दिया.
(एएनआई)