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अनुच्छेद 370 हटाये जाने के दो साल पूरे होने पर भाजपा ने फहराया तिरंगा, पीडीपी ने शोक दिवस करार दिया

पूर्ववर्ती राज्य जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir ) का विशेष दर्जा खत्म किये जाने के दो साल पूरे होने पर बृहस्पतिवार को पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (People's Democratic Part) ने इसे जम्मू कश्मीर के लिए शोक दिवस बताया और विरोध मार्च निकाला. इस दौरान पीडीपी की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने गुरुवार को कहा कि केंद्र को जम्मू-कश्मीर में शांति सुनिश्चित करने के लिए पाकिस्तान से बात करनी चाहिए.

पीडीपी ने शोक दिवस करार दिया
पीडीपी ने शोक दिवस करार दिया
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Published : Aug 5, 2021, 6:38 PM IST

Updated : Aug 5, 2021, 7:37 PM IST

श्रीनगर/जम्मू : भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने पूर्ववर्ती राज्य जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir ) का विशेष दर्जा खत्म किये जाने के दो साल पूरे होने पर बृहस्पतिवार को तिरंगा रैलियां निकाल कर और पूरे केंद्र शासित प्रदेश में राष्ट्रध्वज फहरा कर जश्न मनाया, जबकि पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (People's Democratic Part) ने इसे जम्मू कश्मीर के लिए शोक दिवस बताया और विरोध मार्च निकाला.

श्रीनगर में काली पट्टी बांधे पीडीपी के दर्जनों नेताओं और सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने शेर ए कश्मीर पार्क के पास स्थित पार्टी मुख्यालय से एक विरोध मार्च निकाला, जिसका नेतृत्व पार्टी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने किया.

अनंतनाग जिले के खानाबल से भाजपा की नगर निगम पार्षद रोमासिया रफीक ने खानाबल में डिग्री कॉलेज के पास राष्ट्रध्वज फहरा कर कश्मीर घाटी में पार्टी के समारोहों की शुरूआत की. उनके साथ पार्टी के करीब 200 कार्यकर्ता थे.

भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरूण चुग ने कहा कि 2019 के इस फैसले की एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि यह थी कि यह विभाजनकारी और आतंकवादी ताकतों के लिए एक बड़ा झटका है.

चुग, जम्मू कश्मीर और लद्दाख केंद्र शासित प्रदेशों के लिए पार्टी के प्रभारी भी हैं. उन्होंने जम्मू कश्मीर में सकारात्मक विमर्श में खलल डालने को लेकर गुपकर गठबंधन में शामिल पार्टियों की कड़ी आलोचना की.

उन्होंने केंद्र के पांच अगस्त 2019 के फैसले के खिलाफ और कश्मीर मुद्दे के हल के समर्थन में नारे लगाये. हालांकि, प्रदर्शनकारियों को पुलसि ने जीपीओ के पास रोक दिया.

महबूबा मुफ्ती का बयान

महबूबा मुफ्ती (Mehbooba Mufti) ने संवाददाताओं से कहा, 'आज जम्मू कश्मीर के लिए शोक दिवस है. यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि भाजपा देश भर में जश्न मना रही है, जबकि कश्मीर शोक मना रहा.'

उन्होंने कहा, 'जम्मू कश्मीर के लोगों का अस्तित्व तभी रहेगा, जब हम साथ मिल कर अपनी संवैधानिक स्थिति को बहाल करेंगे और फिर भारत सरकार को आंतरिक आयाम पर जम्मू कश्मीर के लोगों से और बाहरी आयाम पर पाकिस्तान से बातचीत कर कश्मीर मुद्दे का हल करने के लिए मजबूर करेंगे.'

उन्होंने कहा, 'कोई और विकल्प नहीं है. वे पाकिस्तान से पहले से बातचीत कर रहे हैं जिसका परिणाम (नियंत्रण रेखा पर) संघर्षविराम के रूप में देखने को मिला है और इससे घुसपैठ में कमी आई है.'

महबूबा ने कहा कि उनकी पार्टी का मानना है कि जम्मू कश्मीर को भारत और पाकिस्तान के बीच अमन का सेतु बनना होगा. उन्होंने कहा कि भाजपा को पांच अगस्त 2019 को लिये फैसले को वापस लेना होगा.

जम्मू में जम्मू कश्मीर भारतीय जनता युवा मोर्चा (बीजेवाईएम) अध्यक्ष अरूण देव सिंह, पार्टी के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने तिरंगा ले कर मार्च किया और वंदे मातरम तथा भारत माता की जय के नारे लगाए.

पढ़ें - गुपकार एलायंस ने फारूक अब्दुल्ला के आवास पर बैठक की

शिवसेना की जम्मू कश्मीर इकाई ने शहर में तिरंगा रैली निकाली और भारत माता की जय के नारे लगाए. डोगरा फ्रंट ने अपने प्रमुख अशोक गुप्ता के नेतृत्व में जम्मू में ढोलक की थाप और नृत्य के साथ तिरंगा रैली निकाली.

बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद तथा कुछ सामाजिक संगठनों ने भी अनुच्छेद 370 के ज्यादातर प्रावधानों और अनुच्छेद 35-ए (Article 370 and 35 A) को रद्द किये जाने की दूसरी वर्षगांठ का जश्न मनाया.

इस अवसर पर, जम्मू कश्मीर नेशनल पैथर्स पार्टी ने जम्मू कश्मीर का पूर्ण राज्य का दर्जा बहाल करने और शीघ्र विधानसभा चुनाव कराने की मांग की.

इससे पहले अलगाववादी नेता सैयद अली गिलानी का एक बयान चार अगस्त को सोशल मीडिया पर प्रसारित किया गया था, जिसे पुलिस ने फर्जी बताया था.

हालांकि, बयान ने भ्रम पैदा किया और अधिकांश बाजार खुले रहे. लालचौक के आसपास के कई दुकानदारों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने उन्हें बाजार खुला रखने की धमकी दी, लेकिन शहर में तैनात पुलिस अधिकारियों ने ऐसी धमकियों से इनकार किया. वहीं, श्रीनगर और अन्य शहरों में सार्वजनिक और निजी परिवहन सुचारू रूप से चला.

इसके अलावा पीपुल्स अलायंस फॉर गुप्कर डिक्लेरेशन (PAGD) ने नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला के आवास पर एक आपात बैठक की.इसमें पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती, पीएजीडी प्रवक्ता और सीपीआईएम नेता एम वाई तारिगामी और एएनसी नेता मुजफ्फर शाह सहित पीएजीडी प्रतिभागियों ने भाग लिया.

बैठक के बाद अब्दुल्ला के आवास के बाहर पत्रकारों से बात करते हुए तारिगामी ने कहा कि गठबंधन जम्मू-कश्मीर के वैध संवैधानिक अधिकारों की बहाली के लिए संघर्ष करना जारी रखेगा. उन्होंने कहा कि बैठक में जम्मू-कश्मीर की स्थिति पर चिंता व्यक्त की गई. सरकार के बड़े-बड़े दावों के बावजूद, 5 अगस्त, 2019 से स्थिति दिन-ब-दिन बिगड़ती जा रही है.

उन्होंने दावा किया कि सामान्य स्थिति बहाल हो जाएगी और हिंसा समाप्त हो जाएगी, लेकिन देखिए उन्होंने हाल ही में राज्य के बारे में एक सवाल के जवाब में संसद के पटल पर क्या कहा है. मंत्री ने कहा कि सामान्य स्थिति बहाल होने पर ही उचित समय पर राज्य का दर्जा बहाल किया जाएगा.

श्रीनगर/जम्मू : भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने पूर्ववर्ती राज्य जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir ) का विशेष दर्जा खत्म किये जाने के दो साल पूरे होने पर बृहस्पतिवार को तिरंगा रैलियां निकाल कर और पूरे केंद्र शासित प्रदेश में राष्ट्रध्वज फहरा कर जश्न मनाया, जबकि पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (People's Democratic Part) ने इसे जम्मू कश्मीर के लिए शोक दिवस बताया और विरोध मार्च निकाला.

श्रीनगर में काली पट्टी बांधे पीडीपी के दर्जनों नेताओं और सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने शेर ए कश्मीर पार्क के पास स्थित पार्टी मुख्यालय से एक विरोध मार्च निकाला, जिसका नेतृत्व पार्टी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने किया.

अनंतनाग जिले के खानाबल से भाजपा की नगर निगम पार्षद रोमासिया रफीक ने खानाबल में डिग्री कॉलेज के पास राष्ट्रध्वज फहरा कर कश्मीर घाटी में पार्टी के समारोहों की शुरूआत की. उनके साथ पार्टी के करीब 200 कार्यकर्ता थे.

भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरूण चुग ने कहा कि 2019 के इस फैसले की एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि यह थी कि यह विभाजनकारी और आतंकवादी ताकतों के लिए एक बड़ा झटका है.

चुग, जम्मू कश्मीर और लद्दाख केंद्र शासित प्रदेशों के लिए पार्टी के प्रभारी भी हैं. उन्होंने जम्मू कश्मीर में सकारात्मक विमर्श में खलल डालने को लेकर गुपकर गठबंधन में शामिल पार्टियों की कड़ी आलोचना की.

उन्होंने केंद्र के पांच अगस्त 2019 के फैसले के खिलाफ और कश्मीर मुद्दे के हल के समर्थन में नारे लगाये. हालांकि, प्रदर्शनकारियों को पुलसि ने जीपीओ के पास रोक दिया.

महबूबा मुफ्ती का बयान

महबूबा मुफ्ती (Mehbooba Mufti) ने संवाददाताओं से कहा, 'आज जम्मू कश्मीर के लिए शोक दिवस है. यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि भाजपा देश भर में जश्न मना रही है, जबकि कश्मीर शोक मना रहा.'

उन्होंने कहा, 'जम्मू कश्मीर के लोगों का अस्तित्व तभी रहेगा, जब हम साथ मिल कर अपनी संवैधानिक स्थिति को बहाल करेंगे और फिर भारत सरकार को आंतरिक आयाम पर जम्मू कश्मीर के लोगों से और बाहरी आयाम पर पाकिस्तान से बातचीत कर कश्मीर मुद्दे का हल करने के लिए मजबूर करेंगे.'

उन्होंने कहा, 'कोई और विकल्प नहीं है. वे पाकिस्तान से पहले से बातचीत कर रहे हैं जिसका परिणाम (नियंत्रण रेखा पर) संघर्षविराम के रूप में देखने को मिला है और इससे घुसपैठ में कमी आई है.'

महबूबा ने कहा कि उनकी पार्टी का मानना है कि जम्मू कश्मीर को भारत और पाकिस्तान के बीच अमन का सेतु बनना होगा. उन्होंने कहा कि भाजपा को पांच अगस्त 2019 को लिये फैसले को वापस लेना होगा.

जम्मू में जम्मू कश्मीर भारतीय जनता युवा मोर्चा (बीजेवाईएम) अध्यक्ष अरूण देव सिंह, पार्टी के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने तिरंगा ले कर मार्च किया और वंदे मातरम तथा भारत माता की जय के नारे लगाए.

पढ़ें - गुपकार एलायंस ने फारूक अब्दुल्ला के आवास पर बैठक की

शिवसेना की जम्मू कश्मीर इकाई ने शहर में तिरंगा रैली निकाली और भारत माता की जय के नारे लगाए. डोगरा फ्रंट ने अपने प्रमुख अशोक गुप्ता के नेतृत्व में जम्मू में ढोलक की थाप और नृत्य के साथ तिरंगा रैली निकाली.

बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद तथा कुछ सामाजिक संगठनों ने भी अनुच्छेद 370 के ज्यादातर प्रावधानों और अनुच्छेद 35-ए (Article 370 and 35 A) को रद्द किये जाने की दूसरी वर्षगांठ का जश्न मनाया.

इस अवसर पर, जम्मू कश्मीर नेशनल पैथर्स पार्टी ने जम्मू कश्मीर का पूर्ण राज्य का दर्जा बहाल करने और शीघ्र विधानसभा चुनाव कराने की मांग की.

इससे पहले अलगाववादी नेता सैयद अली गिलानी का एक बयान चार अगस्त को सोशल मीडिया पर प्रसारित किया गया था, जिसे पुलिस ने फर्जी बताया था.

हालांकि, बयान ने भ्रम पैदा किया और अधिकांश बाजार खुले रहे. लालचौक के आसपास के कई दुकानदारों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने उन्हें बाजार खुला रखने की धमकी दी, लेकिन शहर में तैनात पुलिस अधिकारियों ने ऐसी धमकियों से इनकार किया. वहीं, श्रीनगर और अन्य शहरों में सार्वजनिक और निजी परिवहन सुचारू रूप से चला.

इसके अलावा पीपुल्स अलायंस फॉर गुप्कर डिक्लेरेशन (PAGD) ने नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला के आवास पर एक आपात बैठक की.इसमें पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती, पीएजीडी प्रवक्ता और सीपीआईएम नेता एम वाई तारिगामी और एएनसी नेता मुजफ्फर शाह सहित पीएजीडी प्रतिभागियों ने भाग लिया.

बैठक के बाद अब्दुल्ला के आवास के बाहर पत्रकारों से बात करते हुए तारिगामी ने कहा कि गठबंधन जम्मू-कश्मीर के वैध संवैधानिक अधिकारों की बहाली के लिए संघर्ष करना जारी रखेगा. उन्होंने कहा कि बैठक में जम्मू-कश्मीर की स्थिति पर चिंता व्यक्त की गई. सरकार के बड़े-बड़े दावों के बावजूद, 5 अगस्त, 2019 से स्थिति दिन-ब-दिन बिगड़ती जा रही है.

उन्होंने दावा किया कि सामान्य स्थिति बहाल हो जाएगी और हिंसा समाप्त हो जाएगी, लेकिन देखिए उन्होंने हाल ही में राज्य के बारे में एक सवाल के जवाब में संसद के पटल पर क्या कहा है. मंत्री ने कहा कि सामान्य स्थिति बहाल होने पर ही उचित समय पर राज्य का दर्जा बहाल किया जाएगा.

Last Updated : Aug 5, 2021, 7:37 PM IST
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