नूंह: डीएसपी सुरेंद्र सिंह की हत्या (dsp murder case in nuh) के बाद हरियाणा के पुलिस महानिदेशक पीके अग्रवाल (pk agarwal director general of haryana police) ने घटनास्थल का जायजा लिया. जिसके बाद डीजीपी पीके अग्रवाल ने पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी. डीजीपी पीके अग्रवाल के मुताबिक डीएसपी सुरेंद्र सिंह को सूचना मिली थी कि कुछ लोग तावडू के पचगांव में अवैध खनन कर रहे हैं.
डीएसपी को अवैध खनन की मिली थी सूचना: सूचना मिलते ही डीएसपी अवैध खनन को रुकवाने के लिए अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे. वारदात के समय डीएसपी के साथ एक ड्राइवर, दो सुरक्षाकर्मी मौजूद थे. मौके पर पहुंचने के बाद डीएसपी सुरेंद्र सिंह ने खनन माफियाओं को गिरफ्तार करने की कोशिश की. इस दौरान खनन माफियाओं ने पत्थर से भरा डंपर डीएसपी सुरेंद्र सिंह के ऊपर चढ़ा दिया. जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई. इसके बाद डीएसपी के साथ आए सुरक्षाकर्मियों की आरोपियों के साथ मुठभेड़ हुई.
मुठभेड़ में एक आरोपी गिरफ्तार: मुठभेड़ में एक आरोपी को सुरक्षाकर्मियों ने गिरफ्तार (one accused arrested in dsp murder case) कर लिया. जिसके पैर में गोली लगी है. घायल आरोपी का इलाज शहीद हसन खान मेवाती मेडिकल कॉलेज नलहड़ में जारी है. उन्होंने बताया कि बैकअप का ऑप्शन नहीं होने की वजह से डंपर चालक और बाकी आरोपी मौके से भागने में कामयाब रहे. पुलिस ने इस मामले में हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया है. जो भी इस मामले में दोषी होगा उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी.
पकड़े गए आरोपी का नाम इक्कर है. जो नूंह के पचगांव का निवासी बताया जा रहा है. पुलिस को अभी डंपर चालक समेत अन्य आरोपियों की तलाश है. डीजीपी हरियाणा के मुताबिक आरोपियों की दबिश के लिए कई टीमों का गठन किया गया है. जल्दी ही बाकी बचे आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा. उन्होंने कहा कि इस गिरोह में कितने लोग हैं और हत्या के पीछे क्या साजिश है. इसका खुलासा करने के लिए पुलिस हर संभव कोशिश करेगी.
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डीजीपी ने कहा कि आरोपियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा. संदिग्धों का पता लगाकर उन्हें उनके सही ठिकाने पर पहुंचाया जाएगा. हरियाणा के डीजीपी पीके अग्रवाल (pk agarwal director general of haryana police) के साथ सीआईडी प्रमुख आलोक मित्तल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नूंह पहुंचे, जहां डीएसपी सुरेंद्र सिंह का पोस्टमार्टम कराया गया. इसके बाद डीजीपी ने सीआईडी प्रमुख के साथ जिले के तमाम पुलिस अधिकारियों के साथ सर्किट हाउस में घंटों बैठक की.
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इस मामले में डीएसपी सुरेंद्र सिंह के भतीजे दिनेश बिश्नोई ने कहा कि उनकी भरपाई तो अब नहीं हो सकती है. परिवार की मांग है कि आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए और उन्हें सख्त सजा दी जानी चाहिए. ताकि कोई भविष्य में ऐसे करने के पहले सौ बार सोचे.