नई दिल्ली : संसद के मानसून सत्र के दौरान आज लोक सभा में किसानों से जुड़े कुछ सवालों के जवाब दिए गए. विपक्षी सांसदों का हंगामा और नारेबाजी जारी रही. इसके बाद असम में फूड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (FCI) के डिपो बनाए जाने के सवाल पर केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने जवाब दिया. पीयूष गोयल ने विपक्षी दलों के रवैये पर हमला बोला और कहा कि किसानों के हित के मुद्दों पर गंभीर चर्चा के दौरान हंगामा किसान विरोधी होने का उदाहरण है.
प्रश्नकाल के बीच पहले 11.40 बजे और इसके बाद भी कई बार कार्यवाही में व्यवधान पैदा हुआ. कार्यवाही बाधित होने के बीच ही लोकसभा से अधिकरण सुधार विधेयक को मंजूरी दी गई. इसके बाद हंगामे के कारण लोक सभा की कार्यवाही बुधवार पूर्वाह्न 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई.
राज्य सभा में भी विपक्षी दलों के हंगामे के कारण राज्य सभा की कार्यवाही बाधित हुई और दो बार के स्थगन के बाद बैठक दोपहर दो बजकर करीब 40 मिनट पर दिन भर के लिए लिए स्थगित कर दी गई.
इससे पहले लोक सभा में केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि किसानों का सामान एमएसपी पर खरीदा जाता है, एफसीआई के गोदामों में रखा जाता है यह खाद्य सुरक्षा में अहम भूमिका निभाता है. यूपीए सरकार पर हमला बोलते हुए गोयल ने कहा कि साल 2012 में असम में एफसीआई गोदाम को स्वीकृति दी गई, लेकिन इसके बाद कोई काम नहीं हुआ. गोयल ने कहा कि 2016 तक कुछ काम नहीं हुआ, लेकिन मोदी सरकार के कार्यकाल में असम में जब सर्बानंद सोनोवाल की सरकार बनने के बाद असम में एफसीआई गोदाम के काम में तेजी आई.
उन्होंने बताया कि पैसों की कमी और जमीन के अधिग्रहण को लेकर कुछ समस्याएं आईं, जिसके कारण काम पूरा होने में समय लगा है. गोयल ने आश्वस्त किया कि पूर्वोत्तर के लिए पीएम मोदी ने विशेष ध्यान लगाया है.
गोयल ने कहा कि केंद्र और पूर्वोत्तर की सभी राज्य सरकारें तेज गति से कांग्रेस की नाकामियों को दूर करने का काम करने का प्रयास कर रही है.