नई दिल्ली : आज यानी 8 अक्टूबर भारत के लिए काफी महत्वपूर्ण है. इस दिन भारतीय वायुसेना दिवस (Indian Air Force Day) मनाया जाता है. इस वर्ष भारतीय वायुसेना का 89वां स्थापना दिवस मनाया जा रहा है.
भारतीय वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने हिंडन एयरबेस पर 89वें स्थापना दिवस पर वायु सेना दिवस परेड का निरीक्षण किया.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को वायु सेना दिवस पर शुभकामनाएं दीं और कहा कि भारतीय सशस्त्र सेना का यह अंग साहस, तत्परता और दक्षता का प्रतीक है.
प्रधानमंत्री मोदी ने एक ट्वीट में कहा, वायु सेना दिवस पर सभी योद्धाओं और उनके परिवार के सदस्यों को शुभकामनाएं. वायु सेना साहस, तत्परता और दक्षता का पर्याय है. उन्होंने देश की सुरक्षा में खुद को पारंगत किया है और चुनौतियों के समय मानवीय भावनाओं के अनुकूल काम किया है.
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#WATCH IAF Chief Air Chief Marshal VR Chaudhari inspects the Air Force Day parade on the 89th foundation day at Hindan airbase pic.twitter.com/VEZaZipFvg
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भारतीय वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने कहा, जैसे ही भारतीय वायु सेना 90वें वर्ष में प्रवेश कर रही है, नीले रंग के पोशाक में पुरुष और महिलाएं, जो आज राष्ट्र की सेवा करते हैं, वीरता, बलिदान और अग्रणी भावना की विरासत के गौरवशाली संरक्षक हैं.
बताते चले कि हमारी वायुसेना विश्व की सबसे सबसे ताकतवर वायुसेनाओं में से एक है. वायुसेना ने कई मौकों पर अपनी बहादुरी और पराक्रम से देश को गौर्वान्वित करने का काम किया है.
वायु सेना के अभियान देश के इतिहास के स्वर्णिम अध्याय: राजनाथ
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि वायु सेना ने देश की रक्षा करते हुए ऐसे अभियानों को अंजाम दिया है जो देश के इतिहास के स्वर्णिम अध्याय माने जायेंगे. शुक्रवार को वायु सेनाकर्मियों, भूतपूर्व सैनिकों तथा उनके परिजनों को वायु सेना के 89वें स्थापना दिवस पर बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए उन्होंने यह बात कही.
रक्षा मंत्री के कार्यालय ने इस अवसर पर रक्षा मंत्री का एक वीडियो संदेश जारी किया है. सिंह ने अपने संदेश में कहा है कि देश की संप्रभुता, एकता और अखंडता की रक्षा के लिए वायु सेना ने जरूरत पड़ने पर दुश्मनों के हौसले पस्त करने वाले शौर्य और पराक्रम का परिचय दिया है. वर्ष 1961 के गोवा मुक्ति संग्राम से लेकर 1965 की भारत -पाकिस्तान लड़ाई, 1971 के बंगलादेश मुक्ति संग्राम और लोंगेवाला में आपका प्रदर्शन , 1984 के मेघदूत ऑपरेशन, 1999 के ऑपरेशन सफेद सागर और हाल ही में बालाकोट के कुछ ऐसे अध्याय हैं जो न केवल वायु सेना के बल्कि हमारे देश के इतिहास के स्वर्णिम अध्याय माने जाएंगे.
वीडियो में सिंह को वायु सेना के पायलटों के साथ उड़ान भरने के पायलट के सूट में दिखाया गया है इसके अलावा वीडियो में बालाकोट, करगिल अभियान तथा कई अन्य ऑपरेशनों के दौरान लड़ाकू विमानों को आकाश में गर्जन करते दिखाया गया है.
जानें इतिहास-
वायुसेना की स्थापना 8 अक्टूबर 1932 को की गई थी. जानकारी के लिए बता दें कि आजादी से पूर्व वायुसेना को रॉयल इंडियन एयर फोर्स के नाम से जाना जाता था. वहीं, देश की स्वतंत्रता के बाद वायुसेना के नाम में से 'रॉयल' शब्द को हटाकर सिर्फ 'इंडियन एयरफोर्स' कर दिया गया था.
कौन थे भारतीय वायुसेना के पहले चीफ
आजादी के बाद सर थॉमस डब्ल्यू एल्महर्स्ट को भारतीय वायु सेना का पहला चीफ, एयर मार्शल बनाया गया था. उन्होंने 15 अग्सत 1947 से 22 फरवरी 1950 तक कार्य किया.
कैसा होता है वायुसेना का ध्वज
वायुसेना ध्वज, वायु सेना निशान से अलग, नीले रंग का होता है जिसके शुरूआती एक चौथाई भाग में राष्ट्रीय ध्वज बना है और बीच के हिस्से में राष्ट्रीय ध्वज के तीन रंगों यानी की केसरिया, श्वेत और हरे रंग से बना एक वृत है. इस ध्वज को 1951 में अपनाया गया था.
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यह है वायुसेना का आदर्श वाक्य
इंडियन एयरफोर्स का आदर्श वाक्य- 'नभ स्पृशं दीप्तम' है.
भारतीय वायुसेना का देश की सुरक्षा में अहम योगदान रहा है. देश का प्रत्येक नागरिक इंडियन एयरफोर्स के प्रति गर्व महसूस करता है.