नई दिल्ली : अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और एस जयशंकर की मुलाकात को लेकर राज्यसभा में चर्चा हुई. इस दौरान एस जयशंकर ने कहा भारत-अमेरिका द्विपक्षीय संबंध और उन्हें और मजबूत करने की संभावना है.
भारत-अमेरिका संबंधों और मानवाधिकारों के उल्लंघन पर एक सांसद के सवाल पर विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर राज्यसभा में कहा, सांसद (सपा के रेवती रमन सिंह) का अवलोकन कि भारत और चीन के बीच तुलना सही नहीं है. हमने कई मुद्दों पर बहुत विस्तृत बातचीत की.
हमने इस बात पर प्रकाश डाला कि वैश्विक मुद्दों के प्रति हमारे दृष्टिकोण में हमें पूर्ण संघ की खोज द्वारा निर्देशित किया जाता है लेकिन हम सही ऐतिहासिक गलतियों की तलाश करते हैं. जब स्वतंत्रता की बात आती है, तो हमें इसे गैर-शासन या जिम्मेदारियों का त्याग नहीं मानना चाहिए. इस पर हमारी बातचीत संतुलित होनी चाहिए.
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विदेश मंत्री में राज्यसभा में कहा, हमने (ईएएम और यूएस सेक्रेटरी ऑफ स्टेट) ने अफगानिस्तान पर बहुत विस्तृत चर्चा की. मैंने एक संवाददाता सम्मेलन में अपनी स्थिति स्पष्ट की, जो संयुक्त रूप से अमेरिकी विदेश मंत्री के साथ आयोजित की गई थी. हम बहुत स्पष्ट थे कि अफगानिस्तान में बातचीत, राजनीतिक समझौता होना चाहिए.
उन्होंने कहा कि सैन्य समाधान नहीं हो सकता, अफगानिस्तान में बल प्रयोग से अधिग्रहण नहीं हो सकता. हम यह सुनिश्चित करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के साथ काम करेंगे कि किसी समझौते के लिए राजनीतिक वार्ता को गंभीरता से लिया जाए और हम कभी भी बल द्वारा तय किए गए परिणाम को स्वीकार नहीं करेंगे.