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Central Ordinance Issue: अध्यादेश के खिलाफ केजरीवाल के समर्थन में आए सीताराम येचुरी, केंद्र पर बोला हमला

दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने केंद्र के अध्यादेश के खिलाफ मंगलवार को सीपीआई (एम) के प्रमुख सीताराम येचुरी से मुलाकात की. इस दौरान केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली की जनता के खिलाफ लाए गए मोदी सरकार के तानाशाही अध्यादेश किसी भी तरह जनता के हित में नहीं है.

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Published : May 30, 2023, 3:09 PM IST

CPM नेताओं के साथ मीटिंग करते AAP नेता.
CPM नेताओं के साथ मीटिंग करते AAP नेता.

नई दिल्ली: सर्विसेज को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को पलटने के लिए केंद्र सरकार द्वारा लाए गए अध्यादेश के खिलाफ समर्थन हासिल करने के लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को सीपीआई (एम) के प्रमुख सीताराम येचुरी से मुलाकात की. पार्टी कार्यालय में हुई इस मुलाकात के दौरान अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली की जनता के खिलाफ लाए गए मोदी सरकार के तानाशाही अध्यादेश किसी भी तरह जनता के हित में नहीं है.

उन्होंने कहा कि आज दिल्ली में CPI (M) नेता सीताराम येचुरी से मुलाकात की और उन्होंने अध्यादेश के खिलाफ साथ देने की बात कही है. दोनों नेताओं ने संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस की. इस दौरान सीताराम येचुरी ने कहा कि हम इस मुद्दे पर आम आदमी पार्टी के साथ है. केंद्र सरकार का यह अध्यादेश किसी भी सूरत में देश की संवैधानिक व्यवस्था के लिए ठीक नहीं है.

  • दिल्ली की जनता के ख़िलाफ़ लाए गए मोदी सरकार के तानाशाही अध्यादेश को लेकर आज दिल्ली में CPI(M) नेता श्री सीताराम येचुरी जी से मुल़ाकात की। https://t.co/7DLIu1NhUD

    — Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) May 30, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

दिल्ली सरकार को पंगु बना दियाः वहीं, केजरीवाल ने कहा कि केंद्र सरकार का यह अध्यादेश दिल्ली सरकार को पंगु बना देगा. सरकार दिल्ली की जनता के लिए कोई भी निर्णय नहीं ले पाएगी. इसलिए वे अलग-अलग पार्टी के प्रमुखों से मिल रहे हैं ताकि जब केंद्र सरकार यह अध्यादेश संसद में लाए तो वह नामंजूर हो जाए.

CPM नेताओं के साथ मीटिंग करते AAP नेता.
CPM नेताओं के साथ मीटिंग करते AAP नेता.

उन्होंने कहा कि इस अधिकार को लेने के लिए दिल्ली सरकार बीते 8 सालों से अदालत में लड़ाई लड़ रही थी और जब सुप्रीम कोर्ट जो देश की सर्वोच्च न्यायालय से फैसला दिल्ली सरकार के पक्ष में आया तो केंद्र सरकार ने अध्यादेश लाकर उसे पलट दिया. यह दिल्ली की जनता का अपमान है. इसीलिए वह सभी विपक्षी दलों का समर्थन चाहते हैं कि जब अध्यादेश को राज्यसभा में लाया जाए तो वहां से पारित न होने दिया जाए.

यह भी पढ़ेंः 9 Years Of BJP Govt: PM मोदी बोले- राष्ट्र के विकास के लिए करते रहेंगे मेहनत

समर्थन के लिए विपक्षी नेताओं से मिल रहे हैं केजरीवालः केंद्र के अध्यादेश के खिलाफ सबसे पहले आम आदमी पार्टी बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से समर्थन मांगा था. उसके बाद केजरीवाल अपने साथ पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, सांसद संजय सिंह, राघव चड्ढा, मंत्री आतिशी के साथ पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात करने कोलकाता गए थे.

उसके बाद महाराष्ट्र के दो दिवसीय दौरे पर उद्धव ठाकरे व अगले दिन शरद पवार से मुलाकात कर समर्थन मांगा था. शरद पवार, ममता बनर्जी और उद्धव ठाकरे से मिलने के बाद पिछले दिनों कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे व राहुल गांधी से मुलाकात करने का समय मांगा है. हालांकि अभी तक यह मुलाकात नहीं हो पाई है.

ये भी पढ़ें : Delhi Murder Case: नाबालिग लड़की के परिवार को दस लाख रुपये की मदद देगी दिल्ली सरकार, सीएम ने की घोषणा

नई दिल्ली: सर्विसेज को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को पलटने के लिए केंद्र सरकार द्वारा लाए गए अध्यादेश के खिलाफ समर्थन हासिल करने के लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को सीपीआई (एम) के प्रमुख सीताराम येचुरी से मुलाकात की. पार्टी कार्यालय में हुई इस मुलाकात के दौरान अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली की जनता के खिलाफ लाए गए मोदी सरकार के तानाशाही अध्यादेश किसी भी तरह जनता के हित में नहीं है.

उन्होंने कहा कि आज दिल्ली में CPI (M) नेता सीताराम येचुरी से मुलाकात की और उन्होंने अध्यादेश के खिलाफ साथ देने की बात कही है. दोनों नेताओं ने संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस की. इस दौरान सीताराम येचुरी ने कहा कि हम इस मुद्दे पर आम आदमी पार्टी के साथ है. केंद्र सरकार का यह अध्यादेश किसी भी सूरत में देश की संवैधानिक व्यवस्था के लिए ठीक नहीं है.

  • दिल्ली की जनता के ख़िलाफ़ लाए गए मोदी सरकार के तानाशाही अध्यादेश को लेकर आज दिल्ली में CPI(M) नेता श्री सीताराम येचुरी जी से मुल़ाकात की। https://t.co/7DLIu1NhUD

    — Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) May 30, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

दिल्ली सरकार को पंगु बना दियाः वहीं, केजरीवाल ने कहा कि केंद्र सरकार का यह अध्यादेश दिल्ली सरकार को पंगु बना देगा. सरकार दिल्ली की जनता के लिए कोई भी निर्णय नहीं ले पाएगी. इसलिए वे अलग-अलग पार्टी के प्रमुखों से मिल रहे हैं ताकि जब केंद्र सरकार यह अध्यादेश संसद में लाए तो वह नामंजूर हो जाए.

CPM नेताओं के साथ मीटिंग करते AAP नेता.
CPM नेताओं के साथ मीटिंग करते AAP नेता.

उन्होंने कहा कि इस अधिकार को लेने के लिए दिल्ली सरकार बीते 8 सालों से अदालत में लड़ाई लड़ रही थी और जब सुप्रीम कोर्ट जो देश की सर्वोच्च न्यायालय से फैसला दिल्ली सरकार के पक्ष में आया तो केंद्र सरकार ने अध्यादेश लाकर उसे पलट दिया. यह दिल्ली की जनता का अपमान है. इसीलिए वह सभी विपक्षी दलों का समर्थन चाहते हैं कि जब अध्यादेश को राज्यसभा में लाया जाए तो वहां से पारित न होने दिया जाए.

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समर्थन के लिए विपक्षी नेताओं से मिल रहे हैं केजरीवालः केंद्र के अध्यादेश के खिलाफ सबसे पहले आम आदमी पार्टी बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से समर्थन मांगा था. उसके बाद केजरीवाल अपने साथ पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, सांसद संजय सिंह, राघव चड्ढा, मंत्री आतिशी के साथ पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात करने कोलकाता गए थे.

उसके बाद महाराष्ट्र के दो दिवसीय दौरे पर उद्धव ठाकरे व अगले दिन शरद पवार से मुलाकात कर समर्थन मांगा था. शरद पवार, ममता बनर्जी और उद्धव ठाकरे से मिलने के बाद पिछले दिनों कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे व राहुल गांधी से मुलाकात करने का समय मांगा है. हालांकि अभी तक यह मुलाकात नहीं हो पाई है.

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